गोरखपुर: शातिर बदमाश और गैंगेस्टर में निरुद्ध त्रिभुवन सिंह उर्फ पिंटू सिंह ने शाहपुर में 13 दिन पहले स्कूटी सवार मां-बेटी को गोली मारी थी. चेन स्नेचिंग के लिए उसने अपने साथी के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था. इस घटना में शिक्षिका मां की मौत हो गई थी. वहीं बेटी का लखनऊ में एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. शातिर बदमाश त्रिभुवन सिंह उर्फ पिंटू सिंह के घर की कुर्की हो चुकी है. पुलिस उसे दो साल से तलाश रही है. पुलिस ने इस मामले में त्रिभुवन सिंह और उसके साथी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
चार आरोपी गिरफ्तार
गोरखपुर के एसएसपी जोगिन्दर कुमार ने घटना का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि इस घटना को काजीपुर के रहने वाले शातिर बदमाश त्रिभुवन सिंह उर्फ पिंटू सिंह ने अंजाम दिया है. मामले में उसके साथी दीपक कुमार (विकासनगर बरगदवां निवासी), नेपाल कपिलवस्तु बुलेडिहवा हाल मुकाम सिद्धार्थनगर के मोहाना थानाक्षेत्र के मोहाना बाजार के रहने वाले शरणदाता अकबरुद्दीन और जेवरात खरीदने वाले दुकानदार गोरखनाथ थानाक्षेत्र के पुराना गोरखपुर के रहने वाले अमर जायसवाल शामिल हैं. पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
एसएसपी के मुताबिक, त्रिभुवन और उसके साथी की गिरफ्तारी शाहपुर इलाके के कौवा बाग अंडरपास के पास से हुई है. पुलिस ने इनके पास से घटना में प्रयुक्त होंडा शाइन मोटरसाइकिल, एक अदद पिस्टल 32 बोर, डबल बैरल का 315 बोर का तमंचा, 315 बोर का एक अन्य तमंचा और मृतका की लूटी गई चेन बरामद की है. 4,800 रुपये नगद भी बरामद हुए हैं. आरोपियों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई किया जाएगा, ताकि ये जेल से बाहर न आने पाएं.
लूटी हुई चेन बरामद
शातिर बदमाश त्रिभुवन सिंह ने कुछ दिन पहले तिवारीपुर इलाके में भी चेन स्नेचिंग की घटना को अंजाम दिया था. इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 394, 307, 3/25 आर्म्स एक्ट, 419, 420, 467, 468, 471, 474, 392, 379, 3 (1) यूपी गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. बदमाश त्रिभुवन सिंह के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, लूट समेत कुल 29 मामले पूर्व में दर्ज हैं. पुलिस को उसकी दो साल से तलाश थी.
कुछ दिन पहले ही कोतवाली पुलिस ने उसके घर कुर्की का नोटिस चस्पा किया था. चिलुआताल के काजीपुर गांव के मूल निवासी त्रिभुवन को तिवारीपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच ने दो साल पहले जाली नोट के साथ पकड़ा था. बाद में कोतवाली पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की थी. जमानत पर रिहा होने के बाद से ही वह फरार रहा है. बदमाश त्रिभुवन सिंह पूर्व में मारे जा चुके माफिया परवेज टांडा का साथी है. त्रिभुवन जाली नोट और हवाला के कारोबार से भी जुड़ा रहा है.
क्या था मामला
13 दिन पहले 20 सितंबर की दोपहर 12 बजे के करीब शाहपुर इलाके के बशारतपुर पानी की टंकी के पास बाइक सवार बदमाशों ने स्कूटी से जा रही महिला डेविना मेजर (40 वर्ष) और उनकी बेटी 16 साल की डेल्फिना को गोली मार दी थी. हेलमेट लगाकर बाइक से आए दो बदमाशों ने ताबड़तोड़ चार राउंड फायर किया और उसके बाद फरार हो गए थे. घटना में गंभीर रूप से घायल डेविना मेजर और उनकी बेटी डेल्फिना को बीआरडी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डेविना को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. डेविना अपने पति विक्की मेजर से पिछले 10 सालों से अलग रह रही थीं. डेविना मेजर प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाचार्य रही हैं.