गोरखपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को गोरखपुर गीता प्रेस के शताब्दी समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने रेलवे स्टेशन से वंदे भारत ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यह उनके प्रोटोकॉल का हिस्सा था, जिसके लिए प्रशासन ने तैयारी भी कर रखी थी. लेकिन, पीएम मोदी के गोरखपुर पहुंचते की प्रशासन को यह सूचना लगती है कि वह केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी के आवास पर भी जा सकते हैं. इसके बाद गीता प्रेस से कुछ ही दूरी पर तंग गलियों में वित्त राज्य मंत्री के निवास पर पीएम को ले जाने के लिए प्रशासन तैयारियों में जुटा. लेकिन, उसके हाथ पांव फूल रहे थे. क्योंकि, रास्ता इतना सुगम और निर्मित नहीं था, जो प्रधानमंत्री के प्रोटोकॉल को सूट करता हो. फिर भी प्रशासन जो तैयारी कर पाया किया. वहीं, पीएम मोदी अपने गीता प्रेस के कार्यक्रम को संपन्न करने के बाद आखिरकार वित्त राज्य मंत्री के घर पहुंच ही गए. उनका काफिला मंत्री आवास से कुछ पहले ही रोक देना पड़ा. मोदी पैदल चलकर पंकज चौधरी के घर पहुंचते हैं तो उनका स्वागत वित्त राज्य मंत्री पूरे भाव विभोर होकर करते हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी पीएम के साथ मौजूद रहीं.
मोदी जैसे ही पंकज चौधरी के आवास में प्रवेश करते हैं दरवाजे पर खड़ी उनकी मां उज्जवला चौधरी जो पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष महाराजगंज रह चुकी हैं, अपने परिवार की बहू और महिलाओं के साथ पीएम का तिलक और आरती उतारकर स्वागत करना चाहती हैं. लेकिन, मोदी उन्हें प्रणाम करते हैं. उनका हालचाल पूछते हैं और यह कहते हैं कि वह दिल्ली से चलकर आपसे ही मिलने आए हैं. आपकी सेहत कैसी है. आप तो दिल्ली आने वाली थीं नहीं आई तो मैं ही चला आया मिलने के लिए. इसके बाद पीएम घर में करीब 15 मिनट का समय बिताते हैं और परिवार के एक-एक सदस्य से हालचाल पूछते हैं. बच्चों की पढ़ाई लिखाई की भी जानकारी लेते हैं. अपने इस अचानक से दौरे को संपन्न कर मोदी गोरखपुर रेलवे स्टेशन वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के लिए रवाना हो जाते हैं. लेकिन, इस अति व्यस्त दौरे में वित्त राज्य मंत्री के आवास पर पीएम मोदी का जाना राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बन गया.
यूपी की 80 सीटों को जीतने के लिए सभी तरह की रणनीति पर बीजेपी काम कर रही है. पंकज चौधरी जो महराजगंज लोकसभा सीट से 6 बार के सांसद निर्वाचित हो रहे हैं. चौधरी बिरादरी के एक बड़े नेता के रूप में देखे जाते हैं. उनके घर पहुंचकर मोदी ने एक बड़ा राजनीतिक संदेश देने का कार्य किया. संभावना जताई जा रही थी कि मोदी गोरखनाथ मंदिर पहुंचकर बाबा गोरखनाथ का दर्शन कर सकते हैं. लेकिन, ऐसा नहीं हो पाया और यह मेल मिलाप का कार्यक्रम वित्त राज्य मंत्री के घर हुआ. जो इस बात का साफ संकेत दे गया कि पूर्वांचल ही नहीं पूरे प्रदेश के पिछड़े और कुर्मी बिरादरी को बीजेपी अपना मानती है. पंकज चौधरी की इसी ताकत का अंदाजा लगाकर उन्हें विधानसभा चुनाव से पहले वित्त राज्य मंत्री का दर्जा भी भारत सरकार में दिया. अब एक बार फिर जब चुनाव करीब है तो पंकज चौधरी को पीएम मोदी का इतना बड़ा सम्मान मिलना काफी दूर का संदेश दे गया है.
वरिष्ठ पत्रकार मनोज सिंह इस संबंध में कहते हैं कि पंकज चौधरी को यह तवज्जो मिलना इस बात का साफ संकेत है कि जिस प्रकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर केंद्र में जाने की अक्सर चर्चा होती है तो बीजेपी यह संदेश देना चाहती है कि पूर्वांचल में उनके अलावा पार्टी के जो बड़े और पुराने नेता हैं, उनका भी कद कम नहीं है. चौधरी बिरादरी में पंकज चौधरी की खास पकड़ है. बस्ती, महराजगंज और कुशीनगर जैसे जिलों में इस बिरादरी की बहुलता है. साथ ही उनका एक बड़ा राजनीतिक करिअर है. इसमें वह वार्ड पार्षद से लेकर नगर निगम के पूर्व उप महापौर की भी भूमिका अदा कर चुके हैं. महराजगंज की राजनीति के वह अजेय योद्धा माने जाते हैं. मनोज सिंह ने कहा कि हो सकता है कि मोदी कैबिनेट के विस्तार की जो चर्चा चल रही है, उसमें पंकज चौधरी को राज्यमंत्री से कैबिनेट में प्रमोट भी किया जा सकता है. फिलहाल, पीएम मोदी का उनके घर जाना और हाल-चाल पूछना, पिछड़ी और कुर्मी बिरादरी के लोगों में तो एक बड़ा संदेश दे ही गया है.
यह भी पढ़ें: मायावती पदाधिकारियों के साथ बनाएंगी लोकसभा चुनाव की रणनीति, अकेले दम पर लड़ेंगी चुनाव