हमीरपुर: अवैध खनन मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम का शिकंजा धीरे-धीरे वन विभाग पर कसता जा रहा है. वैसे तो सीबीआई साल 2012 से 2017 के बीच हुए अवैध खनन मामले की जांच कर रही है, लेकिन जांच के दौरान सीबीआई को 2012 के पहले भी अवैध खनन किए जाने के सबूत हाथ लगे हैं.
- सीबीआई ने 2010 में तैनात रहे डीएफओ ललित कुमार गिरी को तलब किया था.
- शुक्रवार को वर्तमान में कानपुर देहात जिले में तैनात डीएफओ नरेंद्र कुमार गिरी सीबीआई के सामने उपस्थित हुए.
- सीबीआई के अधिकारियों ने ललित कुमार से लगभग ढाई घंटे पूछताछ की और 2010 में वन क्षेत्र में किए गए खनन के बारे में जानकारी ली.
- जांच के लिए जिले में छठवीं बार डेरा डालने वाली सीबीआई की टीम की रवानगी 6 दिसंबर को है.
ये भी पढ़ें: हमीरपुर: सीबीआई का अवैध खनन मामले में बढ़ा जांच का दायरा, वन अधिकारी से की पूछताछ
बताया जा रहा है कि अवैध खनन में लिप्त जिन 78 लोगों को सीबीआई ने नोटिस जारी किए वे सभी इस दरमियान सीबीआई के समक्ष बयान दर्ज कराने पहुंचेंगे. सपा शासन काल में हुए 9 सौ करोड़ के खनन घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने पूर्व आईएएस बी चंद्रकला समेत सपा एमएलसी रमेश मिश्र, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष संजय दीक्षित सहित 11 लोगों को मुख्य आरोपी बनाया है.