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हमीरपुर के रूठे सवर्णों को साधेंगे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, पुराने तहसीलदार मैदान में जनसभा को करेंगे संबोधित

भाजपा ने हमीरपुर निकाय चुनाव में जीत के लिए एक बार फिर पिछड़ा वर्ग को खुश करने की कोशिश की है. इससे सवर्ण वोटर और उम्मीदवार खासे नाखुश हैं. उन्हें मनाने के लिए भाजपा ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को जिम्मेदारी दी है.

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Published : May 3, 2023, 12:47 PM IST

हमीरपुर : निकाय चुनाव में जातीय गोलबंदी गहरी करने के लिए भाजपा ने माइंड गेम शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा के ब्रजेश पाठक बुधवार को हमीरपुर में जनसभा को सम्बोधित करेंगे. इस जनसभा में निकाय चुनाव लड़ रहे सातों भाजपा प्रत्याशी शामिल होंगे. इस दौरान टिकट ना मिलने से रूठे एक दर्जन सवर्ण पुराने कार्यकर्ताओं को साधने का काम भी किया जाएगा.

पिछले कई चुनावों की तर्ज पर इस बार भी सत्ताधारी भाजपा ने जिले में खुल कर पिछड़ा वग्र का कार्ड खेला है. जिले की कुल सात सीटों में से चार अनारक्षित सीटों पर भी दो ओबीसी उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं. इससे सवर्ण खासकर वैश्य समाज में खासी नाराजगी देखी जा रही है. हमीरपुर नगर पालिका से निवर्तमान चेयरमैन कुलदीप निषाद और मौदहा नगर पालिका से पूर्व चेयरमैन वाल्मीकि गोस्वामी को टिकट थमाया है. इन दोनों सीटों से भाजपा के कई निष्ठावान कार्यकर्ता चुनाव लड़ने का सपना संजोए हुए थे. जबकि वैश्य समाज से पहली बार किसी भी उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया गया है.

पिछले चुनाव में भाजपा ने पांच अनारक्षित सीटों पर चार पर सवर्ण उम्मीदवार खड़े किए थे, जबकि एक भी टिकट ब्राह्मण समाज के दावेदार को नहीं दिया गया था. वैश्य समाज के खाते में दो सीट आई थीं. जहां राठ नगर पालिका से मनोज गुप्ता और कुरारा नगर पंचायत से जिलाध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता ने ताल ठोंकी थी और रनर अप रहे थे. इसके साथ ही वर्ष 2017 के निकाय चुनाव में भाजपा ने दो टिकट क्षत्रिय समाज को दिए थे. जिसमें भरुआ सुमेरपुर नगर पंचायत से जयकरन सिंह और सरीला नगर पंचायत से शेफाली सिंह को टिकट दिया था. तब शेफाली सिंह मामूली अंतर से महेंद्र राजपूत मंत्री से जीत पाने में सफल रही थीं. इस बार भाजपा ने अगड़ों पर दांव ना लगाकर पिछड़ों पर फिर दांव चला है. राठ से भाजपा ने वर्ष 2019 में पार्टी में आए निवर्तमान चेयरमैन श्रीनिवास बुधौलिया को टिकट दिया है. ऐसे में भाजपा का सालों से झंडा ढो रहा पुराना कार्यकर्ता मुंह फुलाए हुए है. भरुआ सुमेरपुर सीट पर भाजपा ने किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह को उम्मीदवार बनाया है. इस बार सवर्ण वोटर खासकर वैश्य समाज भाजपा से खफा खफा नजर आ रहा है. ब्रजेश पाठक का यह दौरा सवर्णों को साधने के मकसद से किया जा रहा है. उपमुख्यमंत्री की जनसभा बुधवार दोपहर हमीरपुर शहर के पुराने तहसीलदार मैदान में होगी.


मौदहा में भाजपा के बागी के साथ पुराने कार्यकर्ता

मौदहा में भाजपा ने पूर्व चेयरमैन वाल्मीकी गोस्वामी को टिकट दिया है. मौदहा में इस बार करीब एक दर्जन क्षत्रिय प्रत्याशी टिकट बांट रहे थे. जिनमें रामदेव सिंह ज्योत्सना सिंह और आशीष सिंह मुख्य थे, पर ऐन मौके पर पिछड़ा वर्ग से आने वाले वाल्मीकि गोस्वामी को टिकट देने से भाजपा की पूरी क्षत्रिय लॉबी एक निर्दलीय प्रत्याशी के पक्ष में एकजुट हो गई है. निर्दलीय प्रत्याशी के पक्ष में खुलकर भाजपा के पुराने कार्यकर्ता मतदान की अपील कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें : Karnataka Election 2023 : बोम्मई बोले, कांग्रेस ना सत्ता में आएगी और ना ही बजरंग दल पर बैन लगेगा

