गोरखपुर: दोपहिया और चार पहिया कमर्शियल वाहनों का अब एम परिवाहन एप के माध्यम से फिटनेस सर्टिफिकेट मिल सकेगा. आरटीओ कार्यालय द्वारा निर्धारित स्थान पर वाहन को लाने के बाद वाहन की फोटोग्राफ खींचकर ऑनलाइन अपलोड करने के बाद सिक्योरिटी सर्टिफिकेट मिल सकेगा, जिससे वाहनों की फिटनेस में होने वाली गड़बड़ी को रोका जा सकेगा. इसके साथ ही अब हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट भी वाहन संख्या के अंतिम नंबरों के कर्म के अनुसार जीरो से लेकर नौ तक करवाने होंगे. इससे वाहन की चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगेगा.
इस एप के माध्यम से वाहन के छह विभिन्न फोटोग्राफ को डाउनलोड करने होंगे. ये फोटोज फ्रंट, बैक, लेफ्ट, राइट, डेस बोर्ड और चेचिस के होंगे. ये सारी फोटोग्राफ अपलोड कर फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए आवेदक द्वारा आवेदन किया जा सकेगा. पहले वाहन नहीं लाने पर लोगों द्वारा दबाव बनाया जाता था, उसके साथ ही छोटी मोटी टूट फूट होने पर लोग फिटनेस का उचित प्रमाण पत्र प्राप्त कर लेते थे. वाहन की लोकेशन को फीड करके ही फिटनेस प्रमाणपत्र प्राप्त हो सकेगा.
केन्द्र सरकार का नोटिफिकेशन
केन्द्र सरकार ने हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट को लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. लोगों के मन में इसे लेकर संशय रहा है. 15 जुलाई 2022 तक सभी वाहनों पर इसे लगाना अनिवार्य है. 15 अप्रैल तक एनसीआर क्षेत्र के भीतर नंबर लगेंगे. 15 अप्रैल तक प्रदेश के सभी व्यवसायिक वाहनों पर भी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना होगा. वही 0 से 1 नंबर वाली गाड़ियों पर 15 जुलाई तक प्लेट लगाना होगा. दो और तीन नंबर वाली गाड़ियों पर 15 अक्टूबर तक प्लेट लगाया जाएगा. तीन और चार नंबर वाली गाड़ी में 1 जनवरी 2022 तक हाई सिक्योरिटी प्लेट अनिवार्य होगा. छह और सात नंबर प्लेट वाली गाड़ियों में 15 अप्रैल 2022 तक प्लेट लगेगा. वहीं आठ और नौ नंबर प्लेट वाले वाहनों पर 15 जुलाई 2025 तक नम्बर प्लेट अनिवार्य होगा. इस हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के माध्यम से चोरी की घटनाओं पर पूर्ण रूप से अंकुश लगेगा. नंबर प्लेट को स्कैन कर गाड़ी मालिक और तमाम जानकारियां हासिल हो सकती है.
आवेदक वाहन स्वामी श्रवण कुमार ने बताया कि वे यहां पर ऑनलाइन आवेदन करने के बाद निश्चित तिथि पर आए हैं. उनके वाहन का फिटनेस होने में महज 10 मिनट का समय लगा. नए एप के माध्यम से फिटनेस करवाने में काफी सुविधा हो गई है.