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यह बकरा खाता है सिर्फ काजू-बादाम, कीमत जानकर रह जाएंगे दंग

हमीरपुर में एक ऐसा बकरा है जो जिले में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. 220 किलो वजनी यह बकरा खाने में काजू, किशमिश और अखरोट खाता है. बकरे के मलिक ने बकरीद के दिन कुर्बानी के लिए बकरे की कीमत आठ लाख रुपये रखी है.

220 किलो वजनी बकरा.
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Published : Aug 8, 2019, 8:41 PM IST

Updated : Aug 8, 2019, 11:58 PM IST

हमीरपुर: बकरीद का त्योहार नजदीक आते ही जिले में कुर्बानी के लिए बकरों की मंडियां सज गई हैं. इन्हीं मंडियों में एक बकरा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. 220 किलो वजनी यह बकरा खाने में वह सब चीजें खाता है, जो किसी आम इंसान को मयस्सर नहीं है. 8 लाख की कीमत के इस बकरे को देखने के लिए भारी संख्या में लोग उमड़ रहे हैं.

यह बकरा रोजाना खाता है काजू-बादाम.

ऐसा बकरा जो खाने में खाता है काजू और किशमिश

  • जिले में 220 किलो वजनी का बकरा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
  • बकरे के मलिक ने बकरा का नाम रैंबो रखा है.
  • 8 लाख की कीमत के इस बकरा को देखने के लिए भारी संख्या में लोग उमड़ रहे हैं.
  • यह बकरा राजस्थान में पाई जाने वाली गुजरी नस्ल का है.
  • बकरे का मलिक बकरा को काजू,बादाम, किशमिश और अखरोट आदि खिलाते हैं.
  • बकरीद त्योहार के दिन कुर्बानी के लिए बकरा की कीमत आठ लाख रुपये रखी गई है.

220 किलो वजनी रैंबो नाम का है यह बकरा है खास

बकरे के मालिक इरशाद खान बकरा पालन का शौक रखते हैं. इसी शौक के चलते इरशाद बकरों को तैयार करने के लिए भारी मशक्कत भी करते हैं. मौदहा ब्लॉक के नरायच गांव निवासी इरशाद खान बताते हैं कि उनका यह बकरा राजस्थान में पाई जाने वाली गुजरी नस्ल का है. उन्होंने बकरा का नाम रैंबो रखा है. इरशाद बताते हैं कि 220 किलो वजनी रैंबो अभी 25 महीने का है, लेकिन वो जयपुर से इसे तब लाए थे जब वह दो महीने का था.

इरशाद खान ने बताया कि वे रैंबो को खाने में काजू, किसमिस, बादाम, अखरोट, भैंस का दूध व खोया आदि खिलाते हैं. उन्होंने बताया कि वे रैंबो को हष्ट पुष्ट बनाए रखने के लिए प्रतिदिन एक घंटे मालिश भी करते हैं. उन्होंने बताया कि बकरों को तैयार करके उन्हें कुर्बानी के लिए ऊंचे दामों पर बेचते हैं. इरशाद ने बताया कि रैंबो की सर्वाधिक कीमत छह लाख रुपये लग चुकी है, लेकिन वे बकरा की कीमत आठ लाख रुपये मांग रहे हैं.

हमीरपुर: बकरीद का त्योहार नजदीक आते ही जिले में कुर्बानी के लिए बकरों की मंडियां सज गई हैं. इन्हीं मंडियों में एक बकरा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. 220 किलो वजनी यह बकरा खाने में वह सब चीजें खाता है, जो किसी आम इंसान को मयस्सर नहीं है. 8 लाख की कीमत के इस बकरे को देखने के लिए भारी संख्या में लोग उमड़ रहे हैं.

यह बकरा रोजाना खाता है काजू-बादाम.

