गोरखपुरः सहजनवां तहसील में फैक्ट्री निर्माण के लिए कुछ किसानों की जमीनों का अधिग्रहण करके सरकार द्वारा गिडा प्रबंधन को दी गई. जमीन के एवज में रोजगार देने की बात कही गई थी, जो किसानों को नहीं मिल रहा है. इसलिए शनिवार को किसानों ने गिडा कार्यालय पहुंच कर विरोध प्रदर्शन किया.
इंडियन ऑयल बाटलिंग प्लांट का निर्माण
बता दें कि सहजनवां के गिडा सेक्टर15 स्थित इंडियन ऑयल बाटलिंग प्लांट की फैक्ट्री निर्माण के लिए मल्हीपुर, उसका, खरैला, जुड़ियांन गांव के किसानों की जमीन सन 2015 में अधिग्रहित की गईं थीं. उसके एवज में उनसे वादा किया गया था कि प्रत्येक घर के एक व्यक्ति को नौकरी दी जाएगी. नौकरी से सहमत सभी किसानों ने अपनी जमीन फैक्ट्री को दे दी.
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किसानों को नहीं मिली नौकरी
अब फैक्ट्री बनकर तैयार हो गई लेकिन उन किसानों को नौकरी नहीं दी गई. पीड़ित किसान सांसद से लेकर मुख्यमंत्री तक दरवाजे खटखटाए, लेकिन कोई न्याय नहीं मिला. कुछ दिनों पूर्व मुख्यमंत्री के द्वारा इस बाटलिंग प्लांट का उद्घाटन भी किया गया. उद्घाटन के समय किसान मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात को उनके सामने रखना चाहते थे लेकिन स्थानीय प्रशासन ने किसानों को मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया.
जिन-जिन किसानों की जमीनें थीं उन किसानों को उन्हीं के घर पर पुलिस द्वारा बंधक भी बना लिया गया था, ताकि ये लोग मुख्यमंत्री से मुलाकात न कर पाएं. इन्हीं सब बातों से क्षुब्ध किसानों ने गिडा कार्यालय पर सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी नारे लगाए. किसानों ने गिडा सीईओ संजीव रंजन को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा है.
मीडिया से बातचीत के दौरान किसानों ने बताया कि किसानों को रोजगार देने के लिए गिडा प्रबंधन ने दस दिनों की मोहलत मांगी है. अगर दस दिनों में हमारी मांगें पूरी नहीं की गई तो हम लोग गिडा कार्यालय की तालाबंदी कर गेट पर भूख हड़ताल करेंगे.
प्रदर्शन करने वालों में सभासद यशवंत चौहान, रविंदर, नागेंद्र, रामसावर, मुसई, रामनारायण, जयचंद, गंगा, अभय, मोनू, भुनेश, प्रवीण, श्रीकांत, सुनील, श्याम, रामप्रीत, सहित भारी संख्या में किसान मौजूद रहे.