हमीरपुर: बीते दो दिनों से हो रही बारिश के कारण किसानों के खेतों में पानी भर गया है, जिससे खेतों में खड़ी सरसों, चना, मसूर सहित अन्य फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. गेहूं की पैदावार करने वाले किसानों के लिए यह बारिश किसी वरदान से कम नहीं है. अबकी बार जिले के ज्यादातर किसानों ने दलहनी फसलों की बुवाई की थी, लेकिन बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है.
कृषि वैज्ञानिक ने दी जानकारी
कुरारा कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक एसपी सोनकर बताते हैं कि लगातार हो रही बारिश दलहनी फसलों के लिए नुकसान दायक साबित हो सकती है. उन्होंने बताया कि बारिश से मटर की खेतों में पानी भर गया है, जिससे मटर की खेती प्रभावित हुई है. सरसों की फसल के फूल भी इस बारिश की चपेट में आकर नष्ट हुए हैं, जिसका असर उत्पादन पर पड़ना तय है.
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उन्होंने बताया कि बारिश के कारण चने की फसल भी प्रभावित होगी. इस बारिश से चने की फसल में वनस्पतिक वृद्धि अत्यधिक होगी, जिसका उत्पादन पर असर पड़ेगा. यह बारिश गेहूं की पैदावार करने वाले किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है. उन्होंने कहा कि गेहूं की फसल अभी शुरुआती दौर में है, इसलिए यह पानी गेहूं की फसल के लिए वरदान साबित होगा.