हमीरपुर : कुरारा थाना क्षेत्र के पतारा गांव निवासी पीआरडी जवान की ड्यूटी जाते समय ठंड लगने से मौत हो गई थी. शुक्रवार की शाम को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया. परिवार के लोग शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर जा रहे थे. इस दौरान उन्होंने साथ के पीआरडी जवानों के साथ जजी तिराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया. इसके बाद नारबाजी करने लगे. जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने मामले में कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम खुलवाया.
पुलिस अधीक्षक दीक्षा शर्मा के मीडिया सेल प्रभारी से मिली जानकारी के अनुसार कुरारा थाना के पतारा गांव निवासी राजेंद्र कुमार (42) पीआरडी में जवान था. चार दिन पूर्व बिवांर थाना से ड्यूटी करके वह बाइक से गांव आया था. इस दौरान उसे सर्दी लग गई थी. परिवार के लोग उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे थे. यहां से उसे कानपुर रेफर कर दिया गया था. कानपुर ले जाते समय रास्ते में उसने दम तोड़ दिया. शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया. इसके बाद परिजनों ने साथ के कुछ पीआरडी जवानों के साथ मिलकर शहर के जजी तिराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया.
पीआरडी जवान के चचेरे भाई सुरेशचंद्र ने कहा कि उसके भाई की मौत पर मुआवजा दिया जाए. उसके चार छोटे छोटे बच्चे हैं, मां दिव्यांग हैं. ऐसे में कैसे बच्चों का पालन-पोषण होगा. एक बेटे को नौकरी दी जाए. वहीं पीआरडी जवानों ने भी साथी की मौत पर मुआवजे की मांग की. पीआरडी जवानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि विभाग के डीओ, बीओ व अन्य अधिकारी घरों में ड्यूटी के नाम पर उनसे झाडू, पोंछा, बर्तन धुलवाते हैं. वहीं कोतवाली व थानों में पीआरडी जवानों से चाय-नाश्ता मंगवाया जाता है. जाम की सूचना पर पहुंचे कोतवाल अनूप सिंह ने परिजनों व पीआरडी जवानों को समझाया. इसके बाग जाम खुला.
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