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गोल्ड मेडल विजेता नीरज चोपड़ा के नाम पर एथलेटिक्स में फेलोशिप देगा गोरखपुर विश्वविद्यालय

टोक्यो ओलंपिक के भाला फेंक प्रतियोगिता में ‌हरियाणा के नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक हासिल कर पूरे देश को गौरवान्वित किया है. दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने नीरज चोपड़ा के सम्मान में एथलेटिक्स में उनके नाम पर फेलोशिप देने का निर्णय लिया है.

गोल्ड मेडल विजेता नीरज चोपड़ा
गोल्ड मेडल विजेता नीरज चोपड़ा
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Published : Aug 11, 2021, 12:10 PM IST

गोरखपुर : टोक्यो ओलंपिक के भाला फेंक प्रतियोगिता में ‌हरियाणा के नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक हासिल कर पूरे देश को गौरवान्वित किया है. दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने इस खिलाड़ी के सम्मान में एथलेटिक्स में नीरज चौपड़ा के नाम पर फेलोशिप देने का निर्णय लिया है. फेलोशिप के माध्यम से विश्वविद्यालय में दाखिला लेने वाले खिलाड़ियों को नीरज चौपड़ा के रिकार्ड से एथलेटिक्स में और बेहतर करने की प्रेरणा मिलेगी.

कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने कहा है कि विश्वविद्यालय की ओर से विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों, ओलपिंक खिलाड़ियों की नर्सरी को तैयार किया जाएगा. इसके तहत विश्वविद्यालय में खेल सुविधाओं के विकास के लिए खेलो इंडिया योजना के तहत 32 करोड़ रूपये का प्रस्ताव शासन को भेजा है, जिसके अंतर्गत सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक, हाॅकी एस्टोटर्फ, अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्वीमिंग पुल और बहुउद्देश्यीय भवन का निर्माण होगा. साथ ही 100 खिलाड़ियों को स्नातक स्तर पर महायोगी श्री गुरू गोरक्षनाथ फैलोशिप प्रदान की जाएगी. फैलोशिप के अंतर्गत खिलाड़ियों के रहने, भोजन, निशुल्क प्रशिक्षण के साथ ट्यूशन फीस के खर्च का वहन भी विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा किया जाएगा.



अधिसंख्य कोटा में मिलेगा छात्रों को प्रवेश

कुलपति ने कहा सत्र 2021-22 की स्नातक प्रवेश परीक्षा से खिलाड़ियों को छूट दी जाएगी. उनकी शारीरिक योग्यता, खेल कौशल और पूर्व खेल उपलब्धियों के आधार पर मेरिट बनाई जाएगी. चयन के लिए विशेषज्ञों का एक पैनल तैयार किया जाएगा, उनकी संस्तुति के आधार पर प्रवेश प्रक्रिया को सुनिश्चित किया जाएगा. इन खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देकर उनकी खेल प्रतिभा को निखारा जाएगा ताकि ये खिलाड़ी अंतर विश्वविद्यालयीय प्रतियोगिताओं, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में विश्वविद्यालय के साथ साथ प्रदेश का नाम रोशन कर सकें. खिलाड़ियों का चयन एथलेटिक्स, वालीबाल, बास्केटबाल, फुटबाल, क्रिकेट, कबड्डी, खो खो, जूडो, ताइक्वांडो, टेनिस, कुश्ती, तीरंदाजी, हाॅकी और बैडमिंटन खेलों के लिए होगा. फिलहाल सात कोच तैनात किए जाएंगे. जिन्हें 25 हजार रुपये मानदेय दिया जाएगा. नियुक्ति की प्रक्रिया गतिमान है. अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों, खिलाड़ियों और अंतरराष्ट्रीय रिसर्च स्कॉलर्स को अधिसंख्य कोटा में प्रवेश दिया जाएगा. पहले इसे कोटे के तहत केवल कर्मचारी पाल्यों को प्रवेश मिलता था, मगर कोटे के तहत आवेदकों की संख्या कम होने की वजह से सीट रिक्त रह जाती थी, जिस वजह से विवि प्रशासन ने मूल सीट से बिना कोई छेड़छाड़ किए अब इस कोटे से प्रवेश देने की तैयारी की है.

