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स्मार्ट सिटी के तहत गोरखपुर को सीएम योगी अब देने जा रहे हैं ये सुविधाएं - नगर निगम गोरखपुर

राज्य स्मार्ट सिटी मिशन के तहत प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर को स्मार्ट बनाने के लिए शासन ने एक कदम और बढ़ा दिया है. इसके लिए शहर में एक अरब रुपये खर्च किया जाएगा.

Smart City gorakhpur
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Published : Aug 13, 2023, 11:38 AM IST

गोरखपुरः 'राज्य स्मार्ट सिटी' मिशन में शामिल होने के बाद गोरखपुर में तेजी के साथ बदलाव देखने को मिल रहा है. स्मार्ट सड़कें, फोर लेन, सिक्स लेन, फ्लाईओवर, मॉडर्न हॉस्पिटल, ई- बस सुविधाओं के बाद अब अब यहां बच्चों के खेलने के लिए पार्क और फूड स्ट्रीट जैसी सुविधाएं भी शुरू होने वाली हैं. इसके लिए एक अरब रुपए के स्पेशल बजट से शहर को स्मार्ट बनाने की तैयारी है. इसके लिए काम भी शुरू कर दिया गया है.

गौरतलब है कि इस प्रोजेक्ट में 50 करोड़ रुपए सिर्फ शहर के इंट्रीगेस्टेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) पर खर्च होंगे. नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि गोरखपुर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए एक अरब रुपए का बजट प्रस्तावित हैं. इसके तहत लालडिग्गी पार्क (नेहरू पार्क) में सूर्य नमस्कार प्लेटफार्म होगा और इंदिरा बाल विहार के पास फूड जोन बनाया जाएगा. इसके लिए नगर निगम की ओर से काम शुरू किया जा चुका है. स्मार्ट सिटी में शहर की पुरानी गलियों/ सड़कों को चौड़ा करने के साथ ड्रेनेज, इलेक्ट्रिक सभी सिस्टम को अंडरग्राउंड किया जाएगा और पार्किंग की सुविधा भी दी जाएगी.

लाल डिग्गी पार्क में सूर्य नमस्कार: स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लाल डिग्गी पार्क में सूर्य नमस्कार प्लेटफार्म के लिए 25 करोड़ रुपए का बजट प्रस्तावित है. इसमें शामिल होने वालों के लिए बैठने और छाया की व्यवस्था की जाएगी. जल्द ही नए प्रोजेक्ट को भी 'स्मार्ट सिटी' प्रोजेक्ट में शामिल कर इस पर काम भी शुरू हो जाएगा.

इंटीग्रेटेड ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टमः राज्य स्मार्ट सिटी योजना के तहत पूरे शहर को इंटीग्रेटेड ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) सिस्टम से जोड़ा जायेगा. इससे न सिर्फ यातायात व्यवस्था को सुचारू संचालन करने में मदद मिलेगी. बल्कि, यह घटनाओं पर रोक भी लगाएगी. इसके साथ ही यह लोगों की खोई हुई वस्तुओं को पाने में भी मददगार साबित होगी. करीब 50 करोड़ से ITMS से पूरा शहर लैस होगा. अभी शहर के करीब अट्ठारह चौराहे ITMS सिस्टम से जुड़े हैं. ऐसे में नगर निगम की तैयारी है, कि शहर के सभी चौराहों को ITMS से जोड़ा जा सके. शहर का दिल कहे जाने वाले इंदिरा बाल विहार के पास फूड जोन बनाया जाएगा, जहां लोग एक जगह बैठकर पकवानों का लुफ्त उठा सके.

प्रोजेक्ट को मुख्यमंत्री की मंजूरीः नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने कहा कि यह सब कार्य तेजी के साथ शहर में लागू होगा. मुख्यमंत्री का भी निर्देश इसके लिए प्राप्त हो चुका है, जो भी लंबित प्रकरण है. शासन से वह बहुत जल्द ही निपटा लिए जाएंगे. यही नहीं धर्मशाला से अलीनगर, नखास चौक होते हुए घंटाघर तक करीब साढ़े 3 किलो मीटर की जो संकरी और महत्वपूर्ण सड़क है, उसको चौड़ीकरण करने के साथ बिजली, ड्रेनेज सभी सुविधाओं को अंडरग्राउंड कर बेहतरीन बनाया जाएगा. यह अपने आप में मॉडर्न रोड के रूप में तब्दील होगी. लेकिन, जो हेरिटेज जोन है. उसे भी सुरक्षित करने का उपाय किया जाएगा.

बनेगी मल्टीलेवल पार्किंगः नगर आयुक्त ने बताया कि घंटाघर में शहीद बंधू सिंह पार्क को मल्टीलेवल पार्किंग बनाने की स्वीकृति शासन से मिल गई है. इसके लिए बजट भी आवंटित हो गया है. यह विकास कार्य शहर को राज्य स्मार्ट सिटी के पैमाने पर खरा उतरने में मददगार होंगे. स्मार्ट सिटी की खासियत में पर्याप्त जलापूर्ति, इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, सिटी मूवमेंट एंड पब्लिक ट्रांसपोर्ट, गरीबों के लिए के किफायती आवास, आईटी कनेक्टिविटी और डिजिटलाइजेशन, ई-गवर्नेंस और नागरिक भागीदारी शामिल है.

