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यूक्रेन से लौटे गोरखपुर के छात्रों से योगी ने की मुलाकात, कहा-मोदी सरकार की संवेदनशीलता से हुआ संभव

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Published : Mar 9, 2022, 6:52 PM IST

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूक्रेन से लौटे गोरखपुर के छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों से गोरखनाथ मंदिर स्थित अपने आवास पर मुलाकात की. उन्होंने कहा कि यूक्रेन से छात्रों की वापसी मोदी सरकार की संवेदनशीलता के कारण ही संभव हो सकी.

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गोरखपुर. मुख्यमंत्री योगी ने यूक्रेन से सकुशल लौटे जिले के 16 छात्र-छात्राओं का गोरखनाथ धाम स्थित अपने आवास पर स्वागत कर शुभकामनाएं दी. सीएम योगी ने कहा कि युद्धग्रस्त यूक्रेन से बच्चों की वापसी मोदी सरकार की संवेदनशीलता को व्यक्त करती है. यूक्रेन से नागरिकों और छात्रों को सुरक्षित लाने की कोशिश सिर्फ भारत ने ही की और यह सुविधा भी भारत को ही मिली. इस मौके पर उन्होंने छात्रों के अभिभावकों से भी बातचीत की.

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उन्होंने कहा कि दुनिया के तमाम देशों ने खासकर अफ्रीकी देशों की सरकारों ने कोई संज्ञान नहीं लिया. वहां फंसे अपने नागरिकों को भगवान के भरोसे छोड़ दिया.आज भी दुनिया के कई देशों के लोग यूक्रेन में फंसे हुए हैं. उनकी देश की सरकारें अपने लोगों को वहां से निकालने के प्रति संवदेनशील नहीं हैं.

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यह भी पढ़ें: कीव से सुरक्षित निकालने पर पाकिस्तानी युवती ने अदा किया पीएम मोदी का शुक्रिया

मोदी की नीतियों की वजह से लौट पाए छात्र

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की अंतरराष्ट्रीय नीति की वजह से ही युद्ध क्षेत्र से भारतीयों को सकुशल वापस लाने में सफलता मिली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष रुचि दिखाई. युद्ध शुरू होते ही बैठकें की और यूक्रेन में फंसे नागरिकों को वापस लाने की व्यवस्था के लिए ऑपरेशन गंगा शुरू किया.

दुनिया के देशों में है मोदी का दबदबा

प्रधानमंत्री मोदी की वजह से ही रोमानियां, हंगरी और पोलेंड ने हमारे नागरिकों को सुरक्षित निकालने में मदद की. यूक्रेन और रूस ने भी सीजफायर किया ताकि भारत के नागरिक सुरक्षित निकल सकें. उप्र सरकार ने दिल्ली में नोडल अधिकारियों की तैनाती की. यूपी भवन में बच्चों को ठहराया और सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की.

छात्रों के भविष्य की भी है चिंता

उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार यूक्रेन में फंसे छात्रों को निकालने पर ही कार्य नहीं कर रही है बल्कि उनके कैरियर को आगे बढ़ाने पर भी विचार कर रही है. इस बारे में सरकार इंडियन मेडिकल रिसर्च के संपर्क में है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों के कैरियर को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार में विचार विमर्श जारी है.

उन्होंने कहा कि कोई न कोई रास्ता जरूर निकलेगा. आप लोग मानसिक रूप से स्वस्थ रहिये. किसी तरह की घबराहट नहीं होनी चाहिए. उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वह अपने पाठ्यक्रम से जुड़े रहें और इसे लेकर मानसिक मजबूती को बनाए रखें. ऐसा करके वह अपने करियर को विपरीत परिस्थितियों में भी आगे बढ़ाने में सफल हो सकेंगे.

यूपी के 2290 में से 2078 छात्र सकुशल लौट चुके हैं

उन्होंने कहा कि यूक्रेन में उत्तर प्रदेश के 2290 छात्र थे. इनमें से 2078 वापस आ चुके हैं. अकेले गोरखपुर के 74 में से 70 वापस आ चुके हैं. चार शेष छात्रों को भी लाने की व्यवस्था की जा रही है. इनमें से दो पोलैंड एयरपोर्ट पर भारत की एंबेसी में हैं जबकि दो यूक्रेन से पोलटावा पहुंच चुके हैं. उनकी भी सकुशल वापसी की कोशिशें जारी हैं. इस मौके पर यूक्रेन से सकुशल लौटे मेडिकल छात्रों और उनके अभिभावकों ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी का आभार जताया.

