गोरखपुर: डिजिटल लेनदेन की दुनिया में आजकल कई तरह के ऑफर का लाभ ग्राहक उठा रहे हैं. यह लेनदेन लोगों को कई तरह से फायदेमंद भी साबित होता है. नोट यानी की रुपये को ले जाने की झंझट से भी लोगों को मुक्ति मिलती है. वहीं, जितनी जरूरत उतने पैसे की फटाफट लेन देन भी हो जाती है. कम पढ़े लोग हों या ज्यादा, सब लोगों ने लगभग खुद को ऑनलाइन लेनदेन से जोड़ लिया है.
ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर छूट: गोरखपुर के स्ट्रीट वेंडर जो पटरियों पर ठेला, खोमचा लगाकर खाद्य पदार्थ बेरते हैं. स्ट्रीट वेंडर्स प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत अपने व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए बैंकों से जो ऋण प्राप्त किए हैं, उसकी किस्त अदाएगी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन से करने पर छूट की सुविधा मिली है. इससे गोरखपुर के 25000 से ज्यादा स्ट्रीट वेंडरों को करीब 46 लाख रुपये कैशबैक आया है. ऑनलाइन ट्रांजैक्शन से मिलने वाले लाभ का यह एक बड़ा उदाहरण है.
5600 लोगों ने पहला लोन चुकाया: डूडा के कम्युनिटी ऑफिसर अंकित कुमार मल्ल ने बताया कि प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) योजना से गोरखपुर में 25 हजार से ज्याद स्ट्रीट वेंडर्स जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के माध्यम से लाभ उठाकर कारोबार सवार रहे हैं. इनमें से 5600 ऐसे हैं जिन्होंने पहला लोन चुकाकर दूसरा और 140 ने दूसरा लोन चुकाकर तीसरा लोन प्राप्त किया है. लोन लेने के बाद डिजिटल लेनदेन से वेंडर्स को कैशबैक का अतिरिक्त फायदा हो रहा है. गोरखपुर में इस योजना से स्ट्रीट वेंडर्स 46 लाख रुपये कैशबैक का भी लाभ प्राप्त कर चुके हैं.
पीएम स्वनिधि वेंडर्स के लिए संकटमोचक: बता दें कि पीएम स्वनिधि योजना की शुरुआत जून 2020 में उस वक्त हुई जब कोरोना काल में कारोबार बुरी तरह प्रभावित था. इसका सबसे अधिक असर रेहड़ी-पटरी दुकानदारों पर था. दुकानदारी चौपट होने की कगार पर थी. ऐसे में उनके लिए संकटमोचक बनी पीएम स्वनिधि योजना. इस योजना का सहारा पाकर रेहड़ी-पटरी कारोबारियों के जीवन में समृद्धि का नया प्लेटफार्म मिला. अकेले गोरखपुर में डूडा के जरिये अब तक पच्चीस हजार से ज्यादा रेहड़ी-पटरी दुकानदार 10 हजार रुपये का गारंटी मुक्त लोन लेकर अपने कारोबार को संवार चुके हैं. पीएम स्वनिधि के तहत प्रथम, द्वितीय व तृतीय ऋण को मिलाकर गोरखपुर में कुल 36 करोड़ 40 लाख रुपये का ऋण स्ट्रीट वेंडर्स में वितरित किया जा चुका है.
रेहड़ी-पटरी चलाने वालों को गारंटी फ्री लोन: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पटरी कारोबारियों के प्रति संवेदनशीलता और नियमित मॉनिटरिंग से स्ट्रीट वेंडर्स के लिए पीएम स्वनिधि योजना का खूब रंग जमा है. योजना के तहत आवेदन कर रेहड़ी-पटरी चलाने वाले 10 हजार रुपये का गारंटी फ्री लोन प्राप्त कर सकते हैं. लोन की राशि एक साल में चुका देने पर दूसरी बार 20 हजार और तीसरी बार 50 हजार रुपये का ऋण लेकर कारोबार को और विस्तार दिया जा सकता है. पीएम स्वनिधि योजना में समयबद्ध भुगतान करने में ब्याज पर 07 प्रतिशत अनुदान भी मिलता है. यदि लोन देने वाले रेहड़ी-पटरी दुकानदार ने ऋण भुगतान निर्धारित प्रक्रिया में किया, तो उसे 1200 रुपये तक कैशबैक भी मिलता है. योजना की सफलता को लेकर अकेले गोरखपुर में तीन बार स्वनिधि महोत्सव का आयोजन हो चुका है. महोत्सव में स्वनिधि लोन लेकर कारोबार को आगे बढ़ाने वाले रेहड़ी-पटरी दुकानदारों को सम्मानित भी किया गया था.
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