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विश्व बाघ दिवस : गोरखपुर में लोगों ने लिया बाघ बचाने का संकल्प, रन फॉर टाइगर में लगाई दौड़ - गोरखपुर प्राणी उद्यान

गोरखपुर जिले में 29 जुलाई को होने वाले विश्व बाघ दिवस से पहले रन फॉर टाइगर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान गोरखपुर के लोगों ने राष्ट्रीय पशु बाघ को बचाने का संकल्प लेकर 2 किलोमीटर की दौड़ लगाई.

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विश्व बाघ दिवस
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Published : Jul 28, 2022, 5:25 PM IST

Updated : Jul 28, 2022, 5:58 PM IST

गोरखपुरः जिले में गुरुवार को प्राणी उद्यान और वन विभाग के संयुक्त आयोजन ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. इस दौरान गोरखपुर वासियों ने राष्ट्रीय पशु बाघ को बचाने का संकल्प लेकर शहर के मुख्य पिकनिक स्पॉट रामगढ़ ताल नौकायन और सर्किट हाउस रोड पर करीब 2 किलोमीटर की दौड़ लगाई. ‘रन फॉर टाइगर’ की इस दौड़ को पैडलेगंज स्थित गौतम बुद्ध प्रवेश द्वार से प्राणी उद्यान के रेस्टहाउस तक रखा गया. इस दौड़ को राज्य के अपर प्रमुख वन संरक्षक टाइगर प्रोजेक्ट कमलेश कुमार ने हरी झंडी दिखाई. इस दौरान शहरवासियों को उत्साह देखते ही बन रहा था.

29 जुलाई को होने वाले विश्व बाघ दिवस पर पहली बार गोरखपुर को अंतरराष्ट्रीय बाघ संरक्षण सेमिनार की जिम्मेदारी मिली है. शुक्रवार को महायोगी बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह एवं संस्कृति केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, फिल्म अभिनेता रणदीप हुड्डा, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना समेत अन्य मंत्री, सांसद एवं विधायक शामिल होंगे. इसी दिन मुख्यमंत्री सफेद बाघिन गीता को शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान में बाड़ा प्रवेश करने के बाद दर्शकों के दर्शनार्थ के लिए उपलब्ध कराएंगे.

विश्व बाघ दिव

वहीं, आज जागरूकता के लिए आयोजित रन फॉर टाइगर में, प्राणी उद्यान के निदेशक डॉ. एच राजा मोहन, आईएफएस मनोज सोनकर, डीएफओ गोरखपुर विकास यादव, एसडीओ हरेंद्र सिंह, एसडीओ हरिकेश यादव, प्राणी उद्यान के वाइल्डलाइफ विशेषज्ञ डॉ. योगेश जीबीएस संयुक्त से सहयोग किया.

पढ़ेंः विश्व बाघ दिवस पर आयोजित होगा अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार, CM योगी होंगे मुख्य अतिथि

राष्ट्रीय पशु बाघ के संरक्षण के लिए जागरूकता को लेकर शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान परिसर समेत शहर के कई स्कूलों जिसमें अयोध्या दास गर्ल्स इंटरमीडिएट कालेज, दिल्ली पब्लिक स्कूल, सेंट्रल एकेडमी, सेंट जेवियर्स स्कूल महुईसुघरपुर, दिल्ली पब्लिक स्कूल मानीराम पेटिंग, स्केचिंग, क्विज और निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई. इन प्रतियोगिताओं में 500 के करीब विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया. इसमें सामूहिक रंगोली प्रतियोगिता भी आयोजित होगी.

कैसे शुरू हुआ अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस का आयोजन ?
गोरखपुर प्राणी उद्यान के निदेशक एच राजा मोहन ने बताया कि हर साल 29 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाने की परंपरा 2010 में सेंट पीट्सबर्ग में हुए टाइगर शिखर सम्मेलन से शुरू हुई थी. लोकसभा में प्रस्तुत आंकड़ों के मुताबिक बीते तीन साल यानी 2019 से लेकर 2021 के बीच देश में 329 बाघों की मौत हुई. इनमें 68 तो स्वाभाविक मौत मरे, 5 अस्वाभाविक मौत, 29 बाघों को शिकारियों ने निशाना बनाया, जबकि 30 बाघ लोगों पर हमले में मारे गए. 197 बाघों की मौत के सही कारणों की जांच चल रही है. हालांकि शिकार में 2019 के मुकाबले 2021 में कई आई है.

