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सैलेरी देने के बहाने केबिन में बुलाकर अस्पताल संचालक ने रिसेप्शनिस्ट से किया रेप - अस्पताल रिसेप्शनिस्ट के साथ दुष्कर्म

गोरखपुर में एक अस्पताल संचालक ने सैलरी मांगने पर अस्पताल रिसेप्शनिस्ट के साथ दुष्कर्म किया. पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश कर रही है.

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रिसेप्शनिस्ट का रेप
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Published : Aug 25, 2022, 6:03 PM IST

गोरखपुर: जनपद में शहर के एक अस्पताल संचालक ने अपने ही अस्पताल में काम करने वाली रिसेप्शनिस्ट से मारपीट और दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है. शाहपुर थाना पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर अस्पताल संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. वहीं, पीड़िता को पुलिस ने मेडिकल जांच के लिए भेजा है.

पीड़िता का कहना है कि उसके पिता बाहर रहकर जॉब करते हैं. वह अपने भाई, बहनों और मां के साथ शहर में किराए का कमरा लेकर रहती है. पीड़िता के अनुसार परिवार की आर्थिक हालत अच्छी नहीं है. इसलिए वह पढ़ाई के साथ शाहपुर इलाके के पादरी बाजार स्थित एक हॉस्पिटल में रिसेप्शनिस्ट के पद पर काम करने लगी. जहां मुझे 8500 रुपये सैलरी मिलती थी. लेकिन 6 महीने से अस्पताल के मालिक मणि पांडेय सैलरी नहीं दे रहा था. जब भी मणि पांडेय से सैलरी मांगती तो कभी एक हजार तो कभी 500 रुपये दे देता और कहता कि अभी इसी से काम चला लो, बाकी पैसा बाद में दूंगा. पीड़िता ने बताया कि उसे कॉलेज की फीस जमा करनी थी, इसलिए वह कई दिनों से अस्पताल संचालक से सैलरी मांग रही थी.

पीड़िता का आरोप है कि 24 अगस्त की रात उसकी नाइट शिफ्ट में ड्यूटी थी. तभी अस्पताल संचालक मणि पांडेय ने उसे केबिन में बुलवाया. उस वक्त वह काम में बिजी थी, इसलिए नहीं जा सकी. करीब एक घंटे के दौरान अस्पताल संचालक मणि पांडेय ने उसे कई बार मुझे बुलाया. कभी वो किसी स्टॉफ को भेजता तो कभी इंटरकॉम फोन पर कॉल करके बुलाता. रात एक बजे जब वह फ्री हुई तो उसके केबिन में गई. इसके बाद उसने मुझे 500 रुपए देते हुए कहा तुम्हें पैसों की जरूरत थी, यह रख लो. इस पर उसने कहा कि सर इसमें क्या होगा. इतने महीने की सैलरी आपने नहीं दी है. मुझे अपनी फीस जमा करनी है. अगर आप सैलरी नहीं देंगे तो मैं काम नहीं कर पाउंगी.

यह भी पढ़ें:प्रिंसिपल दो साल से कर रहा था नाबालिग छात्रा का रेप, शिकायत पर फरार

पीड़िता के मुताबिक इस पर मणि पांडेय ने कहा सैलरी तो मैं किसी को नहीं देता हूं और जो ज्यादा बोलता उसे मारकर ठीक भी कर देता हूं. चाहो तो अस्पताल में किसी से भी पूछ लो. इतना कहते हुए मणि पांडेय ने उसके बाल पकड़ लिए और केबिन की मेज पर पटककर रेप किया. विरोध करने पर बुरी तरह पीटा और धमकी भी दी कि अगर यह बात किसी को बताई तो अच्छा नहीं होगा.

इस दौरान अस्पताल का एक स्टॉफ ​केबिन की तरफ आ रहा था. मणि पांडेय ने केबिन में लगे CCTV में उसे आता देख लिया और डर कर मुझे छोड़ दिया. उसके छोड़ते ही वह केबिन से निकलकर भाग गई और खुद को अस्पताल के एक कमरे में बंद कर ली. पूरी रात वह अकेली अस्पताल में ही बैठी रोती रही. रात में ही इसकी जानकारी अपने मामा को दी. फिर परिवार संग शाहपुर थाने पहुंची और मामला की शिकायत दर्ज कराई. इंस्पेक्टर शाहपुर रणधीर मिश्रा ने बताया कि रिसेप्शनिस्ट की शिकायत पर हॉस्पिटल के संचालक मणि पांडेय के खिलाफ रेप और मारपीट का केस दर्ज कर लिया गया है. जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा.



