हमीरपुर: जिले के मौदहा कोतवाली क्षेत्र में सोमवार को एक हाईवोल्टेज ड्रामा सामने आया. यहां राजस्थान से आए एक साधु ने 3 घंटे के लिए समाधि ली, लेकिन जैसे ही पुलिस को इसकी सूचना मिली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बाबा को समाधि से निकलवाया. इसके बाद पुलिस ने सख्त हिदायत देते हुए बाबा को वापस राजस्थान भेज दिया.
मौदहा कोतवाली क्षेत्र के ग्राम परछछ में सात दिन पहले धौलपुर (राजस्थान) से आए गोविंद महाराज ने अपना डेरा जमाकर लोगों की भीड़ इकट्ठा करनी शुरू की. उन्होंने गांव में एक भव्य शिव मंदिर के निर्माण की बात कही. इसके चलते बाबा ने 7 दिन पहले ही समाधि लेने की बात कहकर एक गड्ढा खुदवाया था. इसमें उन्होंने 3 घंटा की समाधि लेने की बात कही थी.
सोमवार को बाबा गड्ढे में समाधि के लिए उतर गए और भक्तोंं ने लकड़ी के पटरों व तिरपाल से गड्ढे को ढंकना शुरू कर दिया. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस ने सक्रियता दिखाई और गांव पहुंचकर बाबा को गड्ढे से निकालकर थाने ले गई.
पूछताछ के दौरान बाबा ने बताया कि वह मूल रूप से धौलपुर (राजस्थान) के निवासी हैं. वह अपने शिष्य श्यामगिरी निवासी परछछ के कहने कर शिव मंदिर की स्थापना के लिए गांव आए थे. मंदिर की स्थापना के लिए उन्होंने जप तप किया, लेकिन लोगों ने भ्रांतियां फैलाकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश की है.
वहीं सीओ मौदहा सौम्या पांडे ने बताया कि उक्त बाबा लोगों के बीच अपने आप को जूनागढ़ अखाड़ा उज्जैन का संत बताकर अंधविश्वास फैलाकर लोगों को गुमराह कर रहे थे. इस पर पुलिस ने उन्हें अपने गंतव्य स्थान भेजने का निर्णय कर बस में बैठाकर वापस भेज दिया है. साथ में उन्हें आगाह भी किया है कि दोबारा इस तरह से लोगों के बीच में अगर ढोंग किया तो वह सीधे जेल में भेजे जाएंगे.