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लोकसभा चुनाव: रवि किशन की जीत के लिए महामंथन कर रहे हैं योगी आदित्यनाथ

सीएम योगी गोरखपुर से बीजेपी प्रत्याशी रवि किशन को जिताने के लिए पूरी ताकत से जुट गए हैं. इसके लिए वह स्थानीय नेताओं से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं. साथ ही चुनाव संबंधी सभी गतिविधियों पर नजर जमाए हुए हैं. इसी क्रम में वह बुधवार को गोरखपुर पहुंचे.

रवि किशन की जीत के लिए सीएम योगी ने संभाला मोर्चा
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Published : Apr 24, 2019, 8:05 PM IST

Updated : Apr 24, 2019, 8:14 PM IST

गोरखपुर: लोकसभा चुनाव में जिले की संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी ने फिल्म स्टार रवि किशन को अपना प्रत्याशी बनाया है. इस शहर को सीएम सिटी भी कहा जाता है. इस लोकसभा क्षेत्र को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की गृह सीट की तरह माना जाता है. यहां बीजेपी के साथ-साथ सीएम योगी की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है. इसकी अहमियत को देखते हुए मुख्यमंत्री ने स्वयं कमर कस ली है. सीएम बुधवार को बनारस से गोरखपुर पहुंचे. उन्होंने यहां गोकुल अतिथि भवन में भाजपा और हिंदू युवा वाहिनी संगठन के 300 चयनित पदाधिकारियों के साथ विशेष बैठक की.

रवि किशन की जीत के लिए सीएम योगी ने संभाला मोर्चा.

इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री का मार्गदर्शक मंडल के 30 बड़े पदाधिकारियों के साथ बैठक का भी कार्यक्रम है. इन सभी पदाधिकारियों ने पार्टी के जिला अध्यक्ष और क्षेत्रीय अध्यक्ष जैसे तमाम बड़े पदों पर रहने की जिम्मेदारी निभाई है और साथ ही आम लोगों के बीच मजबूत पकड़ रखते हैं.

पूरी तरह से गोपनीय और विशिष्ट इस बैठक में मीडिया को भी प्रतिबंधित कर दिया गया था. सिर्फ फोटो के लिए 2 मिनट का समय मिला था. इसकी गंभीरता का इसी बात से अंदाज लगाया जा सकता है कि जिन कार्यकर्ताओं को बैठक में बुलाया गया था उनके अलावा दूसरा कोई यहां नहीं पहुंच सकता था.

बाकायदा सबका नाम लिस्ट में था और पुलिस उन्हें जांचने-परखने के बाद ही अंदर जाने दे रही थी. सीएम की इस बैठक में पार्टी प्रत्याशी रवि किशन के अलावा प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री, गोरखपुर के चुनाव के प्रभारी सूर्य प्रताप शाही भी मौजूद थे.

गोरखपुर: लोकसभा चुनाव में जिले की संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी ने फिल्म स्टार रवि किशन को अपना प्रत्याशी बनाया है. इस शहर को सीएम सिटी भी कहा जाता है. इस लोकसभा क्षेत्र को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की गृह सीट की तरह माना जाता है. यहां बीजेपी के साथ-साथ सीएम योगी की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है. इसकी अहमियत को देखते हुए मुख्यमंत्री ने स्वयं कमर कस ली है. सीएम बुधवार को बनारस से गोरखपुर पहुंचे. उन्होंने यहां गोकुल अतिथि भवन में भाजपा और हिंदू युवा वाहिनी संगठन के 300 चयनित पदाधिकारियों के साथ विशेष बैठक की.

रवि किशन की जीत के लिए सीएम योगी ने संभाला मोर्चा.

इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री का मार्गदर्शक मंडल के 30 बड़े पदाधिकारियों के साथ बैठक का भी कार्यक्रम है. इन सभी पदाधिकारियों ने पार्टी के जिला अध्यक्ष और क्षेत्रीय अध्यक्ष जैसे तमाम बड़े पदों पर रहने की जिम्मेदारी निभाई है और साथ ही आम लोगों के बीच मजबूत पकड़ रखते हैं.

