हमीरपुर: स्वास्थ्य सुविधाओं की पड़ताल करने के लिए रविवार देर रात जिले के प्रभारी मंत्री औचक निरीक्षण पर जिला अस्पताल पहुंचे. उन्होंने यहां भर्ती मरीजों से अस्पताल में मिल रही सेवाओं के बारे में जाना तो अस्पताल प्रशासन की पोल खुलती चली गई. प्रभारी मंत्री को अस्पताल में प्रसव कराने के लिए रिश्वतखोरी की शिकायत मिली तो उनका पारा चढ़ गया. उन्होंने फौरन जिलाधिकारी को पीड़ितों के बयान दर्ज कराकर दोषी डॉक्टरों के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए.
जिला अस्पताल में अनियमितता से नाराज मंत्री
प्रदेश सरकार में स्टांप तथा न्यायालय शुल्क, पंजीयन मंत्री ( स्वतंत्र प्रभार) तथा जिले के प्रभारी मंत्री रविंद्र जायसवाल देर रात निरीक्षण पर जिला अस्पताल पहुंचे. वहां कुछ महिलाओं ने प्रसव कराने के बदले डॉक्टरों पर रुपये लेने का आरोप लगाया. इस पर मंत्री रविंद्र जायसवाल ने सीएमओ आर के सचान और एसडीएम सदर राजेश चौरसिया को फटकार लगाई.
बता दें, नवंबर माह में भी प्रभारी मंत्री जब निरीक्षण पर अस्पताल पहुंचे थे, तब उन्हें रिश्वतखोरी की शिकायत मिली थी. इसके बाद उन्होंने एसडीएम सदर को जांच कर आरोपी डॉक्टरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के आदेश दिए थे, लेकिन मंत्री के वापस जाते ही मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया, जिससे वे नाराज थे.