गोरखपुर: उत्तम स्वास्थ्य के लिए दूध का प्रयोग बेहद लाभकारी माना जाता है. भारतीय पशु चिकित्सा और विज्ञान से जुड़े हुए डॉक्टरों की माने तो भारतीय नस्ल की जो भी गायें हैं, उनका दूध हम सभी के लिए बेहद फायदेमंद है. इसमें A-2 कैटेगरी का दूध पाया जाता है.
क्या खासियत है गिर नस्ल की गायों की
देश के गुजरात प्रांत में पाई और पाली जाने वाली गिर नस्ल की गाय A2 कैटेगरी की सबसे उत्तम गाय मानी जाती हैं. इसका दूध बेहद फायदेमंद होता है. यही वजह है कि ब्राजील, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और दुनिया के न जाने कितने देशों में इसकी मांग बढ़ी है. यही नहीं इस गाय की नस्ल से वह अपने देश की गायों की नस्ल सुधार की कोशिश भी कर रहे हैं. गिर नस्ल की गाय का दूध पीने से ना तो बच्चों में हार्मोन चेंजेज होंगे और ना ही हार्ट अटैक, ब्लड शुगर, ऑटिज्म, मंदबुद्धि और मेंटल डिसऑर्डर जैसी बीमारियां.
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क्या होता है A1और A2 कटेगरी का दूध-
दूध के अंदर विभिन्न पोषक तत्व होता है, जैसे लेक्टोज, प्रोटीन, फैट, कैल्शियम और अन्य विटामिंस, मिनरल्स. जिस दूध में यह तत्व बेहद कम पाए जाते हैं, वह A1 कैटेगरी का दूध माना जाता है. साथ ही उसमें बीटा केसीन प्रोटीन पाया जाता है जो हानिकारक माना जाता है. जबकि A2 कैटेगरी के दूध में अमीनो एसिड पाया जाता है, यह लाभकारी होता है.
औषधीय गुणों से भरपूर है गिर गाय का दूध
गिर गाय का दूध औषधीय गुणों से भरपूर है. यह पचने में सुपाच्य है. यह सेहत के साथ वातावरण के लिए काफी लाभदायक है. इस गाय का पालन करना भी आसान है क्योंकि यह 42 से 45 डिग्री तापमान पर बहुत आसानी से रह लेती हैं और शांत प्रवृत्ति की गाय हैं. खास बात यह है कि इनमें बीमारियां न के बराबर होती है. जिसके पीछे इनकी बनावट मुख्य वजह है.
यूरोपियन देशों की फ्रीजियन, याक शायर जैसी गाय का दूध नहीं पीना चाहिए. इनका दूध A1 कैटेगरी का होता है जो हानिकारक है. भारतीय नस्ल की साहिवाल, थारपारकर, राठी, हरियाणी और देसी नस्ल की गाय A-2 कैटेगरी के दूध के लिए बेहद उपयोगी है.
-डॉ. बीके सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी