गोरखपुर: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और भारतीय जनता पार्टी से दो बार विधायक रहे विजय बहादुर यादव ने गोरखपुर में जलभराव से हो रही समस्या पर एक वीडियो जारी कर जनता की परेशानियों को सामने लाने का प्रयास किया है. उन्होंने कहा है कि गोरखपुर शहर जिस तरह से मौजूदा समय में जलभराव की समस्या से जूझ रहा है और लोगों का जीवन इससे तबाह हो रहा है, उसके लिए उन्हें सरकार और सिस्टम में बैठे अधिकारियों को जागृत करने के लिए यह वीडियो जारी करना पड़ा है.
उन्होंने कहा कि बरसात के पहले दिन से ही शहर जलजमाव से जूझ रहा है. सबसे दुख की बात तो यह है कि मलिन और दलित बस्तियों में पानी भर जाने से लोगों के सामने बड़ी परेशानी आ जाती है. विजय बहादुर यादव ने कहा कि मौजूदा समय में गोरखपुर मुख्यमंत्री का शहर है. योगी आदित्यनाथ यहां से पांच बार सांसद रहे हैं. वो शहर की गली मोहल्लों से बेहतर वाकिफ हैं.
उन्होंने बारिश में जलभराव की स्थिति को देखा है. इसलिए एक जनप्रतिनिधि और विपक्ष का नेता होने के नाते उनका ऐसे सीएम से सवाल करना उचित है, जो परेशानियों से को जानते हुए भी उसे दूर कर पाने में सक्षम नहीं हो पा रहा. उन्होंने कहा कि शहर के 70 वार्ड जलजमाव से ग्रसित हैं.
सपा नेता ने कहा यह वीडियो एकमात्र बानगी है. हालात ऐसे ही बनी रहे तो किसी भी दिन आम नागरिक का गुस्सा खुद ही सिस्टम के खिलाफ फूट पड़ेगा. जिन लोगों की जिंदगी नरक हो चुकी है, वह अब सिस्टम के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष का नेता होने की वजह से सरकार की कमियों और जनता की परेशानियों को सामने लाना उनका मकसद है.
सपा नेता ने योगी सरकार पर सवाल खड़ा किया कि सब कुछ जानते हुए भी गोरखपुर में जल निकासी के लिए ऐसी कोई खास प्लानिंग नहीं की गई, जिससे बारिश का पानी नालों से होते हुए रामगढ़ ताल या राप्ती नदी में जाकर गिर जाए. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के बीच जल जनित बीमारियों से ग्रसित होने वाले लोगों को डॉक्टरों का भी इलाज नहीं मिल रहा, क्योंकि इस महामारी ने सभी के अंदर भय का माहौल पैदा किया हुआ है. इसलिए मेरी सीएम योगी से अपील है कि उनके बार-बार गोरखपुर दौरे का असर शहर की समस्याओं के निदान में भी दिखाई दे. सिर्फ निर्देश और कागजों में होता काम लोगों के लिए परेशानियों का ही कारण बना हुआ है, जिसका वास्तविक रूप से निदान होना जरूरी है.