गोरखपुर: गांधी-शास्त्री के जयंती के अवसर पर गीता वाटिका स्थित 'हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल' ने 'स्तन कैंसर की बीमारी' से बचाव के लिए 'मेमोग्राफी' नाम की एक मशीन लांच की है, जिसका लोकार्पण केजीएमयू कुलपति प्रोफेसर एमएलबी भट्ट के हाथों हुआ. महिलाओं में बढ़ते ब्रेस्ट कैंसर को नियंत्रित करने के लिये इस मशीन का उपयोग होगा.
मेमोग्राफी मशीन का हुआ उद्घाटन
हनुमान प्रसाद पोद्दार अस्पताल में मेमोग्राफी नाम की मशीन को डॉक्टरों के एक बड़े समूह के बीच लांच किया गया. साथ ही इसकी उपयोगिता से भी सबको परिचित कराया गया. ब्रेस्ट कैंसर की पहचान पीड़ित महिलाएं नहीं कर पाती हैं तो वहीं इलाज करने वाले डॉक्टर भी मशीन के अभाव में ब्रेस्ट में बनने वाली गांठों के इलाज में सावधानी बरतते हैं. बता दें कि मेमोग्राफी मशीन पूरे गोरखपुर में सिर्फ इसी अस्पताल में ही मिलेगी. इसके अलावा इलाज के लिये लखनऊ जाना पड़ेगा.
ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जब तक जानकारी होती है तब तक कैंसर गंभीर रूप ले लेता है, जिससे मरीज को बचाना जहां कठिन होता है तो वहीं ब्रेस्ट की सर्जरी से महिला में विकार उत्पन्न होने की संभावना भी प्रबल हो जाती है. अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. शशांक शेखर का कहना है कि लाभ कमाने की दृष्टि से मरीज का एमआरआई, सीटी स्कैन तमाम इलाज डॉ. कर देते हैं, लेकिन ब्रेस्ट कैंसर की वास्तविक पहचान के लिए मेमोग्राफी मशीन ही बेहद उपयुक्त है.
हनुमान प्रसाद पोद्दार एक चैरिटी अस्पताल है, जो पिछले 38 वर्षों से कैंसर के रोगियों का इलाज सेवा भाव से करता चला रहा है. अपने संसाधनों से यह मरीजों का इलाज कर रहा है. साथ ही समाज के ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने बहुत कुछ अस्पताल को दान किया है. मेमोग्राफी की इस मशीन को भी यहां स्थापित करने में रोटरी क्लब ने अहम भूमिका निभाई है.