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गोरखपुरः जिले में गुरुवार को प्राणी उद्यान और वन विभाग के संयुक्त आयोजन ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. इस दौरान गोरखपुर वासियों ने राष्ट्रीय पशु बाघ को बचाने का संकल्प लेकर शहर के मुख्य पिकनिक स्पॉट रामगढ़ ताल नौकायन और सर्किट हाउस रोड पर करीब 2 किलोमीटर की दौड़ लगाई. ‘रन फॉर टाइगर’ की इस दौड़ को पैडलेगंज स्थित गौतम बुद्ध प्रवेश द्वार से प्राणी उद्यान के रेस्टहाउस तक रखा गया. इस दौड़ को राज्य के अपर प्रमुख वन संरक्षक टाइगर प्रोजेक्ट कमलेश कुमार ने हरी झंडी दिखाई. इस दौरान शहरवासियों को उत्साह देखते ही बन रहा था.

29 जुलाई को होने वाले विश्व बाघ दिवस पर पहली बार गोरखपुर को अंतरराष्ट्रीय बाघ संरक्षण सेमिनार की जिम्मेदारी मिली है. शुक्रवार को महायोगी बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह एवं संस्कृति केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, फिल्म अभिनेता रणदीप हुड्डा, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना समेत अन्य मंत्री, सांसद एवं विधायक शामिल होंगे. इसी दिन मुख्यमंत्री सफेद बाघिन गीता को शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान में बाड़ा प्रवेश करने के बाद दर्शकों के दर्शनार्थ के लिए उपलब्ध कराएंगे.

विश्व बाघ दिव

वहीं, आज जागरूकता के लिए आयोजित रन फॉर टाइगर में, प्राणी उद्यान के निदेशक डॉ. एच राजा मोहन, आईएफएस मनोज सोनकर, डीएफओ गोरखपुर विकास यादव, एसडीओ हरेंद्र सिंह, एसडीओ हरिकेश यादव, प्राणी उद्यान के वाइल्डलाइफ विशेषज्ञ डॉ. योगेश जीबीएस संयुक्त से सहयोग किया.

पढ़ेंः विश्व बाघ दिवस पर आयोजित होगा अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार, CM योगी होंगे मुख्य अतिथि

राष्ट्रीय पशु बाघ के संरक्षण के लिए जागरूकता को लेकर शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान परिसर समेत शहर के कई स्कूलों जिसमें अयोध्या दास गर्ल्स इंटरमीडिएट कालेज, दिल्ली पब्लिक स्कूल, सेंट्रल एकेडमी, सेंट जेवियर्स स्कूल महुईसुघरपुर, दिल्ली पब्लिक स्कूल मानीराम पेटिंग, स्केचिंग, क्विज और निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई. इन प्रतियोगिताओं में 500 के करीब विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया. इसमें सामूहिक रंगोली प्रतियोगिता भी आयोजित होगी.

कैसे शुरू हुआ अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस का आयोजन ?
गोरखपुर प्राणी उद्यान के निदेशक एच राजा मोहन ने बताया कि हर साल 29 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाने की परंपरा 2010 में सेंट पीट्सबर्ग में हुए टाइगर शिखर सम्मेलन से शुरू हुई थी. लोकसभा में प्रस्तुत आंकड़ों के मुताबिक बीते तीन साल यानी 2019 से लेकर 2021 के बीच देश में 329 बाघों की मौत हुई. इनमें 68 तो स्वाभाविक मौत मरे, 5 अस्वाभाविक मौत, 29 बाघों को शिकारियों ने निशाना बनाया, जबकि 30 बाघ लोगों पर हमले में मारे गए. 197 बाघों की मौत के सही कारणों की जांच चल रही है. हालांकि शिकार में 2019 के मुकाबले 2021 में कई आई है.

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Last Updated : Jul 28, 2022, 5:58 PM IST
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