गोरखपुरः जिले में मूंगफली के दानों से गेम खिलाकर लाखों रुपये की ठगी और धोखाधड़ी करने का अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. कैंट थाना पुलिस ने शनिवार को देवरिया के रहने वाले तीन आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार किया है. इस गिरोह ने पहले भी व्यापारियों को धोखाधड़ी का शिकार बनाकर लाखों रुपये हड़पने की बात को स्वीकार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से धोखाधड़ी से अर्जित रुपया और अन्य सामान बरामद किया है. ये गिरोह खासकर व्यापारियों और दुकानदारों को पहले सामान खरीदने के बहाने अपने जाल में फंसाता रहा है. इसके बाद उनसे दोस्ती कर उन्हें विश्वास में लेकर धोखाधड़ी का शिकार बनाता रहा है.
सीओ कैंट योगेन्द्र सिंह ने कि व्यापारियों और दुकानदारों को अपने जाल में फंसाकर मूंगफली और अन्य गोटियों के माध्यम से गेम खिलाकर धोखाधड़ी करने वाले गैंग के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों की पहचान देवरिया जिले के खुखुंदू थाना क्षेत्र के रूप में हुई है. आरोपियों के पास से पुलिस ने धोखाधड़ी कर लूटा गया 2 लाख 30 हजार रुपये नगद, 7 फर्जी आधार कार्ड, 3 पैनकार्ड, श्रम विभाग का गेट पास, कार और बाइक बरामद की है.
उन्होंने बताया कि इस गैंग ने गोरखपुर के बेलीपार थाना क्षेत्र के एक फर्नीचर व्यापारी को अपना शिकार बनाया है. गैंग के एक सदस्य ने पीडि़त व्यापारी से मेलजोड़ बढ़ाने के बाद दोस्ती कर ली. इसके बाद फर्नीचर और बेड बनाने का ठेका देकर उसे होटल मालिक से मिलाने के नाम पर, कैंट क्षेत्र के मोहद्दीपुर के अवंतिका होटल ले गए. पीड़ित के होटल पहुंचने के बाद मालिक के इंतजार के दौरान कमरे में टाइम पास के लिए मूंगफली के सहारे जुआ खिलाया और ठगी करके उसे पहले 45 लाख रुपये जीतने की बात कही. इसके बाद लालच में आकर पीड़ित ने जुआ खेला. इसके बाद उसे झांसे में लेकर 15 लाख रुपये हार जाने की बात बताकर डरा-धमकाकर 4 लाख रुपये ले लेते हैं. बाकी बचे 11 लाख रुपये के लिए जबरन रंगदारी मांगते हैं.
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह मूंगफली, चना, राजमा के 60 दाने के माध्यम से लोगों के साथ ठगी करते हैं. वे एक, दो, तीन, चार की संख्या में इसे अलग-अलग जगहों पर रख देते हैं. इसी पर सामने वाले को दांव लगाना होता है, जो जुआ में दाव लगा रहा है, उसे वो जिस संख्या का चयन करता है. उसकी शेष बची मूंगफली के चार के गुणांक में हिस्सा लगता है. जाल में फंसा जो युवक दाव लगा रहा है, वही संख्या अंत में शेष बचती है और वो युवक संख्या पर लगाए गए पैसे हार जाता है. ये गेम गणित के फार्मूले पर आधारित है. इसमें सम और विषम संख्याओं के आधार पर जीत-हार का फैसला होता है. ये काफी दिनों से इस तरह का गेम खिला रहे हैं. इन लोगों ने इस तरह की तीन घटनाओं को करने की बात कुबूल की है.
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