यह भी पढ़ें:पिता ने किया बेटी से दुष्कर्म, राज खोलने पर दी जान से मारने की धमकी

गोरखपुर: जनपद में शहर के एक अस्पताल संचालक ने अपने ही अस्पताल में काम करने वाली रिसेप्शनिस्ट से मारपीट और दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है. शाहपुर थाना पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर अस्पताल संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. वहीं, पीड़िता को पुलिस ने मेडिकल जांच के लिए भेजा है.

पीड़िता का कहना है कि उसके पिता बाहर रहकर जॉब करते हैं. वह अपने भाई, बहनों और मां के साथ शहर में किराए का कमरा लेकर रहती है. पीड़िता के अनुसार परिवार की आर्थिक हालत अच्छी नहीं है. इसलिए वह पढ़ाई के साथ शाहपुर इलाके के पादरी बाजार स्थित एक हॉस्पिटल में रिसेप्शनिस्ट के पद पर काम करने लगी. जहां मुझे 8500 रुपये सैलरी मिलती थी. लेकिन 6 महीने से अस्पताल के मालिक मणि पांडेय सैलरी नहीं दे रहा था. जब भी मणि पांडेय से सैलरी मांगती तो कभी एक हजार तो कभी 500 रुपये दे देता और कहता कि अभी इसी से काम चला लो, बाकी पैसा बाद में दूंगा. पीड़िता ने बताया कि उसे कॉलेज की फीस जमा करनी थी, इसलिए वह कई दिनों से अस्पताल संचालक से सैलरी मांग रही थी.

पीड़िता का आरोप है कि 24 अगस्त की रात उसकी नाइट शिफ्ट में ड्यूटी थी. तभी अस्पताल संचालक मणि पांडेय ने उसे केबिन में बुलवाया. उस वक्त वह काम में बिजी थी, इसलिए नहीं जा सकी. करीब एक घंटे के दौरान अस्पताल संचालक मणि पांडेय ने उसे कई बार मुझे बुलाया. कभी वो किसी स्टॉफ को भेजता तो कभी इंटरकॉम फोन पर कॉल करके बुलाता. रात एक बजे जब वह फ्री हुई तो उसके केबिन में गई. इसके बाद उसने मुझे 500 रुपए देते हुए कहा तुम्हें पैसों की जरूरत थी, यह रख लो. इस पर उसने कहा कि सर इसमें क्या होगा. इतने महीने की सैलरी आपने नहीं दी है. मुझे अपनी फीस जमा करनी है. अगर आप सैलरी नहीं देंगे तो मैं काम नहीं कर पाउंगी.

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पीड़िता के मुताबिक इस पर मणि पांडेय ने कहा सैलरी तो मैं किसी को नहीं देता हूं और जो ज्यादा बोलता उसे मारकर ठीक भी कर देता हूं. चाहो तो अस्पताल में किसी से भी पूछ लो. इतना कहते हुए मणि पांडेय ने उसके बाल पकड़ लिए और केबिन की मेज पर पटककर रेप किया. विरोध करने पर बुरी तरह पीटा और धमकी भी दी कि अगर यह बात किसी को बताई तो अच्छा नहीं होगा.

इस दौरान अस्पताल का एक स्टॉफ ​केबिन की तरफ आ रहा था. मणि पांडेय ने केबिन में लगे CCTV में उसे आता देख लिया और डर कर मुझे छोड़ दिया. उसके छोड़ते ही वह केबिन से निकलकर भाग गई और खुद को अस्पताल के एक कमरे में बंद कर ली. पूरी रात वह अकेली अस्पताल में ही बैठी रोती रही. रात में ही इसकी जानकारी अपने मामा को दी. फिर परिवार संग शाहपुर थाने पहुंची और मामला की शिकायत दर्ज कराई. इंस्पेक्टर शाहपुर रणधीर मिश्रा ने बताया कि रिसेप्शनिस्ट की शिकायत पर हॉस्पिटल के संचालक मणि पांडेय के खिलाफ रेप और मारपीट का केस दर्ज कर लिया गया है. जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा.



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