गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट ने सोमवार को गोरखपुर में नगर निगम के नए भवन को बनाए जाने के प्रस्ताव को पास कर दिया है. कैबिनेट के फैसले के बाद अब जिले में 122 साल पुराने नगर निगम के भवन की जगह साढ़े 23 करोड़ की लागत से नया भवन बनाया जाएगा. यह भवन गोरखपुर गेस्ट हाउस के ठीक सामने बनाया जाएगा, जो मौजूदा नगर निगम परिसर का ही हिस्सा है.
करीब 15 सौ वर्ग मीटर में नगर निगम के नए भवन को बनाए जाने का मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कैबिनेट ने फैसला लिया है. इससे गोरखपुर के मेयर समेत पार्षदों में खुशी की लहर है. इसको लेकर सभी ने इसे गोरखपुर के लिए बड़ा उपहार बताया.
1897 में बनाया गया था नगर निगम का भवन
गोरखपुर नगर निगम जिस भवन में संचालित होता है, वह अंग्रेजों के जमाने में करीब 1897 में बनाया गया था. अंग्रेजी शासन में यह नगर पालिका के रूप में संचालित होता था, जिसे मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के कार्यकाल में बनाया गया. पिछले 20 वर्षों से नगर निगम का नया भवन बनाया जाए, इसको लेकर पार्षद और मेयर संघर्ष करते रहे. सदन से प्रस्ताव पारित कराकर सरकारों को भेजते रहें, लेकिन जर्जर भवन में ही नगर निगम अपनी व्यवस्था को संचालित करता रहा.
सोमवार को जैसे ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट ने नए भवन के निर्माण पर मुहर लगाई तो मेयर सीताराम जायसवाल ने उन्हें लिखित बधाई संदेश भेजा. साथ ही ईटीवी भारत से बातचीत में उन्हें बधाई देते हुए गोरखपुरवासियों के हक में लिया गया बड़ा फैसला भी बताया.
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गोरखपुर नगर निगम में कुल 70 वार्ड हैं तो वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर निगम सीमा के विस्तार का भी आदेश अधिकारियों को दे रखा है, जिसके आधार पर करीब 20 वार्ड और नए बनाए जाएंगे, ऐसे में योगी कैबिनेट के इस फैसले से पार्षदों में भी खुशी देखने को मिल रही है.
बीजेपी पार्षद दल के उप नेता ऋषि मोहन वर्मा ने भी पार्षदों और शहर की जनता की तरफ से सीएम योगी को धन्यवाद दिया और कहा कि सीएम योगी ने उनके उम्मीदों को पंख लगाने का काम किया है, जिससे गोरखपुर के विकास को गति मिलेगी.