हमीरपुरः एंटी करप्शन की टीम ने एक दारोगा को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया. पकड़े गए दरोगा का नाम हरिश्चंद्र है और वह जलालपुर थाने में उपनिरीक्षक पद पर तैनात है. टीम उसे लेकर हमीरपुर कोतवाली गई वहां दारोगा के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की गई.
जलालपुर थाने में तैनात दारोगा हरिश्चंद्र वर्मा बरहरा गांव में 4 मई को पकड़ी गई गुटखा फैक्ट्री की जांच कर रहे थे. इस मामले में एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेजा जा चुका है. आरोप है कि दारोगा ने एक अन्य अभियुक्त छेदालाल का नाम जांच में निकालने के लिए 50 हजार रुपये की डिमांड की थी. पुलिस ने छेदालाल को 3 जून को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था.
पकड़े गए अभियुक्त छेदालाल के भाई रत्नेश ने बताया कि दारोगा हरिश्चंद्र को रिश्वत के आठ हजार रुपये वह पहले ही दे चुका था. वह भाई पर गैंगस्टर लगाने की धमकी दे रहा था. इससे परेशान होकर उसने एंटी करप्शन की लखनऊ टीम को पूरी कहानी सुनाई. एंटी करप्शन टीम ने शुक्रवार की शाम कार्रवाई करते हुए दारोगा हरिश्चंद्र को जलालपुर थाने के बाहर रत्नेश से 10 हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. दरोगा को टीम सदर कोतवाली ले गई है.
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