गोरखपुर: भोजपुरी सुपरस्टार और सांसद रवि किशन शुक्ला ने शुक्रवार को गोरखपुर महोत्सव के समापन के दौरान एक अनोखा गीत गया. जिसने वहां मौजूद लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया. जी हां सासंब रवि किशन ने भोजपुरी के बहुत ही चर्चित गीत "जइसन सोचले रहली ओइसन पियवा मोर बाटअ, सांवर न गोर बाटअ हो" को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आधारित करके गया. जिसे सुन दर्शकों का जहां मन मोहा, वहीं, पांडाल में मौजूद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मंत्रमुग्ध हो गए.
रवि किशन ने इस गीत की प्रस्तुति से पहले राष्ट्रीयता से ओतप्रोत देश भक्ति के गीतों को प्रस्तुत किया था. लेकिन जैसे ही उन्होंने " जइसन सोचले रहली वईसन पहरेदार बाड़ा, योगी चौकीदार बाड़ा हो, तनी नरम तनी गरम पहरेदार बानी योगी चौकीदार बानी हो". इस गीत की लाइनों को गाते समय रवि किशन शुक्ला खुद बेहद रोमांचित हो उठे थे. उनके अंदर का कलाकार जाग गया था. वह मंच के ऊपर जोरदार प्रस्तुति दे रहे थे और पूरी तरह से झूम रहे थे. यही नहीं वीआईपी दर्शक दीर्घा में बैठकर योगी आदित्यनाथ भी रवि किशन की प्रस्तुति को पूरी तरह से मंत्रमुग्ध होकर सुन रहे थे और उसका आनंद उठा रहे थे. वह तालियां बजा रहे थे तो दर्शक दीर्घा में बैठे हुए गोरखपुर के लोग अपने सांसद की अद्वितीय, अद्भुत प्रस्तुति पर खुद को रोमांचित महसूस कर रहे थे.
तालियों की गड़गड़ाहट से उनका अभिनंदन कर रहे थे. रवि किशन अपने गीत की लाइनों में आगे बढ़ते हैं और योगी सरकार में प्रदेश के अंदर जो विकास हुआ, अपराध पर जिस तरह से नकेल कसी गई है, उस पर भी चंद लाइनों से लोगों को रोमांचित कर गए. उन्होंने गाया की "उत्तर प्रदेश क सवर गईल भगिया, सज संवर गईल कुल बगिया" गुंडा अपराधी सब भाग गईल कलंकी. रवि किशन गाते गाते मंच से नीचे दर्शक दीर्घा में आ गए जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बैठे हुए थे. उन्होंने सीएम का अभिवादन किया तो उनके साथ बाकी लोग एकत्रित होकर इस जोरदार गीत में शामिल होकर उनका उत्साह बढ़ाए.