गोरखपुर: चौरी-चौरा में लॉकडाउन के बीच बदमाशों के हौसले बुलंद है. झंगहा में नदी किनारे हुई शराब पार्टी के दौरान डबल मर्डर का मामला सामने आया था. सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौका-ए-वारदात पर शराब की बोतलें, कारतूस के खोखे और एक बाइक बरामद की थी.
दो चचेरे भाइयों दिवाकर और कृष्णा के हत्या के 36 घण्टे बाद भी पुलिस हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं कर पाई है. जिससे नाराज पीड़ित परिवार के लोगों ने मृतकों के शव को रखकर गोरखपुर देवरिया हाइवे को जाम करने की कोशिश की. पुलिस के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर परिवार को समझाकर जाम को हटवाया.
युवकों ने बनाया था गैंग
जानकारी के मुताबिक दिवाकर व कृष्णा ने बहुत ही कम समय में खोराबार थाना क्षेत्र के रामनगर कड़जहां से लेकर मोतीराम चौराहे तक मारपीट करने वाले युवकों का एक गैंग बना लिया था. कड़जहां के क्षेत्र के एक शख्स ने बताया कि झंगहा से लेकर मोतीराम कड़जहां कुष्मी तक इन युवकों का गैंग सक्रिय है. इस गैंग के लोग एक खास रंग के गमछे का उपयोग करते हैं. दिवाकर और कृष्णा का इस गैंग से ताल्लुक था.
करोड़ों की जमीन का मालिक था कृष्णा
कृष्णा के रिश्तेदारों ने बताया कि कृष्णा के पास राम नगर कड़जहां व देवरिया जिले के रामलक्षन में करोड़ो रुपये की जमीन है. जिसका कृष्णा व उसके बड़े भाई ही वारिस है. कृष्णा के माता-पिता की कुछ वर्ष पहले गम्भीर बीमारी के कारण मौत हो चुकी है. मृतक कृष्णा के घर पर उसका बड़ा भाई और एक छोटी बहन है. भूमाफियाओं की नजर भी उसकी संपत्ति पर थी.
पुलिस जांच में जुटी
मिली जानकारी के अनुसार दिवाकर के पिता सुदामा फर्नीचर की दुकान चलाते हैं तथा चाचा प्रॉपर्टी से जुड़कर प्लाटिंग का कार्य करते हैं. दिवाकर सब्जी-मसाला की पैकिंग कराकर मार्केट में वितरित कराता था. दिवाकर और कृष्णा खाली समय में अपने गैंग के सदस्यों के साथ रहते थे .पुलिस इस दोहरे हत्याकांड को सुलझाने के लिए कई लोगों को हिरासत में लेकर पुछताछ कर रही है.