गोरखपुरः समाज को नई दिशा और दशा से जोड़ने का कार्य बेटियां कर रही हैं. बेटियों आज चांद तक पहुंच चुकी हैं. वहीं समाज बेटियों को घर की चारदीवारी में कैद कर विकृतियों से महफूज करने में लगा हुआ. लेकिन कुछ मां-बाप ऐसे भी हैं, जिन्हें बेटी की कामयाबी में ही अपनी और परिवार की कामयाबी नजर आती है. गोरखपुर की रहने वाली दिव्यांगी त्रिपाठी ने परिवार के साथ शहर का भी नाम रोशन किया है. दिव्यांगी नई दिल्ली के राजपथ पर होने वाली गणतंत्र दिवस परेड पर प्रधानमंत्री बॉक्स में बैठी दिखेंगी. वो देश के 50 ऐसे मेधावी बच्चों में शामिल हैं, जिन्हें यह गौरव हासिल हुआ है.
प्रधानमंत्री के साथ दिखेंगी दिव्यांगी
दिव्यांगी ने सीबीएसई 12वीं की परीक्षा में बायोलॉजी वर्ग में देश में दूसरा स्थान हासिल किया था. जिसके बाद 13 जनवरी को उन्हें केंद्र सरकार से आमंत्रण पत्र मिला. आमंत्रण पत्र पर उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी के साथ गणतंत्र दिवस की परेड देखने का अवसर मिला है.
डॉक्टर बनना चाहती हैं दिव्यांगी
इंदिरा नगर शिवपुरी कॉलोनी की रहने वाली दिव्यांगी डॉक्टर बनकर जरूरतमंदों की सेवा करना चाहती हैं. दिव्यांगी के पिता उमेश नाथ त्रिपाठी दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में केमिस्ट्री के प्रोफेसर और मां उमा त्रिपाठी गृहणी हैं. दादा दयानाथ त्रिपाठी भी विश्वविद्यालय में प्रोफेसर और भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं.
12वीं में टॉपर थीं दिव्यांगी
दिव्यांगी ने बताया कि उन्होंने जीएन नेशनल पब्लिक स्कूल से 12वीं में बायोलॉजी विषय में 99.6 फीसदी अंक हासिल कर देश भर में पहला स्थान हासिल किया था. उन्हें हिंदी, केमिस्ट्री, बायोलॉजी में 100 में से 100 अंक और इंग्लिश, फिजिक्स में 99-99 अंक मिले थे. दिव्यांगी को दसवीं में भी 98.2 फीसदी अंक मिले थे.
विशिष्ट अतिथि के रूप में होंगी शामिल
दिव्यांगी आगामी 26 जनवरी को राजपथ पर होने वाली परेड में विशिष्ट अतिथि के रुप में आमंत्रित हैं. गणतंत्र दिवस पर पूरे देश से 50 छात्रों को बुलाया गया है. जो राजपथ से प्रधानमंत्री बॉक्स में बैठकर इस परेड को देखेंगे. ये वो छात्र हैं, जो देश के अलग-अलग स्कूल बोर्ड से टॉपर हैं. फिलहाल दिव्यांगी को 25 जनवरी को नई दिल्ली के यूपी भवन में रिपोर्ट करना है. जहां वो 25 से 27 तक रहेंगी. दिव्यांगी के साथ उनके पिता प्रोफेसर उमेश नाथ त्रिपाठी और मां उषा त्रिपाठी भी दिल्ली जाएंगी.