इसे भी पढ़ें- नीरज चोपड़ा को गोल्ड, ओलंपिक में 13 साल बाद बजा भारत का राष्ट्रगान

आठ लेन का होगा सिंथेटिक ट्रैक, रात में भी होगी तैराकी और हाॅकी मैच

खेलो इंडिया के तहत भेजे गए प्रस्ताव में दीक्षा भवन के सामने खेल मैदान में 50 गुना 25 मीटर का ओलंपिक साइज स्विमिंग पूल तैयार होगा. इसमें कई लेन बनेंगे ताकि खिलाड़ी अपनी तैयारी कर सकें। इसमें 5.50 करोड रूपये लगेंगे. क्रीडा संकुल के पास बनने वाले हाॅकी एस्टोटर्फ का निर्माण 8.6 करोड़ से होगा चारो तरफ रोशनी की व्यवस्था की जाएगी. ताकि रात में भी मैच हो सकें. स्टेडियम परिसर में आठ लेन का 400 मीटर सिंथेटिक ट्रैक बनाया जाएगा. इसकी लागत 9.12 करोड़ आएगी. इसके साथ ही स्विमिंग पुल के पास 9.16 करोड़ से बहुउद्देशीय भवन का निर्माण होगा. कुलपति जी के मागदर्शन में क्रीडा परिषद के अध्यक्ष की अगुवाई में प्रस्ताव को तैयार कर राज्य सरकार से मंजूरी मिलने के बाद केंद्र सरकार के पास भेजा गया है.

इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स की स्थापना

कुलपति प्रो. राजेश सिंह के मागदर्शन में पूर्वांचल के खिलाड़ियों में खेल की संस्कृति विकसित करने के लक्ष्य से इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोट्र्स साइंस की स्थापना की है. जहां नई शिक्षा नीति के अंतर्गत एमए (फिजिकल एजुकेशन) समेत अन्य खेल एवं शारीरिक शिक्षा से संबंधित सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स चलाया जाएगा. विशेषज्ञ के रूप में बीएचयू वाराणसी के डिप्टी डायरेक्टर डॉ आरएन सिंह को नियुक्त किया गया है। कोर्स विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद से पास किए गए हैं. 31 मई से ऑनलाइन आवेदन भी शुरू हो चुका है.

सिंथेटिक टेनिस और बाॅस्केटबाॅल कोर्ट का उद्घाटन

विश्वविद्यालय के स्पोट्र्स कांप्लेक्स पर 37 लाख रूपये की धनराशि से सिंथेटिक टेनिस और बास्केबाल कोर्ट का निमार्ण कराया गया है. हाल ही में अपर पुलिस महानिदेशक गोरखपुर जोन अखिल कुमार ने कुलपति प्रो राजेश सिंह की मौजूदगी में कोर्ट का उद्घाटन करते हुए इसे खिलाड़ियों के लिए एक वरदान बताया है. इसके अलावा क्रीडा परिषद की ओर से सिंथेटिक वाॅलीबाल कोर्ट के निर्माण का प्रस्ताव भी तैयार किया गया है.

गोरखपुर : टोक्यो ओलंपिक के भाला फेंक प्रतियोगिता में ‌हरियाणा के नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक हासिल कर पूरे देश को गौरवान्वित किया है. दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने इस खिलाड़ी के सम्मान में एथलेटिक्स में नीरज चौपड़ा के नाम पर फेलोशिप देने का निर्णय लिया है. फेलोशिप के माध्यम से विश्वविद्यालय में दाखिला लेने वाले खिलाड़ियों को नीरज चौपड़ा के रिकार्ड से एथलेटिक्स में और बेहतर करने की प्रेरणा मिलेगी.

कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने कहा है कि विश्वविद्यालय की ओर से विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों, ओलपिंक खिलाड़ियों की नर्सरी को तैयार किया जाएगा. इसके तहत विश्वविद्यालय में खेल सुविधाओं के विकास के लिए खेलो इंडिया योजना के तहत 32 करोड़ रूपये का प्रस्ताव शासन को भेजा है, जिसके अंतर्गत सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक, हाॅकी एस्टोटर्फ, अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्वीमिंग पुल और बहुउद्देश्यीय भवन का निर्माण होगा. साथ ही 100 खिलाड़ियों को स्नातक स्तर पर महायोगी श्री गुरू गोरक्षनाथ फैलोशिप प्रदान की जाएगी. फैलोशिप के अंतर्गत खिलाड़ियों के रहने, भोजन, निशुल्क प्रशिक्षण के साथ ट्यूशन फीस के खर्च का वहन भी विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा किया जाएगा.