हमीरपुर : निकाय चुनाव में जातीय गोलबंदी गहरी करने के लिए भाजपा ने माइंड गेम शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा के ब्रजेश पाठक बुधवार को हमीरपुर में जनसभा को सम्बोधित करेंगे. इस जनसभा में निकाय चुनाव लड़ रहे सातों भाजपा प्रत्याशी शामिल होंगे. इस दौरान टिकट ना मिलने से रूठे एक दर्जन सवर्ण पुराने कार्यकर्ताओं को साधने का काम भी किया जाएगा.

पिछले कई चुनावों की तर्ज पर इस बार भी सत्ताधारी भाजपा ने जिले में खुल कर पिछड़ा वग्र का कार्ड खेला है. जिले की कुल सात सीटों में से चार अनारक्षित सीटों पर भी दो ओबीसी उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं. इससे सवर्ण खासकर वैश्य समाज में खासी नाराजगी देखी जा रही है. हमीरपुर नगर पालिका से निवर्तमान चेयरमैन कुलदीप निषाद और मौदहा नगर पालिका से पूर्व चेयरमैन वाल्मीकि गोस्वामी को टिकट थमाया है. इन दोनों सीटों से भाजपा के कई निष्ठावान कार्यकर्ता चुनाव लड़ने का सपना संजोए हुए थे. जबकि वैश्य समाज से पहली बार किसी भी उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया गया है.

पिछले चुनाव में भाजपा ने पांच अनारक्षित सीटों पर चार पर सवर्ण उम्मीदवार खड़े किए थे, जबकि एक भी टिकट ब्राह्मण समाज के दावेदार को नहीं दिया गया था. वैश्य समाज के खाते में दो सीट आई थीं. जहां राठ नगर पालिका से मनोज गुप्ता और कुरारा नगर पंचायत से जिलाध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता ने ताल ठोंकी थी और रनर अप रहे थे. इसके साथ ही वर्ष 2017 के निकाय चुनाव में भाजपा ने दो टिकट क्षत्रिय समाज को दिए थे. जिसमें भरुआ सुमेरपुर नगर पंचायत से जयकरन सिंह और सरीला नगर पंचायत से शेफाली सिंह को टिकट दिया था. तब शेफाली सिंह मामूली अंतर से महेंद्र राजपूत मंत्री से जीत पाने में सफल रही थीं. इस बार भाजपा ने अगड़ों पर दांव ना लगाकर पिछड़ों पर फिर दांव चला है. राठ से भाजपा ने वर्ष 2019 में पार्टी में आए निवर्तमान चेयरमैन श्रीनिवास बुधौलिया को टिकट दिया है. ऐसे में भाजपा का सालों से झंडा ढो रहा पुराना कार्यकर्ता मुंह फुलाए हुए है. भरुआ सुमेरपुर सीट पर भाजपा ने किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह को उम्मीदवार बनाया है. इस बार सवर्ण वोटर खासकर वैश्य समाज भाजपा से खफा खफा नजर आ रहा है. ब्रजेश पाठक का यह दौरा सवर्णों को साधने के मकसद से किया जा रहा है. उपमुख्यमंत्री की जनसभा बुधवार दोपहर हमीरपुर शहर के पुराने तहसीलदार मैदान में होगी.


मौदहा में भाजपा के बागी के साथ पुराने कार्यकर्ता

मौदहा में भाजपा ने पूर्व चेयरमैन वाल्मीकी गोस्वामी को टिकट दिया है. मौदहा में इस बार करीब एक दर्जन क्षत्रिय प्रत्याशी टिकट बांट रहे थे. जिनमें रामदेव सिंह ज्योत्सना सिंह और आशीष सिंह मुख्य थे, पर ऐन मौके पर पिछड़ा वर्ग से आने वाले वाल्मीकि गोस्वामी को टिकट देने से भाजपा की पूरी क्षत्रिय लॉबी एक निर्दलीय प्रत्याशी के पक्ष में एकजुट हो गई है. निर्दलीय प्रत्याशी के पक्ष में खुलकर भाजपा के पुराने कार्यकर्ता मतदान की अपील कर रहे हैं.

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