गोरखपुर: लगभग 3 महीने बाद वापस अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे सांसद रवि किशन ने पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष स्वर्गीय उपेंद्र दत्त शुक्ल के पैतृक गांव पहुंचकर परिजनों से मुलाकात करते हुए उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की. उन्होंने परिजनों से बात करते हुए कहा कि स्वर्गवास से 1 दिन पहले शुक्ल से टेलिफोन पर वार्ता हुई थी. स्वर्गीय उपेंद्र दत्त शुक्ल ने कहा था कि आप निश्चिंत रहें. यहां पर हम सभी मिलकर जनता का ध्यान रख कार्य कर रहे हैं. आप छोटे भाई हैं और मेरा आशीर्वाद हमेशा आपके साथ है.
गोरखपुर पहुंचते ही वह पहले भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष स्वर्गीय उपेंद्र दत्त शुक्ल के पैतृक गांव पहुंचे. वहां उन्होंने उनकी प्रतिमा पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. सांसद रवि किशन ने कहा कि जब वह यहां चुनाव लड़ने आए थे तो उपेंद्र दत्त शुक्ल का सानिध्य मुझे मिला था. उन्होंने मुझे अपना छोटा भाई कहते हुए उस समय पांच सौ रुपये दिये थे.
सांसद रवि किशन उस समय भावुक हो गए, जब उन्होंने कहा कि उनकी मृत्यु के 1 दिन पहले मेरी उनसे बात हुई थी. उन्होंने मुझे अपना छोटा भाई कहते हुए कहा कि मैं हमेशा तुम्हारे साथ रहूंगा और कदम से कदम मिलाकर चलूंगा, लेकिन ऊपर वाले को कुछ और ही मंजूर था. इस कारण वह आज हमारे साथ नहीं हैं, लेकिन उनकी स्मृतियां हमेशा हमारे साथ एक साया बनकर चलेंगी. उनका सानिध्य मुझे बड़े भाई से कम नहीं लगता था. आज मैं उनके परिवार यानी उनके पैतृक गांव पर आया हूं और उनके परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं जुड़ी हुई हैं. मैं उनके हर सुख-दुख में उनके साथ खड़ा रहूंगा. सांसद रवि किशन लॉकडाउन के कारण मुंबई में फंसे हुए थे, इसलिए वह गोरखपुर नहीं आ पा रहे थे.