गोरखपुरः महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के 90वें संस्थापक सप्ताह समारोह का समापन शनिवार को महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज(Maharana Pratap Inter College) के मैदान पर समारोहपूर्वक होगा. समारोह के मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला होंगे. लोकसभा अध्यक्ष अपने हाथों से इस संस्थापक सप्ताह समारोह के दौरान आयोजित हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित भी करेंगे. अध्यक्षता मुख्यमंत्री व महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संरक्षक योगी आदित्यनाथ करेंगे. समारोह में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार दोपहर बाद गोरखपुर पहुंच गए थे, जबकि लोकसभा अध्यक्ष भी शुक्रवार की रात 9 बजे गोरखपुर पहुंचे और गोरखनाथ मंदिर का दर्शन पूजन किए. जहां सीएम योगी ने उनका स्वागत किया.
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली प्रतिभाएं मुख्यमंत्री एवं लोकसभा अध्यक्ष के हाथों पुरस्कृत होंगी. इस दौरान परिषद की सर्वश्रेष्ठ संस्था, सर्वश्रेष्ठ शिक्षक, सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी, इंटरमीडिएट, स्नातक व परास्नातक के सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी को स्वर्ण पदक भी प्रदान किया जाएगा.
देश को विकसित और आगे ले जाने में युवाओं की भूमिका अहम
लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि देश को विकसित और आगे ले जाने में युवाओं की भूमिका अहम है. यह तभी संभव है, जब लोकतांत्रिक मूल्यों को संरक्षित रखते हुए उन्हें संस्कारवान और मौजूदा दौर के हिसाब से शिक्षा व्यवस्था दी जाए. उन्होंने कहा कि गोरक्षपीठ की परंपरा को कठिन परिश्रम के साथ योगी आदित्यनाथ आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं. मुगल शासकों के आक्रमण से बचाने का काम ऐसे पीठ और मंदिरों ने किया है. उन्होंने मदन मोहन मालवीय जी के विचारों का भी यहां जिक्र किया.
ओम बिरला ने कहा कि आजादी के 75 साल बाद इस देश को एक विकसित राष्ट्र बनाने में हमारे नवजवान को मार्गदर्शन मिले, यह कोशिश होनी चाहिए. महंत दिग्विजय ने शिक्षा के हर क्षेत्र में काम करने का जो सपना देखा था, वह आज 52 संस्थाओं जिसमें कॉलेज, नर्सिंग, मेडिकल और यूनिवर्सिटी के रूप में दिखाई दे रही है. उन्होंने कहा कि हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में नौजवानों की भूमिका अहम हो सकती है, जिसमें नया करने की सोच है. बिरला ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी, मालवीय जी और महंत दिग्विजय नाथ सभी ने युवाओं का मार्गदर्शन किया है. इस परिषद के अंतर्गत जो प्रतियोगिता होती है उसमें समग्र विषय शामिल होता है, जिसके विजेताओं को बधाई देता हूं.
क्यों हुआ महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद का गठन?
महंत दिग्विजय नाथ की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि महंत जी ने सोचा था था कि आजादी के साथ ऐसी शिक्षा व्यवस्था बनाई जाए, जिससे समाज को आगे ले जाया जाए. यही वजह है कि 1932 में उन्होंने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद का गठन किया. उन्होंने मेवाड़ के सपूत महाराणा प्रताप के जीवन आदर्श को अपनाया, जिन्होंने देश की अस्मिता की रक्षा के लिए अपने अद्भुत पराक्रम को दर्शाया.
जी-20 की अध्यक्षता कर रहा भारत
लोक सभा अध्यक्ष ने कहा की यूपी ऐसा राज्य है, जहां की वैभव पूर्ण संस्कृति, यहां के परिश्रमी लोग और आजादी की गाथा मिसाल है. मौजूदा समय में यह योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में शांति, कानून व्यवस्था सब बेहतर है. समता मूलक समाज का यहां निर्माण होता है, जिस देश-प्रदेश में शांति होती है वहां प्रगति होती है. उद्योगों की स्थापना होती है, जैसा यूपी में आज देखने को मिलता है. उन्होंने कहा कि देश आज जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है. हमारी कोशिश होनी चहिए कि कृषि क्षेत्र में अद्भुत विकास और उन्नत तकनीक आए. बिरला ने कहा की यूपी लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना करते हुए आगे बढ़ें, जिससे सभी का लाभ हो और यूपी देश का अग्रणी राज्य बने ऐसी शुभकामनाएं देता हूं. आप इंतजार करिए एक दिन यूपी दुनिया का उन्नत प्रदेश होगा. कानून का राज होगा. शांति और रोजगार यहां भरपूर मिलेगा.
भारत सब को दी शरण
इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि दुनिया की 85 फीसदी जीडीपी पर जी-20 देशों का अधिकार है. 90 फीसदी पेटेंट पर भी इनका अधिकार है, जिसका नेतृत्व पीएम मोदी के पास है. इसका थीम है 'वसुधैव कुटुंबकम्' यानी की एक परिवार की जो भावना है उस भाव को पूरी दुनिया को मानना है. भारत ऐसा आदि काल से करता चला आया है, उसने सबको शरण दी थी. उन्होंने जामनगर की घटना का यहां जिक्र किया, जिसमें में पारसी समुदाय के लोगों के बेड़े को रुकने का अवसर दिया था भारत ने. योगी ने कहा पारसी समुदाय ने भारत के विकास में अहम योगदान दिया है. टाटा समूह उसका बड़ा उदाहरण है. जी-20 के तहत यूपी के चार शहरों में 20 से अधिक मीटिंग होगी. इसमें किस रूप में सहभागिता होगी उसकी तैयारी स्थानीय और शासन स्तर पर होगी.
भारत अपने यहां गरीबों को जितने आवास देता है, उतने में ऑस्ट्रेलिया बस जाता
आज ब्रिटेन को पछाड़कर भारत दुनिया का पांचवीं अर्थ व्यवस्था बना है. यहां लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ जीने के बीच उपलब्धि हासिल की जा रही है. कोरोना के प्रबंधन और इंसेफेलाइटिस की भी योगी ने यहां चर्चा की. उन्होंने कहा कि जितना भारत अपने यहां गरीबों को आवास देता है, उतने में आस्ट्रेलिया बस जाता है. भारत ने 80 करोड़ लोगों को राशन उपलब्ध कराया है कोरोना में. यह पीएम मोदी के कुशल नेतृत्व का परिणाम है. कोरोना काल में हुए ओलंपिक में भारत ने सबसे अधिक अभी तक का मेडल जीता है. आज स्वस्थ प्रतिस्पर्धा चल रही है, जिसमें हमें अपने को खड़ा करना होगा, जोड़ना होगा.
पढ़ेंः छात्रों ने निकाली झांकियां, पीएम मोदी के मुखौटे वाली ने मोहा मन