गोरखपुर: एक ओर जहां गर्मी के गर्म थपेड़ों और उसकी तपिश ने इंसान को परेशान कर रखा है, तो वहीं बेजूबान भी बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं. जिस तेजी से गर्मी बढ़ रही है, उसी तेजी से पानी का स्तर घटता जा रहा है. कुएं, पोखर, तालाब दम तोड़ते नजर आ रहे हैं. जिसके चलते इंसान तो इंसान, जानवर भी पानी की तलाश में यहां से वहां भटकते नजर आ रहे हैं. गोरखपुर के जैनपुर में लगे हैंडपंप पर एक कौए की प्यास और पानी के बूंद की जद्दोजहद का नजारा तो यही कहता है.
बचपन में हम सबने एक कहानी पढ़ी थी 'प्यासा कौआ'. जिसे बहुत प्यास लगी थी. जिसे कहीं भी पानी नहीं मिला. काफी मशक्कत के बाद उसे एक घड़े में थोड़ा पानी दिखाई दिया. तब कौए ने पास में पड़े कंकड़ों को एक-एक कर घड़े में डालता गया. तब जाकर पानी थोड़ा उपर आया. इसके बाद कौए ने पानी पीकर अपनी प्यास बुझाई. यह कहानी समय के साथ पुरानी होती गई, लेकिन ऐसे नजारे आज भी देखने को मिल जाते हैं...
- एक तरफ तापमान पिछले सभी रिकार्डों को तोड़ नए कृतिमान अंकित कर रहा है.
- भीषण गर्मी से ताल-पोखरे सूख चूके है. ऐसे में मवेशियों तथा पक्षियों को प्यास बुझाने के लिए जद्दोजहद करना पड़ रहा है.
- ग्राम सभा जैनपुर में हैंडपंप पर एक प्यासा कौआ प्यास बुझाने के लिए जद्दोजहद करता नजर आया.
- शासन-प्रशासन द्वारा समय-समय पर प्रचार-प्रसार कर लोगों को पानी बचाने के लिए जागरूक किया जाता है.
- दिन-प्रतिदिन भू-जल नीचे गिरता जा रहा है. पानी की किल्लत देश के कई हिस्से में संकट बनकर खड़ा है.
- गोरखपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों नहरों में पानी न होने से सिंचाई की समस्या बनी हुई है.