ये भी पढ़ेंः Operation Drishti: तीसरी 'आंख' से कानपुर शहर और देहात क्षेत्र की होगी निगरानी, अपराधियों की बढ़ेगी मुश्किल

गोरखपुरः 'राज्य स्मार्ट सिटी' मिशन में शामिल होने के बाद गोरखपुर में तेजी के साथ बदलाव देखने को मिल रहा है. स्मार्ट सड़कें, फोर लेन, सिक्स लेन, फ्लाईओवर, मॉडर्न हॉस्पिटल, ई- बस सुविधाओं के बाद अब अब यहां बच्चों के खेलने के लिए पार्क और फूड स्ट्रीट जैसी सुविधाएं भी शुरू होने वाली हैं. इसके लिए एक अरब रुपए के स्पेशल बजट से शहर को स्मार्ट बनाने की तैयारी है. इसके लिए काम भी शुरू कर दिया गया है.

गौरतलब है कि इस प्रोजेक्ट में 50 करोड़ रुपए सिर्फ शहर के इंट्रीगेस्टेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) पर खर्च होंगे. नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि गोरखपुर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए एक अरब रुपए का बजट प्रस्तावित हैं. इसके तहत लालडिग्गी पार्क (नेहरू पार्क) में सूर्य नमस्कार प्लेटफार्म होगा और इंदिरा बाल विहार के पास फूड जोन बनाया जाएगा. इसके लिए नगर निगम की ओर से काम शुरू किया जा चुका है. स्मार्ट सिटी में शहर की पुरानी गलियों/ सड़कों को चौड़ा करने के साथ ड्रेनेज, इलेक्ट्रिक सभी सिस्टम को अंडरग्राउंड किया जाएगा और पार्किंग की सुविधा भी दी जाएगी.

लाल डिग्गी पार्क में सूर्य नमस्कार: स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लाल डिग्गी पार्क में सूर्य नमस्कार प्लेटफार्म के लिए 25 करोड़ रुपए का बजट प्रस्तावित है. इसमें शामिल होने वालों के लिए बैठने और छाया की व्यवस्था की जाएगी. जल्द ही नए प्रोजेक्ट को भी 'स्मार्ट सिटी' प्रोजेक्ट में शामिल कर इस पर काम भी शुरू हो जाएगा.

इंटीग्रेटेड ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टमः राज्य स्मार्ट सिटी योजना के तहत पूरे शहर को इंटीग्रेटेड ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) सिस्टम से जोड़ा जायेगा. इससे न सिर्फ यातायात व्यवस्था को सुचारू संचालन करने में मदद मिलेगी. बल्कि, यह घटनाओं पर रोक भी लगाएगी. इसके साथ ही यह लोगों की खोई हुई वस्तुओं को पाने में भी मददगार साबित होगी. करीब 50 करोड़ से ITMS से पूरा शहर लैस होगा. अभी शहर के करीब अट्ठारह चौराहे ITMS सिस्टम से जुड़े हैं. ऐसे में नगर निगम की तैयारी है, कि शहर के सभी चौराहों को ITMS से जोड़ा जा सके. शहर का दिल कहे जाने वाले इंदिरा बाल विहार के पास फूड जोन बनाया जाएगा, जहां लोग एक जगह बैठकर पकवानों का लुफ्त उठा सके.

प्रोजेक्ट को मुख्यमंत्री की मंजूरीः नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने कहा कि यह सब कार्य तेजी के साथ शहर में लागू होगा. मुख्यमंत्री का भी निर्देश इसके लिए प्राप्त हो चुका है, जो भी लंबित प्रकरण है. शासन से वह बहुत जल्द ही निपटा लिए जाएंगे. यही नहीं धर्मशाला से अलीनगर, नखास चौक होते हुए घंटाघर तक करीब साढ़े 3 किलो मीटर की जो संकरी और महत्वपूर्ण सड़क है, उसको चौड़ीकरण करने के साथ बिजली, ड्रेनेज सभी सुविधाओं को अंडरग्राउंड कर बेहतरीन बनाया जाएगा. यह अपने आप में मॉडर्न रोड के रूप में तब्दील होगी. लेकिन, जो हेरिटेज जोन है. उसे भी सुरक्षित करने का उपाय किया जाएगा.

बनेगी मल्टीलेवल पार्किंगः नगर आयुक्त ने बताया कि घंटाघर में शहीद बंधू सिंह पार्क को मल्टीलेवल पार्किंग बनाने की स्वीकृति शासन से मिल गई है. इसके लिए बजट भी आवंटित हो गया है. यह विकास कार्य शहर को राज्य स्मार्ट सिटी के पैमाने पर खरा उतरने में मददगार होंगे. स्मार्ट सिटी की खासियत में पर्याप्त जलापूर्ति, इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, सिटी मूवमेंट एंड पब्लिक ट्रांसपोर्ट, गरीबों के लिए के किफायती आवास, आईटी कनेक्टिविटी और डिजिटलाइजेशन, ई-गवर्नेंस और नागरिक भागीदारी शामिल है.

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