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गोरखपुर. मुख्यमंत्री योगी ने यूक्रेन से सकुशल लौटे जिले के 16 छात्र-छात्राओं का गोरखनाथ धाम स्थित अपने आवास पर स्वागत कर शुभकामनाएं दी. सीएम योगी ने कहा कि युद्धग्रस्त यूक्रेन से बच्चों की वापसी मोदी सरकार की संवेदनशीलता को व्यक्त करती है. यूक्रेन से नागरिकों और छात्रों को सुरक्षित लाने की कोशिश सिर्फ भारत ने ही की और यह सुविधा भी भारत को ही मिली. इस मौके पर उन्होंने छात्रों के अभिभावकों से भी बातचीत की.

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उन्होंने कहा कि दुनिया के तमाम देशों ने खासकर अफ्रीकी देशों की सरकारों ने कोई संज्ञान नहीं लिया. वहां फंसे अपने नागरिकों को भगवान के भरोसे छोड़ दिया.आज भी दुनिया के कई देशों के लोग यूक्रेन में फंसे हुए हैं. उनकी देश की सरकारें अपने लोगों को वहां से निकालने के प्रति संवदेनशील नहीं हैं.

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मोदी की नीतियों की वजह से लौट पाए छात्र

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की अंतरराष्ट्रीय नीति की वजह से ही युद्ध क्षेत्र से भारतीयों को सकुशल वापस लाने में सफलता मिली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष रुचि दिखाई. युद्ध शुरू होते ही बैठकें की और यूक्रेन में फंसे नागरिकों को वापस लाने की व्यवस्था के लिए ऑपरेशन गंगा शुरू किया.

दुनिया के देशों में है मोदी का दबदबा

प्रधानमंत्री मोदी की वजह से ही रोमानियां, हंगरी और पोलेंड ने हमारे नागरिकों को सुरक्षित निकालने में मदद की. यूक्रेन और रूस ने भी सीजफायर किया ताकि भारत के नागरिक सुरक्षित निकल सकें. उप्र सरकार ने दिल्ली में नोडल अधिकारियों की तैनाती की. यूपी भवन में बच्चों को ठहराया और सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की.

छात्रों के भविष्य की भी है चिंता

उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार यूक्रेन में फंसे छात्रों को निकालने पर ही कार्य नहीं कर रही है बल्कि उनके कैरियर को आगे बढ़ाने पर भी विचार कर रही है. इस बारे में सरकार इंडियन मेडिकल रिसर्च के संपर्क में है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों के कैरियर को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार में विचार विमर्श जारी है.

उन्होंने कहा कि कोई न कोई रास्ता जरूर निकलेगा. आप लोग मानसिक रूप से स्वस्थ रहिये. किसी तरह की घबराहट नहीं होनी चाहिए. उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वह अपने पाठ्यक्रम से जुड़े रहें और इसे लेकर मानसिक मजबूती को बनाए रखें. ऐसा करके वह अपने करियर को विपरीत परिस्थितियों में भी आगे बढ़ाने में सफल हो सकेंगे.

यूपी के 2290 में से 2078 छात्र सकुशल लौट चुके हैं

उन्होंने कहा कि यूक्रेन में उत्तर प्रदेश के 2290 छात्र थे. इनमें से 2078 वापस आ चुके हैं. अकेले गोरखपुर के 74 में से 70 वापस आ चुके हैं. चार शेष छात्रों को भी लाने की व्यवस्था की जा रही है. इनमें से दो पोलैंड एयरपोर्ट पर भारत की एंबेसी में हैं जबकि दो यूक्रेन से पोलटावा पहुंच चुके हैं. उनकी भी सकुशल वापसी की कोशिशें जारी हैं. इस मौके पर यूक्रेन से सकुशल लौटे मेडिकल छात्रों और उनके अभिभावकों ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी का आभार जताया.

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