गोरखपुर : अरबी पंचांग के अनुसार माहे शहवान के 14वें दिन और 15वीं रात शब-ए-बरात का पवित्र त्योहार मनाया जाता है. इसे लेकर लगभग सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं. मस्जिद, दरगाह और खास कर कब्रिस्तानों की साफ-सफाई के बाद रंगाई-पोताई की गई है. भरपूर रोशनी का इंतजाम और सजावट भी की गई है. मुस्लिम समुदाय के लोग घरों की सफाई आदि करके चिराग जलाकर घर को रोशन करेंगे.
ऐसे मनाया जाएगा शब-ए-बरात
- सभी समुदाय के लोगोंं में इबादत का खास उत्साह देखने को मिलेगा.
- शहवान माह के 14वें दिन और 15वीं रात को मनाया जाता है त्योहार.
- मुस्लिम समुदाय के लोग इसे शब-ए-बरात के कहते हैं.
- इस बार 20 अप्रैल को मनाया जाएगा यह पवित्र त्योहार.
- मुस्लिम समुदाय के लोग शनिवार का पूरा दिन पाक ग्रंथ कुरान-ए-पाक की तिलावत करेंगे.
शहबान की पन्द्रहवीं रात बड़ी बरकत की होती है. जो व्यक्ति इस रात में अल्लाह की इबादत करे, नफिल नमाज पढ़े, कुरान की तिलावत करे, इसाले सवाब की नीयत से कब्रिस्तान में जाये या बुजुर्गों की मजार का दर्शन करे, तो अल्लाह तआला उसे दोनो जहां की बरकत मुहैय्या करेंगे. इस महीने में उपवास रखने वाले को अल्लाह के दरबार में उच्च स्थान मिलेगा.
- मौलाना समसुल होदा