हमीरपुर : उत्तरप्रदेश के हमीरपुर जिले में शुक्रवार को गजब का क्रिकेट मैच हुआ. जिले के स्पोर्ट्स स्टेडियम में हुए क्रिकेट में मैच में खिलाड़ी धोती-कुर्ता पहनकर फील्ड में उतरे. सभी प्लेयरों ने नंगे पांव ही पूरा मैच खेला. इन खिलाड़ियों के पास सेफ्टी टूल्स के नाम पर सिर्फ पैड और गलब्स ही थे. इस मैच को देखने आए दर्शकों को उस समय और हैरानी हुई, जब कमेंट्री संस्कृत में हुई.
अपर जिलाधिकारी न्यायिक नागेंद्र नाथ यादव ने बताया कि हमीरपुर ज़िला अपनी स्थापना का 200 वीं वर्षगांठ मना रहा है. इस मौके पर पूरे साल ज़िले भर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इन आयोजनों के क्रम में शुक्रवार को उरई जालौन और हमीरपुर के बीच क्रिकेट मैच खेला गया. इस मैच में शामिल दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने धोती-कुर्ता पहन रखा था. इस दौरान संस्कृत विद्यालय की विभागाध्यक्ष हरिओम चतुर्वेदी ने संस्कृत में कमेंट्री की.
दरअसल मैच खेलने वाले दोनों टीम संस्कृत माध्यम से पढ़ने वाली बटुकों की थी. हमीरपुर के स्पोर्ट्स स्टेडियम में हमीरपुर की झलोखर संस्कृत महाविद्यालय और जालौन के संस्कृत महाविद्यालय की टीमों के बीच मुकाबला हुआ. मैच के लिए 15 ओवर निर्धारित किए गए थे मगर जालौन की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 9.3 ओवर में 48 रन बनाकर ऑलआउट हो गई. उरई जालौन की ओर से निशांत त्रिपाठी ने सबसे ज्यादा 14 रन बनाए. हमीरपुर की ओर से विपिन तिवारी ने छह विकेट लिए. जवाब में हमीरपुर की झलोखर महाविद्यालय की टीम ने नौंवे ओवर में मुकाबला 6 विकेट से जीत लिया. हमीरपुर टीम के खिलाड़ी गगन ने 21 और हमीरपुर के विपिन ने 16 रन बनाए. 6 विकेट लेने वाले विपिन को मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया.
मैच में बटुकों ने अपनी परंपरागत पोशाक में ही चौके छक्के लगाए. फील्डरों ने भी धोती-कुर्ता पहनकर ही दौड़ लगाई. हमीरपुर के ज़िलाधिकारी चंद्रभूषण त्रिपाठी ने बताया कि भाषा का किसी खेल से संबंध नहीं होता है. इस मैच को इसलिए आयोजित किया गया ताकि लोगों का रुझान संस्कृत भाषा की तरफ भी जाए.