ऐसा बकरा जो खाने में खाता है काजू और किशमिश

  • जिले में 220 किलो वजनी का बकरा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
  • बकरे के मलिक ने बकरा का नाम रैंबो रखा है.
  • 8 लाख की कीमत के इस बकरा को देखने के लिए भारी संख्या में लोग उमड़ रहे हैं.
  • यह बकरा राजस्थान में पाई जाने वाली गुजरी नस्ल का है.
  • बकरे का मलिक बकरा को काजू,बादाम, किशमिश और अखरोट आदि खिलाते हैं.
  • बकरीद त्योहार के दिन कुर्बानी के लिए बकरा की कीमत आठ लाख रुपये रखी गई है.

220 किलो वजनी रैंबो नाम का है यह बकरा है खास

बकरे के मालिक इरशाद खान बकरा पालन का शौक रखते हैं. इसी शौक के चलते इरशाद बकरों को तैयार करने के लिए भारी मशक्कत भी करते हैं. मौदहा ब्लॉक के नरायच गांव निवासी इरशाद खान बताते हैं कि उनका यह बकरा राजस्थान में पाई जाने वाली गुजरी नस्ल का है. उन्होंने बकरा का नाम रैंबो रखा है. इरशाद बताते हैं कि 220 किलो वजनी रैंबो अभी 25 महीने का है, लेकिन वो जयपुर से इसे तब लाए थे जब वह दो महीने का था.

इरशाद खान ने बताया कि वे रैंबो को खाने में काजू, किसमिस, बादाम, अखरोट, भैंस का दूध व खोया आदि खिलाते हैं. उन्होंने बताया कि वे रैंबो को हष्ट पुष्ट बनाए रखने के लिए प्रतिदिन एक घंटे मालिश भी करते हैं. उन्होंने बताया कि बकरों को तैयार करके उन्हें कुर्बानी के लिए ऊंचे दामों पर बेचते हैं. इरशाद ने बताया कि रैंबो की सर्वाधिक कीमत छह लाख रुपये लग चुकी है, लेकिन वे बकरा की कीमत आठ लाख रुपये मांग रहे हैं.

Intro:लाखों की कीमत का है ये बकरा, खाता है काजू बादाम

हमीरपुर। बकरीद का त्यौहार नजदीक आते ही जिले में कुर्बानी के लिए बकरों की मंडियां सज गई हैं। इन्हीं मंडियों में एक बकरा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। 220 किलो वजनी यह बकरा खाने में वह सब चीजें खाता है जो किसी आम इंसान को मयस्सर नहीं है। आठ लाख की कीमत के इस बकरे को देखने के लिए भारी संख्या लोग उमड़ रहे हैं। बकरे के मालिक इरशाद खान बकरा पालन का शौक रखते हैं और इसी शौक के चलते वे बकरों को तैयार करने के लिए भारी मशक्कत भी करते हैं। Body:मौदहा ब्लाक के नरायच गांव निवासी इरशाद खान बताते हैं कि उनका या बकरा राजस्थान में पाई जाने वाली गुजरी नस्ल का है और उन्होंने उसका नाम रैंबो रखा है। वे बताते हैं कि 220 किलो वजनी रैंबो अभी 25 महीने का है लेकिन वे जयपुर से इसे तब लाए थे जब वह 2 महीने का था। उन्होंने बताया कि वे रैंबो को खाने में काजू, किसमिस, बादाम, अखरोट, भैंस का दूध व खोया आदि खिलाते हैं। उन्होंने बताया कि वे रैंबो को हष्ट पुष्ट बनाए रखने के लिए प्रतिदिन 1 घंटे मालिश भी करते हैं। अपने शौक के बारे में इरशाद बताते हैं कि उन्हें बकरा पालने की प्रेरणा सूरत के बकरा व्यापारी अनवर मिर्जा से मिली। वे बताते हैं कि अपने उस्ताद से मिली सीख के अनुसार ही वे अपने बकरों को तैयार करते हैं और कुर्बानी के लिए उन्हें ऊंचे दामों पर बेचते हैं।Conclusion:इंसात बताते हैं कि रैंबो को दूर-दूर शहरों से आ रहे हैं अभी तक रनों की सर्वाधिक कीमत छह लाख रुपये लग चुकी है लेकिन वे इसके आठ लाख रुपये मांग रहे हैं।


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बाइट बकरे के मालिक इरशाद खान की है।
Last Updated : Aug 8, 2019, 11:58 PM IST
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