गोरखपुर: लोगों के आवास की जरूरत को पूरा करने में जुटा गोरखपुर विकास प्राधिकरण यानी की GDA अपनी खोराबार टाउनशिप के आवेदकों की आस को नवरात्रि में पूरा करने में जुटा है. पिछले 6 महीने से आवेदन करने के बाद प्लाट और फ्लैट की उम्मीद लगाए बैठे लोगों को नवरात्रि में लॉटरी के जरिए इसकी प्राप्ति होगी. हालांकि, यह आवंटन तो उन्हें प्राप्त हो जाएगा. लेकिन, इस पर कब्जा पाने में उन्हें कम से कम तीन वर्ष का समय लगेगा.
गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष आनंदवर्धन सिंह ने ईटीवी भारत को बताया है कि डेवलपर के द्वारा लेआउट के आधार पर टाउनशिप की बाउंड्रीवॉल और अन्य कार्य को प्रारंभ कर दिया गया है. लेआउट के हिसाब से ही आवेदक को प्लाट और फ्लैट आवंटन होंगे. उन्होंने कहा कि निश्चित संख्या से करीब चार गुना से ज्यादा लोगों ने इसके लिए आवेदन किया है. लेकिन, अब लॉटरी में किसकी किस्मत खुलती है यह देखना होगा. इस योजना का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों मार्च 2023 में हुआ था. इसके बाद आवासीय जमीन की बाउंड्रीवॉल और समतलीकरण का कार्य किया जा रहा है. यह कार्य बिल्डर को जीडीए ने दिया है.
जीडीए की खोराबार टाउनशिप और मेडिसिटी योजना में मध्यम वर्ग व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की आवासीय आवश्यकता के अनुरूप ऐसे आवास, फ्लैट और प्लॉट विकसित किए जा रहे हैं, जो लोगों की पहुंच में होगा. खोराबार टाउनशिप के रूप में नया गोरखपुर बसाया जा रहा है. यहां शानदार मेडिसिटी होगी. इस परियोजना में नई तकनीकी के साथ महत्वपूर्ण नवाचार भी किए जाएंगे. 74.25 एकड़ में विकसित होने वाली मेडिसिटी में छोटे नर्सिंग होम से लेकर बड़े अस्पताल तक स्थापित होंगे. इसके पीछे मंशा एक परिधि में मरीजों को हर तरह की चिकित्सा सुविधा देने की है.
मेडिसिटी में 8 बड़े भूखंड बड़े अस्पतालों व नर्सिंग होम्स के लिए होंगे. इसके अलावा 16 भूखंड मध्यम आकार के नर्सिंग होम्स और 48 भूखंड छोटे आकार के नर्सिंग होम्स के लिए आवंटित किए जाएंगे. जबकि, आयुष चिकित्सा व आवासीय क्लिनिक के लिए भी एक-एक भूखंड की व्यवस्था बनाई गई है. मेडिसिटी में होटल, व्यावसायिक, मल्टीलेवल पार्किंग, पुलिस चौकी, फायर स्टेशन के लिए भूखंड व पार्क का भी प्रावधान किया गया है.
खोराबार टाउनशिप में कुल 2080 फ्लैट बिना ईंट का प्रयोग किए मिवान तकनीकी से बनाए जाएंगे. इस तकनीक से फ्लैट की कीमत 25 प्रतिशत तक कम हो जाएगी. मिवान तकनीक से दीवारों पर प्लास्टर की भी आवश्यकता नहीं होगी.
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