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हमीरपुर: निरीक्षण पर जिला अस्पताल पहुंचे मंत्री, मरीजों ने डॉक्टरों पर लगाए रिश्वतखोरी के आरोप

प्रदेश सरकार में मंत्री और हमीरपुर जिले के प्रभारी मंत्री रविंद्र जायसवाल देर रात निरीक्षण पर जिला अस्पताल पहुंचे. वहां कुछ महिलाओं ने प्रसव कराने के बदले डॉक्टरों पर रुपये लेने की बात बताई, जिसके बाद उन्होंने सीएमओ और एसडीएम सदर को फटकार लगाई.

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Published : Jan 6, 2020, 11:07 AM IST

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जिला अस्पताल में अनियमितता से नाराज मंत्री.

हमीरपुर: स्वास्थ्य सुविधाओं की पड़ताल करने के लिए रविवार देर रात जिले के प्रभारी मंत्री औचक निरीक्षण पर जिला अस्पताल पहुंचे. उन्होंने यहां भर्ती मरीजों से अस्पताल में मिल रही सेवाओं के बारे में जाना तो अस्पताल प्रशासन की पोल खुलती चली गई. प्रभारी मंत्री को अस्पताल में प्रसव कराने के लिए रिश्वतखोरी की शिकायत मिली तो उनका पारा चढ़ गया. उन्होंने फौरन जिलाधिकारी को पीड़ितों के बयान दर्ज कराकर दोषी डॉक्टरों के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए.

जिला अस्पताल में अनियमितता से नाराज मंत्री.

जिला अस्पताल में अनियमितता से नाराज मंत्री
प्रदेश सरकार में स्टांप तथा न्यायालय शुल्क, पंजीयन मंत्री ( स्वतंत्र प्रभार) तथा जिले के प्रभारी मंत्री रविंद्र जायसवाल देर रात निरीक्षण पर जिला अस्पताल पहुंचे. वहां कुछ महिलाओं ने प्रसव कराने के बदले डॉक्टरों पर रुपये लेने का आरोप लगाया. इस पर मंत्री रविंद्र जायसवाल ने सीएमओ आर के सचान और एसडीएम सदर राजेश चौरसिया को फटकार लगाई.

बता दें, नवंबर माह में भी प्रभारी मंत्री जब निरीक्षण पर अस्पताल पहुंचे थे, तब उन्हें रिश्वतखोरी की शिकायत मिली थी. इसके बाद उन्होंने एसडीएम सदर को जांच कर आरोपी डॉक्टरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के आदेश दिए थे, लेकिन मंत्री के वापस जाते ही मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया, जिससे वे नाराज थे.

हमीरपुर: स्वास्थ्य सुविधाओं की पड़ताल करने के लिए रविवार देर रात जिले के प्रभारी मंत्री औचक निरीक्षण पर जिला अस्पताल पहुंचे. उन्होंने यहां भर्ती मरीजों से अस्पताल में मिल रही सेवाओं के बारे में जाना तो अस्पताल प्रशासन की पोल खुलती चली गई. प्रभारी मंत्री को अस्पताल में प्रसव कराने के लिए रिश्वतखोरी की शिकायत मिली तो उनका पारा चढ़ गया. उन्होंने फौरन जिलाधिकारी को पीड़ितों के बयान दर्ज कराकर दोषी डॉक्टरों के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए.

जिला अस्पताल में अनियमितता से नाराज मंत्री.

जिला अस्पताल में अनियमितता से नाराज मंत्री
प्रदेश सरकार में स्टांप तथा न्यायालय शुल्क, पंजीयन मंत्री ( स्वतंत्र प्रभार) तथा जिले के प्रभारी मंत्री रविंद्र जायसवाल देर रात निरीक्षण पर जिला अस्पताल पहुंचे. वहां कुछ महिलाओं ने प्रसव कराने के बदले डॉक्टरों पर रुपये लेने का आरोप लगाया. इस पर मंत्री रविंद्र जायसवाल ने सीएमओ आर के सचान और एसडीएम सदर राजेश चौरसिया को फटकार लगाई.

बता दें, नवंबर माह में भी प्रभारी मंत्री जब निरीक्षण पर अस्पताल पहुंचे थे, तब उन्हें रिश्वतखोरी की शिकायत मिली थी. इसके बाद उन्होंने एसडीएम सदर को जांच कर आरोपी डॉक्टरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के आदेश दिए थे, लेकिन मंत्री के वापस जाते ही मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया, जिससे वे नाराज थे.

Intro:औचक निरीक्षण पर अस्पताल पहुंचे प्रभारी मंत्री, रिश्वतखोरी की शिकायत मिलने पर दिए कार्रवाई के आदेश

हमीरपुर। जिला अस्पताल में रविवार देर रात अचानक उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब जिले के प्रभारी मंत्री औचक निरीक्षण पर अस्पताल पहुंच गए। प्रभारी मंत्री ने यहां भर्ती मरीजों से अस्पताल में मिल रही सेवाओं के बारे में जाना तो अस्पताल प्रशासन की पोल खुलती चली गई। प्रभारी मंत्री को अस्पताल में प्रसव कराने कोउ लेकर रिश्वतखोरी की शिकायत मिली तो प्रभारी मंत्री का पारा चढ़ गया। उन्होंने फौरन जिलाधिकारी को पीड़ितों के बयान दर्ज करा कर दोषी डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर करने के आदेश दिए।


Body:प्रदेश सरकार में स्टांप तथा न्यायालय शुल्क, पंजीयन मंत्री ( स्वतंत्र प्रभार) तथा जिले के प्रभारी मंत्री रविंद्र जयसवाल जैसे ही देर रात निरीक्षक पर अस्पताल पहुंचे तो वहां अफरा-तफरी मच गई। अस्पताल में साफ-सफाई न मिलने पर उन्होंने सीएमओ वसीयत को फटकार लगाई। प्रभारी मंत्री जैसे ही महिला अस्पताल निरीक्षण पर पहुंचे तो वहां तीमारदार रोशनी, प्रतिमा व अन्य लोगों ने प्रसव कराने के बदले डॉक्टरों द्वारा पैसा लेने की बात बताई। जिसके बाद मंत्री रविंद्र जयसवाल ने सीएमओ आर के सचान व एसडीएम सदर राजेश चौरसिया को फटकार लगाई। बताते चलें कि नवंबर माह में भी प्रभारी मंत्री जब निरीक्षण पर अस्पताल पहुंचे थे तब उन्हें रिश्वतखोरी की शिकायत मिली थी। जिसके बाद उन्होंने एसडीएम सदर को जांच कर डॉक्टरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। लेकिन मंत्री के वापस जाते ही मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया जिससे वे नाराज थे।


Conclusion:प्रभारी मंत्री ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार व प्रदेश की योगी सरकार चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए तमाम योजनाएं चला रही हैं लेकिन कुछ लोग सरकार के प्रयासों पर पलीता लगाने का काम कर रहे हैं जिन्हें बख्शा नहीं जाएगा।

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नोट : बाइट उत्तर प्रदेश सरकार में स्टांप तथा न्यायालय शुल्क पंजीयन मंत्री ( स्वतंत्र प्रभार) एवं जिले के प्रभारी मंत्री रविंद्र जयसवाल की है।
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