गोरखपुरः गोरखनाथ मंदिर सुरक्षा को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ सख्त हैं. ऐसे में उन्होंने निर्णय लिया है कि मंदिर की सुरक्षा बुलेट प्रूफ होगी. सुरक्षा का सीधा संबंध सुरक्षा व्यवस्था में लगे जवानों और मंदिर के सभी प्रवेश द्वार पर बनाए गए चेक पोस्ट को बुलेट प्रूफ बनाए जाने को लेकर है. मंदिर में पुलिसकर्मी अत्याधुनिक हथियारों के साथ तैनात रहेंगे. साथ ही मंदिर आने वाले हर श्रद्धालु की पूरी सघनता के साथ जांच होगी. बता दें कि रविवार 3 मार्च को गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात पीएसी के जवानों पर हमला होने के बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सीएम योगी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया था.
एडीजी अखिल कुमार ने सीएम के निर्देश के बाद सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और बुलेट प्रूफ चेक पोस्ट बनाए जाने पर सहमति बनी. उन्होंने मंदिर का निरीक्षण करते हुए वॉच टावर समेत अन्य पुलिसकर्मियों को बुलेट प्रूफ जैकेट भी उपलब्ध कराई है. मौजूदा समय में मंदिर की सुरक्षा में 650 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात हैं. इसमें एक एएसपी, एक सीओ, दो कंपनी पीएसी, सिविल पुलिस और एलआईयू के जवान शामिल हैं.
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सभी चेकपोस्ट और प्रवेश द्वार को सीसीटीवी कैमरे से लैस कर दिया गया है और निगरानी के लिए वाच टावर भी अहम रोल अदा करेगा. मंदिर में कुल 10 स्थानों से लोग प्रवेश करते हैं. यहां पर बुलेट प्रूफ चेक पोस्ट बनेगा. यहां तैनात जवान हमेशा बुलेट प्रूफ जैकेट और हेलमेट पहनकर मुस्तैद रहेंगे. वहीं अब श्रद्धालु मंदिर के अंदर बैग लेकर प्रवेश नहीं कर सकेंगे. उसके लिए मंदिर में अलग से व्यवस्था बनाई जा रही है.
इस बीच घटना को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी को लेकर एटीएस की जांच चल रही है. उसके टेरर फंडिंग करेक्शन को भी एटीएस तलाश रही है. नेपाल और उसके सीमावर्ती इलाकों में इसकी हुई यात्राओं पर विवेचना को आगे बढ़ाया जा रहा है. मुर्तजा नेपाल किस गाड़ी से गया वह भी पुलिस ढूंढ रही है.
इसके साथ ही विदेशी खाते में विभिन्न तकनीकी माध्यमों का उपयोग कर रुपए भेजने को लेकर भी पुलिस की छानबीन गंभीरता से बढ़ रही है. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, मुर्तजा के आतंकी कनेक्शन और विचारधारा के कई पहलू निकल कर सामने आ रहे हैं.
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