गोरखपुरः कानपुर व्यापारी मनीष गुप्ता मौत मामले की जांच के लिए गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) कानपुर से गोरखपुर पहुंच कर जांच की. अपर पुलिस आयुक्त कानपुर आनंद कुमार तिवारी के नेतृत्व में एसआईटी ने मनीष गुप्ता होटल के जिस कमरे में अपने दोस्तों के साथ ठहरे थे, उसकी जांच-पड़ताल की.
![कृष्णा होटल की जांच करने पहुंची एसआईटी.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-gor-01-kanpur-sit-team-reached-gorakhpur-regarding-manish-murder-case-vis-upc10035_02102021172521_0210f_1633175721_581.jpg)
कानपुर से आई एसआईटी ने फॉरेंसिक टीम के साथ रामगढ़ताल थाना क्षेत्र होटल कृष्णा पैलेस कमरा नंबर 512 खुलवाया और उसमें छानबीन की. इसी होटल के कमरे में दोस्तों के संग मनीष गुप्ता ठहरे हुए थे. मनीष हत्याकांड की जांच के लिए कानपुर पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने एसआईटी का गठन किया था. एसआईटी के अध्यक्ष अपर पुलिस आयुक्त आनंद कुमार तिवारी बनाए गए हैं. SIT में डीसीपी दक्षिण रवीना त्यागी, एडिशनल डीसीपी पश्चिम बृजेश कुमार श्रीवास्तव, मुख्य विवेचना अधिकारी, इसके अलावा इंस्पेक्टर रैंक के दो पुलिस अधिकारी शामिल हैं. वहीं, अभी सह विवेचक के नामों का फैसला नहीं लिया गया हैं. कृष्ण होटल के कमरे की जांच पड़ताल के दौरान स्थानीय पुलिस भी मौजूद रही.
बता दें कि कानपुर के बर्रा निवासी मनीष गुप्ता अपने दोस्त प्रदीप सिंह और हरवीर सिंह के साथ गोरखपुर घूमने आया था. सिकरीगंज का चंदन सैनी से तीनों की पुरानी दोस्ती थी. उसने ही कृष्णा पैलेस में अपने नाम पर कमरा बुक कराया था. सोमवार की रात पुलिस चेकिंग करने के लिए पहुंची थी. आरोप है कि इस दौरान पुलिसकर्मियों ने मनीष गुप्ता की जमकर पिटाई कर दी. इसके बाद मनीष की गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी. मनीष की मौत के बाद सीएम योगी के हस्तक्षेप के बाद रामगढ़ताल थाना के 6 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. वहीं, यूपी सरकार ने मनीष गुप्ता की पत्नी को सरकारी नौकरी दे दी है. साथ ही परिवार को 40 लाख रुपये की आर्थिक मदद की है. राज्य सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने के लिए सिफारिश भी की है.