गोरखपुर: जिले में कोरोना संक्रमण के दौरान 20 अप्रैल से सरकारी कार्यालयों के खुलने का सिलसिला जारी हो गया है, लेकिन कुछ कार्यालय ऐसे भी हैं, जहां तकनीक समस्या की वजह से विभागीय कार्य पूरे नहीं हो पा रहे. पूरे देश में 31 मार्च 2020 तक बीएस-4 गाड़ियों की बिक्री होनी थी, लेकिन इसी बीच लॉकडाउन घोषित कर दिया गया जिससे इन गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन संभागीय परिवहन विभाग नहीं कर सका.
सुप्रीम कोर्ट ने रजिस्ट्रेशन का दिया है आदेश
30 अप्रैल 2020 तक इन गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन हर हाल में करने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया है. कार्यालय खुलने के बाद ऐसी गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन में विभागीय पोर्टल, वेबसाइट संकट बने हुए हैं. कार्यालय तो खुले हैं लेकिन वेबसाइट के काम न करने से कार्य नहीं हो पा रहा. वहीं लॉकडाउन में कार्यालय आने वाले व्यापारी परेशान हो रहे हैं.
बीएस-4 गाड़ियों का होना है रजिस्ट्रेशन
संभागीय परिवहन कार्यालय के बीएस-4 गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन का जो आंकड़ा है वह 12227 है. जिनकी बिक्री गोरखपुर मंडल के 4 जिले गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज और देवरिया में हुई है. सिर्फ गोरखपुर की बात करें तो यहां पर 6381 गाड़ियों की बिक्री हुई है, जिनमें व्यवसायिक गाड़ियों का आंकड़ा 118 का है.
वेबसाइट डाउन
महाराजगंज जिले में कुल 1353 गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन होना है. देवरिया जिले में 4111 और कुशीनगर में यह आंकड़ा 379 का है. परिवहन कार्यालय के वेबसाइट और पोर्टल दिल्ली स्थित कार्यालय से संचालित होता है और वहां लॉकडाउन की समस्या बनी होने के कारण इसके ऑपरेशन में थोड़ी देरी हुई है. जिसकी वजह से परिवहन विभाग गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन करने में संकट से जूझ रहा है.
रजिस्ट्रेशन के लिए यहां कार्यालय खोला गया है. हमारे पास 12,427 व्यावसायिक और नॉन व्यवसायिक वाहनों का रजिस्ट्रेशन लंबित है. इन्ही का पंजीकरण कराने के लिए कार्यालय को खोला गया है.
भीम सेन सिंह, आरटीओ