गोरखपुर: कोरोना संक्रमण के दौरान लोगों की मदद के साथ सरकारी सिस्टम को भी मदद पहुंचाने के लिए लोग आगे आ रहे हैं. गोरखपुर में जहां कुछ बड़े व्यापारियों ने प्रशासन को लाखों रुपये का सहयोग किया है, वहीं शहर के प्रतिष्ठित शाही ग्लोबल हॉस्पिटल ने भी जिला प्रशासन की मदद करने के लिए हाथ आगे बढ़ाया है.
अस्पताल मालिक ने अपने सौ बेड के आईसीयू वार्ड को आइसोलेशन वार्ड बनाए जाने का प्रस्ताव दिया है. जिला प्रशासन ने इस प्रस्ताव को स्वीकार भी कर लिया गया है. यह अस्पताल अपने चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ के साथ हर संभव तरीके से मुफ्त सेवा देने को तैयार है.
अस्पताल के संचालक यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर शिव शंकर साहनी का कहना है कि जब सब्जी-दवा की दुकान वाले देश भक्ति का जज्बा दिखा रहे हैं तो चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों को इसमें बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि देश के लिए डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस, दवा के विक्रेता, जरूरी सामान के विक्रेता और सफाई कर्मचारी कोरोना से बिल्कुल न डारे और उसका जमकर मुकाबला करें. उन्होंने कहा कि वह संकट की इस घड़ी में अपनी पूरी चिकित्सीय टीम और अस्पताल के साथ तैयार खड़े हैं. जिला प्रशासन जब और जैसे चाहे उनका सहयोग ले सकेगा.
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शाही ग्लोबल हॉस्पिटल में 7 वेंटीलेटर, 50 बेड का ICU, 16 बेड का CCU सभी उपकरणों से लैस है. जहां पर सेंट्रलाइजड ऑक्सीजन की सप्लाई की जाती है. यहां पर क्रिटिकल केयर की पूरी व्यवस्था आइसोलेशन के दौरान तैयार मिलेगी. संकट की घड़ी में जनरल वार्ड का भी प्रयोग किया जा सकता है.