गोरखपुर: केंद्रीय कानून राज्यमंत्री डॉ. एसपी सिंह बघेल (Union Minister of State for Law Dr. SP Singh Baghel) गुरुवार को गोरखपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी के साथ नहीं होती तो मैनपुरी लोकसभा चुनाव (Mainpuri Lok Sabha Election) सपा मुखिया, मुलायम सिंह यादव भी हार जाते. वह महज 94 हजार वोटों से लोकसभा जीते थे. कहा कि बसपा लोकसभा चुनाव में किसी भी महत्वपूर्ण सीट पर एक से डेढ़ लाख वोट अर्जित करने का दम रखती है.
कानून राज्यमंत्री डॉक्टर एसपी सिंह बघेल गुरुवार सिविल कोर्ट बार एसोसिएशन (Civil Court Bar Association) के आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे थे. जहां पर उन्होंने परिसर में पौधरोपण करने के बाद मैनपुरी लोकसभा के होने जा रहे उपचुनाव को लेकर मीडिया के सवालों का जवाब दिया. कहा कि मौजूदा समय में न तो मुलायम सिंह यादव जीवित है और न ही वह मैनपुरी से प्रत्याशी हैं. ऐसे में इस सीट को भारतीय जनता पार्टी ही इस बार जीतने में कामयाब होगी. कहा कि "विरासत नहीं करेगी सियासत के फैसले, अब उड़ाने तय करेंगी कि आसमान किसका होगा.
उन्होंने शिवपाल यादव पर तल्ख टिप्पणी और अखिलेश यादव को भी नहीं छोड़ा. इसके लिए उन्होंने चाणक्य के कथन का सहारा लिया और कहा दुश्मन के दुश्मन से जब दोस्ती की जाती है तो परिणाम सुखद नहीं होते. बघेल ने कहा कि अखिलेश यादव शिवपाल को अपने लाभ के लिए सिर्फ महत्व देते हैं. शिवपाल इसे भली-भांति समझते भी हैं. विधानसभा चुनाव में जसवंतनगर सीट शिवपाल जीत जाएंगे. इसलिए अखिलेश ने उन्हें सपा का सिंबल दे दिया. जबकि उनकी पत्नी, बेटे, बहू किसी को उम्मीदवार नहीं बनाया.
वहीं, गोरखपुर सिविल कोर्ट के कार्यक्रम में 1861 के बाद बतौर केंद्रीय कानून राज्यमंत्री आने वाले डॉक्टर बघेल पहले मंत्री हैं. इसलिए उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं ने उन्हें जो सम्मान दिया है. अपनी समस्याओं और जरूरतों के लिए जो उनके सामने मांग रखी है. उसे वह पूरी करने की कोशिश करेंगे और अपने वरिष्ठ मंत्री से चर्चा भी. उन्होंने कहा कि मोदी-योगी की सरकार सोशल वेलफेयर क्षेत्र में बड़ा काम करने के लिए जानी जाती है. ऐसे में उनकी कोशिश होगी कि गोरखपुर कोर्ट परिसर में बहुमंजिला कोर्ट चैंबर बने.
गौरतलब है कि, एसपी सिंह बघेल राजनीति में मुलायम सिंह यादव के शिष्य माने जाते हैं. समाजवादी पार्टी छोड़ने के बाद वह भारतीय जनता पार्टी में हैं. मौजूदा समय में आगरा से सांसद, केंद्रीय कानून राज्यमंत्री का दायित्व निभा रहे हैं. 2022 विधानसभा चुनाव में उन्होंने अखिलेश यादव के खिलाफ करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे. मैनपुरी लोकसभा और आसपास के क्षेत्रों में इनकी पकड़ अच्छी मानी जाती है. इसलिए इस उपचुनाव में भी बघेल समाजवादी पार्टी और उनके कुनबे के खिलाफ मुखर हो सकते हैं.
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