हमीरपुर: जिले से होकर गुजरने वाले एनएच-34 पर लॉकडाउन के बाद से ट्रक सहित फंसे ट्रक ड्राइवरों और कंडक्टरों के लिए कुछ लोग देवदूत बनकर प्रकट हुए. बीच हाईवे में फंसे इन ट्रक ड्राइवर और कंडक्टरों की भूख मिटाने के लिए मानवता की मिसाल पेश करते हुए तड़के इन देवदूतों ने लंच पैकेट बांटे. भूखे प्यासे इन ट्रक ड्राइवरों और कंडक्टरों के चेहरे अचानक खाना मिलने से खिल उठे.
खाना बांटने वाले शहजाद बताते हैं कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूरे देश में लॉकडाउन के एलान के बाद से ट्रकों का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया था, जिसके बाद से ट्रक ड्राइवर और कंडक्टर भूखे रहने को मजबूर हो गए थे. उनसे और उनके कुछ साथियों से देखा नहीं गया, जिसके बाद उन्होंने आपसी सहयोग से लंच पैकेट बनवाकर ट्रक ड्राइवरों को बांटे.
खाना बांटने वाले बदरुद्दीन कहते हैं कि अचानक लॉकडाउन लागू करने से रास्ते में फंसे ट्रक ड्राइवरों के सामने भारी मुश्किलें खड़ी हो गईं, इसलिए उनके सभी साथियों ने लंच पैकेट बांटने का बीड़ा उठाया.
बता दें कि जिले से होकर गुजरने वाले एनएच- 34 पर मंगलवार की दोपहर को ही ट्रकों का आवागमन रोक दिया गया था. जिससे जिले में कई स्थानों पर सैकड़ों ट्रक खड़े हो गए. सभी दुकान, होटल, ढाबे बन्द हो जाने से इन ट्रक ड्राइवरों और कंडक्टरों के सामने भुखमरी की समस्या पैदा हो गई. जब भूख, प्यास से परेशान ट्रक वालों की सूचना लोगों को मिली तो कई समाजसेवी आगे आए और उन्होंने खाने के पैकेट बनवाकर इन ट्रक वालों की भूख मिटाने की कोशिश की. ट्रक वालों के साथ आम जन भी इन समाजसेवियों की जमकर तारीफ कर रहे हैं .
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