गोरखपुर: लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) की तैयारी में जुटी भारतीय जनता पार्टी अपने विभिन्न अभियानों और सम्मेलनों के माध्यम से लोगों के बीच पाठ बनाने में जुटी हुई है. एक तरफ जहां वह नारी शक्ति वंदन अभियान के तहत महिलाओं से संपर्क करते हुए घर-घर तक पहुंचाने के अभियान में जुटी है. वहीं, अब 29 अक्टूबर को गोरखपुर क्षेत्र में अनुसूचित जाति के बड़े सम्मेलन के साथ पार्टी इस जाति और समाज के लोगों को साधने का प्रयास करेगी प्रस्तावित इस तिथि पर सम्मेलन की तैयारी को लेकर गोरखपुर क्षेत्र के बीजेपी कार्यालय में पार्टी पदाधिकारी की बड़ी बैठक हो रही है जिसमें खास कर अनुसूचित जाति के सांसद विधायकों को इस अभियान की सफलता के लिए जोड़ा गया है जिन्हें इस क्षेत्र के 12 जिलों में पार्टी के अनुसूचित कार्यकर्ताओं और बस्तियों में संपर्क अभियान को तेज कर इस विराट सम्मेलन को सफल बनाने की जिम्मेदारी सौंप जा रही है इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बताओ और मुख्य अतिथि शामिल होने के साथ तमाम अन्य बड़े नेता भी शामिल होंगे.
उन्होंने कहा कि दोनों सरकारों ने अनुसूचित जाति के लिए तमाम लाभकारी योजनाएं चलाकर उनके उत्थान और विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है. गोरखपुर क्षेत्र में अनुसूचित समाज का सम्मेलन कराने की जिम्मेदारी संगठन ने दी है. यह सम्मेलन ऐतिहासिक हो, इसकी जवाबदेही पार्टी के हर पदाधिकारी और जनप्रतिनिधियों की है। इस सम्मेलन के दृष्टिगत अनुसूचित मोर्चा के क्षेत्रीय, जिला पदाधिकारियों और इस समाज के जनप्रतिनिधियों को मनोयोग से लगना से लगने को कहा गया है. बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने अनुसूचित समाज के लोगों को बहुत कुछ दिया है. इस नाते इस समाज के लोग प्रधानमंत्री मोदी के मुरीद हैं. उन्होंने क्षेत्रीय अध्यक्ष को अनुसूचित जाति का सम्मेलन ऐतिहासिक कराने का भरोसा दिलाया है. इस सम्मेलन की सफलता के लिए विधायक गणेश चौहान, विधायक जयमंगल कनौजिया, अनुसूचित मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष चंदू सरोज, दीपक कुमार, अमृत लाल भारती, पूर्व विधायक रवि सोनकर, हरिनाम भाई जैसे लोगों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंप दी गई है.
बीजेपी गोरखपुर के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानन्द राय ने बताया कि पिछले दिनों नारी शक्ति वंदन अभियान की सफलता के साथ अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए, प्रदेश के संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह गोरखपुर आए थे. उन्होंने बड़ी बैठक के माध्यम से सबको विभिन्न अभियानों की सफलता के लिए पूरे मनोयोग से जुट जाने का निर्देश दिया था. उस दौरान अनुसूचित जाति के इस सम्मेलन की सफलता को लेकर चर्चा और रणनीति पर विचार किया गया था. यही वजह है कि अब जब इसकी तिथि प्रस्तावित हो गई है तो इस सम्मेलन को ऐतिहासिक और बड़ा बनाने के लिए, पार्टी के अनुसूचित जाति के कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों को तो जिम्मेदारी सौंप ही गई है.