पूरी तरह से गोपनीय और विशिष्ट इस बैठक में मीडिया को भी प्रतिबंधित कर दिया गया था. सिर्फ फोटो के लिए 2 मिनट का समय मिला था. इसकी गंभीरता का इसी बात से अंदाज लगाया जा सकता है कि जिन कार्यकर्ताओं को बैठक में बुलाया गया था उनके अलावा दूसरा कोई यहां नहीं पहुंच सकता था.

बाकायदा सबका नाम लिस्ट में था और पुलिस उन्हें जांचने-परखने के बाद ही अंदर जाने दे रही थी. सीएम की इस बैठक में पार्टी प्रत्याशी रवि किशन के अलावा प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री, गोरखपुर के चुनाव के प्रभारी सूर्य प्रताप शाही भी मौजूद थे.

Intro:गोरखपुर। लोकसभा चुनाव 2019 में गोरखपुर लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के घोषित प्रत्याशी, फिल्म स्टार रवि किशन को भारी जीत दिलाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं कमर कस लिया है। सीएम आज शाम करीब 4:00 बजे बनारस से गोरखपुर पहुंच कर गोकुल अतिथि भवन में भारतीय जनता पार्टी और हिंदू युवा वाहिनी संगठन के 300 चिन्हित पदाधिकारियों के साथ विशेष बैठक कर रहे हैं। मुख्यमंत्री इस बैठक के बाद मार्गदर्शक मंडल के 30 ऐसे बड़े पदाधिकारियों के साथ भी बैठक करेंगे जिनके ऊपर कभी पार्टी का जिला अध्यक्ष और क्षेत्रीय अध्यक्ष जैसे तमाम बड़े पदों पर रहने का दारोमदार रहा है।

नोट-- ओपनिंग पीटीसी और कंप्लीट वॉइस ओवर के साथ पैकेजे स्टोरी


Body:पूरी तरह से गोपनीय और विशिष्ट इस बैठक में मीडिया को भी प्रतिबंधित कर दिया गया था। सिर्फ फोटो और वीडियो अपॉर्चुनिटी के लिए 2 मिनट का समय मिला था। सूत्रों की मानें तो पार्टी प्रत्याशी रवि किशन के नामांकन के दिन उपजी अंतरकलह की जानकारी शीर्ष नेतृत्व को मिली थी। योगी को भी नामांकन में आना था लेकिन वह नहीं आ सके थे। इसलिए आगे किसी भी तरह का कोई डैमेज ना हो उसको कंट्रोल करने के लिए यह खास बैठक बुलाई गई थी। इसकी गंभीरता इसी बात से थी कि जिन्हें बुलाया गया था उनके अलावा दूसरा कोई यहां पहुंच नहीं सकता था। बाकायदे सबका नाम लिस्ट में था और पुलिस उन्हें जांचने परखने के बाद ही अंदर जाने दे रही थी। सीएम की इस बैठक में पार्टी प्रत्याशी रवि किशन के अलावा प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री, गोरखपुर के चुनाव के प्रभारी सूर्य प्रताप शाही भी मौजूद थे।


Conclusion:दरअसल 2018 के हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी यह सीट हार क्या गई वह पूरी तरह से इस दबाव में आ गई कि उसे एहसास होने लगा कि अगर कार्यकर्ताओं ने साथ छोड़ा और अंतरकलह बनी रही तो प्रत्याशी को जिताना मुश्किल हो सकता है। इस सीट के हार जीत का असर सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पड़ेगा। क्योंकि वह सूबे के मुख्यमंत्री हैं गोरखपुर उनकी संसदीय सीट रही है। सीट को हार जाना पार्टी के लिए काफी बुरा संदेश होगा। इसलिए सीएम योगी की प्रतिष्ठा भी सीट पर लगी हुई है और वह इसे जीत में बदलने के लिए अपने सभी घोड़े खोल देंगे। क्योंकि गोरखपुर का संदेश प्रदेश ही नहीं पूरे देश में पार्टी की छवि के साथ योगी आदित्यनाथ की छवि को भी एक नया आयाम देगा।

क्लोजिंग पीटीसी

मुकेश पाण्डेय
Etv भारत, गोरखपुर
9415875724
Last Updated : Apr 24, 2019, 8:14 PM IST
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