गोरखपुर: सीएम सिटी गोरखपुर में हजारों करोड़ की परियोजनाओं पर काम चल रहा है, लेकिन यह शहर विकास योजनाओं में काफी तेजी से पिछड़ती नजर आ रही है. पर्यटन को छोड़कर सिविल के हर कार्य में निर्माण की गति बहुत धीरे चल रहा है. विरोधी दल सपा के नेता कहते हैं कि केंद्र सरकार अब अखिलेश सरकार की योजनाओं को भी पूरा नहीं कर पा रही है. हालांकि कार्यों में धन भी आवंटित हुआ और काम भी शुरू हो गया था.
नहीं हो रहे विकास कार्य
गोरखपुर की विकास योजनाओं की योगी सरकार के लिए जिले के बड़े प्रोजेक्ट खाता खाना एम्स का कार्य निर्माणाधीन है और यह कार्य 2021 तक पूर्ण होने की संभावना है. इसके अलावा शहर की सड़कें जर्जर हैं, जल निकासी के लिए नालों की जगह-जगह खुदाई करके छोड़ दिया गया है. कार्य की पूर्णता को लेकर कोई तेजी नहीं बरती जा रही है.
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बिजली की परियोजनाओं में आम जनता बिजली की कटौती को झेल रही है, लेकिन बिजली की परियोजना पूरी नहीं हो रही है. आलम यह है कि जनता परेशान है, लेकिन विरोधी दल सपा नेता योगी सरकार की खिंचाई करने से नहीं चूक रहे हैं.
सपा जिला अध्यक्ष प्रह्लाद यादव ने साफ कहा कि अखिलेश यादव की सरकार में जो योजना 7 प्रतिशत से ज्यादा भी पूरी हो गई थी, वह कार्य वर्तमान सरकार में कमीशन के चलते लटक गई है. आम लोगों का मानना है कि निर्माण के बेतरतीब होने से शहर में जाम जाम की समस्या पैदा हो गई है.
सपाइयों को भाजपा की चल रही योजनाओं पर सवाल उठाने का हक ही नहीं है. सपा सरकार में योजनाओं को लूट लिया गया, कमीशन बाजी के खेल में कितनों को जेल जाना पड़ा हो, लेकिन गोरखपुर में हो रहा चतुर्दिक विकास नहीं दिखाई देगा. आज गोरखपुर शहर मेट्रोपॉलिटन शहरों के मुकाबले खड़ा होने की स्थिति में है और फोरलेन से लेकर सिक्स लेन की कनेक्टिविटी से शहर जुड़ चुका है. विरोधी अपने गिरेबान में झांके और भाजपा पर उंगुली ना उठाएं.
-बृजेश राम त्रिपाठी, प्रवक्ता, बीजेपी