अधिसंख्य कोटा में मिलेगा छात्रों को प्रवेश

कुलपति ने कहा सत्र 2021-22 की स्नातक प्रवेश परीक्षा से खिलाड़ियों को छूट दी जाएगी. उनकी शारीरिक योग्यता, खेल कौशल और पूर्व खेल उपलब्धियों के आधार पर मेरिट बनाई जाएगी. चयन के लिए विशेषज्ञों का एक पैनल तैयार किया जाएगा, उनकी संस्तुति के आधार पर प्रवेश प्रक्रिया को सुनिश्चित किया जाएगा. इन खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देकर उनकी खेल प्रतिभा को निखारा जाएगा ताकि ये खिलाड़ी अंतर विश्वविद्यालयीय प्रतियोगिताओं, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में विश्वविद्यालय के साथ साथ प्रदेश का नाम रोशन कर सकें. खिलाड़ियों का चयन एथलेटिक्स, वालीबाल, बास्केटबाल, फुटबाल, क्रिकेट, कबड्डी, खो खो, जूडो, ताइक्वांडो, टेनिस, कुश्ती, तीरंदाजी, हाॅकी और बैडमिंटन खेलों के लिए होगा. फिलहाल सात कोच तैनात किए जाएंगे. जिन्हें 25 हजार रुपये मानदेय दिया जाएगा. नियुक्ति की प्रक्रिया गतिमान है. अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों, खिलाड़ियों और अंतरराष्ट्रीय रिसर्च स्कॉलर्स को अधिसंख्य कोटा में प्रवेश दिया जाएगा. पहले इसे कोटे के तहत केवल कर्मचारी पाल्यों को प्रवेश मिलता था, मगर कोटे के तहत आवेदकों की संख्या कम होने की वजह से सीट रिक्त रह जाती थी, जिस वजह से विवि प्रशासन ने मूल सीट से बिना कोई छेड़छाड़ किए अब इस कोटे से प्रवेश देने की तैयारी की है.

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आठ लेन का होगा सिंथेटिक ट्रैक, रात में भी होगी तैराकी और हाॅकी मैच

खेलो इंडिया के तहत भेजे गए प्रस्ताव में दीक्षा भवन के सामने खेल मैदान में 50 गुना 25 मीटर का ओलंपिक साइज स्विमिंग पूल तैयार होगा. इसमें कई लेन बनेंगे ताकि खिलाड़ी अपनी तैयारी कर सकें। इसमें 5.50 करोड रूपये लगेंगे. क्रीडा संकुल के पास बनने वाले हाॅकी एस्टोटर्फ का निर्माण 8.6 करोड़ से होगा चारो तरफ रोशनी की व्यवस्था की जाएगी. ताकि रात में भी मैच हो सकें. स्टेडियम परिसर में आठ लेन का 400 मीटर सिंथेटिक ट्रैक बनाया जाएगा. इसकी लागत 9.12 करोड़ आएगी. इसके साथ ही स्विमिंग पुल के पास 9.16 करोड़ से बहुउद्देशीय भवन का निर्माण होगा. कुलपति जी के मागदर्शन में क्रीडा परिषद के अध्यक्ष की अगुवाई में प्रस्ताव को तैयार कर राज्य सरकार से मंजूरी मिलने के बाद केंद्र सरकार के पास भेजा गया है.

इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स की स्थापना

कुलपति प्रो. राजेश सिंह के मागदर्शन में पूर्वांचल के खिलाड़ियों में खेल की संस्कृति विकसित करने के लक्ष्य से इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोट्र्स साइंस की स्थापना की है. जहां नई शिक्षा नीति के अंतर्गत एमए (फिजिकल एजुकेशन) समेत अन्य खेल एवं शारीरिक शिक्षा से संबंधित सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स चलाया जाएगा. विशेषज्ञ के रूप में बीएचयू वाराणसी के डिप्टी डायरेक्टर डॉ आरएन सिंह को नियुक्त किया गया है। कोर्स विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद से पास किए गए हैं. 31 मई से ऑनलाइन आवेदन भी शुरू हो चुका है.

सिंथेटिक टेनिस और बाॅस्केटबाॅल कोर्ट का उद्घाटन

विश्वविद्यालय के स्पोट्र्स कांप्लेक्स पर 37 लाख रूपये की धनराशि से सिंथेटिक टेनिस और बास्केबाल कोर्ट का निमार्ण कराया गया है. हाल ही में अपर पुलिस महानिदेशक गोरखपुर जोन अखिल कुमार ने कुलपति प्रो राजेश सिंह की मौजूदगी में कोर्ट का उद्घाटन करते हुए इसे खिलाड़ियों के लिए एक वरदान बताया है. इसके अलावा क्रीडा परिषद की ओर से सिंथेटिक वाॅलीबाल कोर्ट के निर्माण का प्रस्ताव भी तैयार किया गया है.

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