गोरखपुर: गोरखपुर सदर विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चुनाव लड़ने को लेकर समाजवादी पार्टी गोरखपुर महानगर के नवनियुक्त अध्यक्ष केके त्रिपाठी ने कहा कि योगी अयोध्या से विधानसभा चुनाव हार रहे थे. इसी लिए वो डर से अयोध्या छोड़कर गोरखपुर लौट आए हैं. लेकिन वो इस बात को नहीं जानते कि गोरखपुर ऐसा क्षेत्र है, जिसने पूर्व में भी एक मुख्यमंत्री को मनीराम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव हराने का काम किया था. योगी के साथ भी कुछ ऐसा ही होने वाला है.
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी अपनी पूर्व की तैयारियों के बल पर गोरखपुर सदर समेत जिले की 9 विधानसभा सीटों में अधिकांश पर जीत हासिल करने जा रही हैं, जिसमें सदर विधानसभा की सीट भी शामिल है. जिस पर योगी आदित्यनाथ चुनाव लड़ने जा रहे हैं. खुद को ब्राह्मण चेहरे के रूप में चुनाव के वक्त सपा अध्यक्ष के रूप में महानगर की जिम्मेदारी पार्टी की ओर से दिए जाने को केके त्रिपाठी ने कहा कि वह सपा के समर्पित कार्यकर्ता हैं.
वहीं, पूर्व में भी विभिन्न पदों पर रहते हुए प्रदेश कार्यकारिणी में भी उनको काम करने का अनुभव है. यही वजह है कि पार्टी ने जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी है, वो उसका बखूबी निर्वहन करेंगे. कृष्ण कुमार त्रिपाठी ने आगे कहा कि योगी या भाजपा दोनों ने गोरखपुर के लिए किया क्या है? मदन मोहन मालवीय कॉलेज को विश्वविद्यालय बनाने से लेकर, बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 500 बेड का बच्चों का अलग से अस्पताल, एम्स के लिए जमीन, शहर से लेकर जिले के अंदर 14 पुल का निर्माण समाजवादी पार्टी की सरकार में हुआ है.
आज जो सड़कें बनी हैं या फिर बनती दिख रही हैं वो सपा सरकार के प्रस्ताव का फल है. योगी और भाजपा विकास का कोई श्रेय लेने की स्थिति में नहीं हैं. जनता इससे वाकिफ है और समाजवादी पार्टी जनता को ही सारी बातें बता रही है. साथ ही यह भी बता रही है कि किस तरह महंगाई से भाजपा सरकार ने लोगों की कमर तोड़ दिया है. बेरोजगारी चरम पर है. बहू-बेटियों की इज्जत के साथ नंगा नाच हुआ है. इन सब बातों को लेकर सपा पूरी मजबूती के साथ चुनावी मैदान में होगी और भाजपा का सूपड़ा साफ करेगी.
उन्होंने कहा कि योगी सरकार की सबसे बड़ी नाकामी गोरखपुर क्षेत्र में मेट्रो को लेकर है. उनकी यह महत्वपूर्ण घोषणा में से एक थी और पूरी नहीं हो पाई है. लखनऊ से लेकर गोरखपुर तक हर जगह सिर्फ सपा के कार्यों का नकल करने का काम भाजपा ने किया है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में अविश्वास का दौर इतना बढ़ गया है कि सबका भरोसा समाजवादी पार्टी में हो चला है. 2022 में अखिलेश यादव की सरकार बनने जा रही है, जो प्रदेश के लोगों को 300 यूनिट बिजली मुफ्त, दवा- पढ़ाई सस्ती और सुरक्षा की गारंटी भी देगी. लोग बदलाव महसूस कर रहे हैं और बदलाव करके रहेंगे.
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