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शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर क्रांतिकारियों को किया गया नमन

गोरखपुर में शहीद क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के 90वें बलिदान दिवस की पूर्व संध्या पर बेतियाहाता स्थित भगत सिंह की मूर्ति पर 90 दीप प्रज्वलित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया. यह कार्यक्रम अखिल भारतीय क्रांतिकारी संघर्ष मोर्चा और गुरूकृपा संस्थान के संयुक्त बैनर तले आयोजित हुआ.

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Published : Mar 23, 2021, 9:30 AM IST

शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर क्रांतिकारियों को किया नमन
शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर क्रांतिकारियों को किया नमन

गोरखपुर: अखिल भारतीय क्रांतिकारी संघर्ष मोर्चा और गुरूकृपा संस्थान के संयुक्त बैनर तले शहीद क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के 90वें बलिदान दिवस की पूर्व संध्या पर बेतियाहाता स्थित भगत सिंह की मूर्ति पर 90 दीप प्रज्वलित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया. कृतज्ञ राष्ट्र द्वारा दिए जा रहे श्रंद्धाजलि के क्रम में गोरखपुर महानगर के कार्यकर्ताओं ने भारत माता की जय और वंदेमातरम के जयघोष के साथ क्रांतिकारियों को शिद्दत से नमन किया.

इस अवसर पर आयोजित श्रंद्धाजलि सभा को सम्बोधित करते हुए गुरुकृपा संस्थान के संस्थापक मंत्री और अखिल भारतीय क्रांतिकारी संघर्ष मोर्चा संगठन के प्रमुख बृजेश राम त्रिपाठी ने कहा कि देश की आजादी असंख्य जाने-अनजाने देशभक्त, शूरवीर क्रांतिकारियों के असीम त्याग, बलिदान एवं शहादतों की नींव पर खड़ी है. अमर क्रांतिकारियों में शामिल शहीद भगत सिंह जिनका नाम लेने मात्र से ही सीना गर्व और गौरव से चौड़ा हो जाता है. बलिदानी श्रृंखला में शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह के साथी क्रांतिकारी राजगुरू और सुखदेव को लाहौर के सेंट्रल जेल में संयुक्त रूप से 23 मार्च 1931 को अंग्रजों ने फांसी दे दी थी.

90वें बलिदान दिवस पर 90 दीप जलाकर शहीदों को किया गया नमन
उन्होंने कहा कि भगत सिंह, राजनीतिक गुरु और प्रोफेसर विद्यालंकर के साथ यशपाल, भगवती चरण बोहरा, सुखदेव, रामकिशन, तीर्थराम, झण्डा सिंह जैसे क्रांतिकारी साथियों के सम्पर्क में आने के बाद लाला लाजपत राय और परमानंद जैसे देशभक्तों के व्याख्यानों से देशभक्ति के विचारों से अभिभूत हुए. जिससे राष्ट्रप्रेम के संचार और जुनून ने उन्हें काफी प्रभावित किया. इस दौरान अनुज अग्रवाल एडवोकेट ने कहा कि आजाद भारत में आज भी भगत सिंह के विचार और भी प्रासंगिक हैं. देश की स्वतंत्रता और अखण्डता के लिए युवा क्रांतिवीरों के बलिदान से सीख लेने की आवश्यकता है. आज के इस अवसर पर युवाओं को संकल्प लेना चाहिए, राष्ट्रहित सर्वोपरि मानते हुए अपना योगदान देश के विकास में दें.

इसे भी पढ़ें-शौर्यगाथा : फिरोजशाह कोटला किले में बैठक से लेकर बम फेंकने तक की कहानी...

क्रांति वीरों के सम्मान में शहर में आयोजित होंगे आज कई कार्यक्रम
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विश्व हिन्दू परिषद गोरक्ष प्रान्त के सह संगठन मंत्री परमेश्वर, डॉ. ओम प्रकाश श्रीवास्तव, सत्य प्रकाश पाठक, इंद्रजीत सिंह लीडर, विशाल यादव, अंकुर सिंह, आशीष सिंह, अनिल कुशवाहा, बृजेश यादव, क्रिकेटर विकेश शर्मा, हरिनारायण धर दुबे एडवोकेट, अजय त्रिपाठी एडवोकेट, अनिरुद्ध पांडेय एडवोकेट, सुनील दुबे एडवोकेट, सहित अनेकों लोग उपस्थित थे. आज भी गोरखपुर में इन क्रांतिवीरों की याद में कई कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे.

गोरखपुर: अखिल भारतीय क्रांतिकारी संघर्ष मोर्चा और गुरूकृपा संस्थान के संयुक्त बैनर तले शहीद क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के 90वें बलिदान दिवस की पूर्व संध्या पर बेतियाहाता स्थित भगत सिंह की मूर्ति पर 90 दीप प्रज्वलित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया. कृतज्ञ राष्ट्र द्वारा दिए जा रहे श्रंद्धाजलि के क्रम में गोरखपुर महानगर के कार्यकर्ताओं ने भारत माता की जय और वंदेमातरम के जयघोष के साथ क्रांतिकारियों को शिद्दत से नमन किया.

इस अवसर पर आयोजित श्रंद्धाजलि सभा को सम्बोधित करते हुए गुरुकृपा संस्थान के संस्थापक मंत्री और अखिल भारतीय क्रांतिकारी संघर्ष मोर्चा संगठन के प्रमुख बृजेश राम त्रिपाठी ने कहा कि देश की आजादी असंख्य जाने-अनजाने देशभक्त, शूरवीर क्रांतिकारियों के असीम त्याग, बलिदान एवं शहादतों की नींव पर खड़ी है. अमर क्रांतिकारियों में शामिल शहीद भगत सिंह जिनका नाम लेने मात्र से ही सीना गर्व और गौरव से चौड़ा हो जाता है. बलिदानी श्रृंखला में शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह के साथी क्रांतिकारी राजगुरू और सुखदेव को लाहौर के सेंट्रल जेल में संयुक्त रूप से 23 मार्च 1931 को अंग्रजों ने फांसी दे दी थी.

90वें बलिदान दिवस पर 90 दीप जलाकर शहीदों को किया गया नमन
उन्होंने कहा कि भगत सिंह, राजनीतिक गुरु और प्रोफेसर विद्यालंकर के साथ यशपाल, भगवती चरण बोहरा, सुखदेव, रामकिशन, तीर्थराम, झण्डा सिंह जैसे क्रांतिकारी साथियों के सम्पर्क में आने के बाद लाला लाजपत राय और परमानंद जैसे देशभक्तों के व्याख्यानों से देशभक्ति के विचारों से अभिभूत हुए. जिससे राष्ट्रप्रेम के संचार और जुनून ने उन्हें काफी प्रभावित किया. इस दौरान अनुज अग्रवाल एडवोकेट ने कहा कि आजाद भारत में आज भी भगत सिंह के विचार और भी प्रासंगिक हैं. देश की स्वतंत्रता और अखण्डता के लिए युवा क्रांतिवीरों के बलिदान से सीख लेने की आवश्यकता है. आज के इस अवसर पर युवाओं को संकल्प लेना चाहिए, राष्ट्रहित सर्वोपरि मानते हुए अपना योगदान देश के विकास में दें.

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कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विश्व हिन्दू परिषद गोरक्ष प्रान्त के सह संगठन मंत्री परमेश्वर, डॉ. ओम प्रकाश श्रीवास्तव, सत्य प्रकाश पाठक, इंद्रजीत सिंह लीडर, विशाल यादव, अंकुर सिंह, आशीष सिंह, अनिल कुशवाहा, बृजेश यादव, क्रिकेटर विकेश शर्मा, हरिनारायण धर दुबे एडवोकेट, अजय त्रिपाठी एडवोकेट, अनिरुद्ध पांडेय एडवोकेट, सुनील दुबे एडवोकेट, सहित अनेकों लोग उपस्थित थे. आज भी गोरखपुर में इन क्रांतिवीरों की याद में कई कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे.

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