गोरखपुर: हैदराबाद से 13 दिन की पदयात्रा करते हुए कई नौजवान शहर पहुंच गए हैं. हैरानी की बात यह रही कि गोरखपुर की सीमा समेत पड़ोसी जिलों की पुलिस चौकियों को भी पार करते हुए यह लोग बड़े आसानी से गोरखपुर पहुंचे, लेकिन बस स्टेशन की तरफ बढ़ते हुए यह कैंट पुलिस की पकड़ में आ गए, जिसके बाद इनका स्वास्थ्य परीक्षण करने के साथ 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया. यह मूलतः कुशीनगर जनपद के रहने वाले हैं.
यह सभी 2 माह पहले ही हैदराबाद रोजी रोजगार के सिलसिले में गए थे, कि देश पर कोरोना जैसी महामारी का संक्रमण फैल गया. इसके बाद घोषित लॉकडाउन के दौरान सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान और दैनिक मजदूरी के कार्य बंद हो गए, जिसके बाद इनके सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया. लॉकडाउन के दौरान यह पैदल ही गोरखपुर के लिए निकल लिए. रास्ते में कुछ जगह इन्होंने ट्रकों का भी सहारा लिया, लेकिन गोरखपुर पहुंचते ही इन्हें गोरखपुर में क्वॉरेंटाइन कर दिए गया है.
ऐसे लोगों का अक्सर जिले में आना हो रहा है. कोई बनारस से तो कोई हैदराबाद और दिल्ली से पहुंच ही जाता है जो इस बात पर सवाल खड़ा करता है कि आखिरकार लॉकडाउन का पालन प्रदेशों की सीमाओं पर क्यों नहीं हो पा रहा, जिसकी वजह से लोग आसानी से आ जा रहे हैं.
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