गोरखपुर: जनपद में स्थापित शहीद पंडित रामप्रसाद बिस्मिल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने और उन्हें नमन करने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी बुधवार को नई दिल्ली से गोरखपुर पहुंचीं. इस दौरान उनके साथ जेल सुपरिटेंडेंट डॉ. रामधनी राही और जेलर प्रेम सागर शुक्ला मौजूद रहे.
गोरखपुर की रहने वाली हैं चंद्रमुखी देवी
मूल रूप से गोरखपुर की रहने वाली चंद्रमुखी देवी पहले कभी यहां आ नहीं पाई थीं. बुधवार को जब उन्होंने शहीद राम प्रसाद बिस्मिल की प्रतिमा का माल्यार्पण किया तो वह उनके बलिदान को यादकर भाव विभोर हो गईं. उनका गला रूध गया, लगा कि मानो वह रो पड़ेंगीं. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से एक्सक्लुसिव बातचीत में कहा कि आज के दिन वह खुद को बेहद गौरवान्वित महसूस कर रही हैं. इसके साथ ही इस बात का एहसास कर रही हैं कि अगर बिस्मिल जैसे वीर सपूत नहीं होते तो आजादी की कल्पना अधूरी रह जाती.
महिला बंदियों से जाना उनका हाल-चाल
चंद्रमुखी देवी ने पंडित रामप्रसाद बिस्मिल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने से पहले जेल का निरीक्षण किया और महिला बंदियों का हाल-चाल जाना. चंद्रमुखी देवी ने कहा कि देश में आजादी का पर्व धूमधाम और जोश के साथ मनाया जाता है, लेकिन लेकिन आजादी के महानायकों की शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता.