ETV Bharat / state

गोरखुपर में बसेगी स्पोर्ट्स सिटी, जानिए क्या होंगी सुविधाएं

गोरखपुर में 200 एकड़ क्षेत्रफल में स्पोर्ट्स सिटी बनाने की तैयारी हो रही है. जीडीए बेंगलुरु, मुंबई, नोएडा से बड़ी स्पोर्ट्स सिटी विकसित करेगा. इसका बहुत जल्द 'रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल' (आरएफपी) भी जारी किया जाएगा. इस योजना को अगस्त 2023 में लांच करने की तैयारी है.

गोरखपुर
गोरखपुर
author img

By

Published : Jun 6, 2023, 7:45 PM IST

गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर ने दी जानकारी.

गोरखपुर: शहरी क्षेत्र में लोगों के आवास की जरूरत को पूरा करने के लिए गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) तेजी से काम कर रहा है. करीब 5400 से अधिक आवासीय फ्लैटों को खोराबार और मानबेला आवासीय योजना के माध्यम से दिए जा रहे हैं. इसके बाद अब जीडीए स्पोर्ट्स सिटी बसाने की कवायद में भी जुट गया है.

गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर की मानें तो महाराजगंज रोड पर मानबेला के पास 200 एकड़ जमीन पर स्पोर्ट्स सिटी बसाए जाने की कवायद शुरू हो गई है. अधिकारियों ने बेंगलुरु और नोएडा में जाकर वहा की परिकल्पना को गोरखपुर में कैसे धरातल पर उतारा जाए, इसका आकलन और परीक्षण किया है. प्राधिकरण की तरफ से सर्वे का काम शुरू हो गया है. उन्होंने बताया कि खोराबार टाउनशिप में मेडिसिटी की परिकल्पना का पंजीकरण भी शुरू हो गया है. ऐसे में स्पोर्ट्स सिटी के जरिए इस शहर को आधुनिकता और अन्य जरूरतों से जोड़ने की पहल हो रही है.

200 एकड़ क्षेत्रफल में स्पोर्ट्स सिटी बनाने की तैयारी
200 एकड़ क्षेत्रफल में स्पोर्ट्स सिटी बनाने की तैयारी

महेंद्र सिंह तंवर का दावा है कि जुलाई 2023 में स्पोर्ट्स सिटी का 'रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल' (आरएफपी) जारी कर दिया जाएगा. अगस्त 2023 में योजना लांच करने की तैयारी है. स्पोर्ट्स सिटी से खिलाड़ियों को काफी सुविधा होगी. यहां आवासीय और व्यवसायिक भूखंड के अलावा फ्लैट भी बनाए जाएंगे. खोराबार आवासीय योजना की तर्ज पर यहां पर भी ढांचागत विकास कार्य निजी कंपनी को दिया जा सकता है. इन सब बिंदुओं पर प्लान तैयार कर बोर्ड में इसको पास कराने का प्रयास होगा. जिसके बाद धरातल पर कार्य होता दिखाई देगा.

तंवर ने कहा कि किसी भी शहर का विकास तभी पूर्ण होता है, जब उसमें हर क्षेत्र में विकास की स्थिति को मजबूती से खड़ा किया जाए. चाहे वह मेडिकल, शिक्षा या फिर स्पोर्ट्स का हो. गोरखपुर शिक्षा और मेडिकल से तो अपने आप को जोड़ते हुए पहले ही आगे बढ़ रहा है. अब स्पोर्ट्स सिटी में इसको आगे बढ़ने की जरूरत है. जिसके क्रम में स्पोर्ट्स सिटी की परिकल्पना को आगे बढ़ाया जा रहा.

उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स सिटी डेवलप करने से पहले हमने बेंगलुरु, मुंबई और नोएडा में विकसित स्पोर्ट्स सिटी को रिफरेंस के रूप में बहुत बारीकी से देखा और समझा है. वहीं, नोएडा के जेपी ग्रीन स्पोर्ट्स सिटी के सिस्टम को मैंने खुद देखा है. इन जगहों से सारे आइडियाज को लेकर गोरखपुर में विश्वस्तरीय स्पोर्ट्स सिटी बनाने की शुरुआत कर दी है.

उन्होंने कहा कि गोरखपुर विकास प्राधिकरण की कोशिश होगी कि यह स्पोर्ट्स सिटी, देश में बनी सभी स्पोर्ट्स सिटी से साइज और इंफ्रास्ट्रक्चर में भी बड़ी हो. इसी के साथ विश्वस्तरीय सुविधाएं यहां पर विकसित हो. जितने भी देश-विदेश के खेल होते हैं. उसमें गोरखपुर और आसपास क्षेत्र के बच्चे अच्छा प्रतिभाग कर अच्छा प्रदर्शन करे. इन सब उद्देश्यों के साथ इस सिटी की परिकल्पना को धरातल पर उतारने की कोशिश है.


यह भी पढ़ें: मुंबई के काउंटर से बन रहे लखनऊ-गोरखपुर के टिकट, एंटी फ्राड दस्ते ने की छापेमारी

गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर ने दी जानकारी.

गोरखपुर: शहरी क्षेत्र में लोगों के आवास की जरूरत को पूरा करने के लिए गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) तेजी से काम कर रहा है. करीब 5400 से अधिक आवासीय फ्लैटों को खोराबार और मानबेला आवासीय योजना के माध्यम से दिए जा रहे हैं. इसके बाद अब जीडीए स्पोर्ट्स सिटी बसाने की कवायद में भी जुट गया है.

गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर की मानें तो महाराजगंज रोड पर मानबेला के पास 200 एकड़ जमीन पर स्पोर्ट्स सिटी बसाए जाने की कवायद शुरू हो गई है. अधिकारियों ने बेंगलुरु और नोएडा में जाकर वहा की परिकल्पना को गोरखपुर में कैसे धरातल पर उतारा जाए, इसका आकलन और परीक्षण किया है. प्राधिकरण की तरफ से सर्वे का काम शुरू हो गया है. उन्होंने बताया कि खोराबार टाउनशिप में मेडिसिटी की परिकल्पना का पंजीकरण भी शुरू हो गया है. ऐसे में स्पोर्ट्स सिटी के जरिए इस शहर को आधुनिकता और अन्य जरूरतों से जोड़ने की पहल हो रही है.

200 एकड़ क्षेत्रफल में स्पोर्ट्स सिटी बनाने की तैयारी
200 एकड़ क्षेत्रफल में स्पोर्ट्स सिटी बनाने की तैयारी

महेंद्र सिंह तंवर का दावा है कि जुलाई 2023 में स्पोर्ट्स सिटी का 'रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल' (आरएफपी) जारी कर दिया जाएगा. अगस्त 2023 में योजना लांच करने की तैयारी है. स्पोर्ट्स सिटी से खिलाड़ियों को काफी सुविधा होगी. यहां आवासीय और व्यवसायिक भूखंड के अलावा फ्लैट भी बनाए जाएंगे. खोराबार आवासीय योजना की तर्ज पर यहां पर भी ढांचागत विकास कार्य निजी कंपनी को दिया जा सकता है. इन सब बिंदुओं पर प्लान तैयार कर बोर्ड में इसको पास कराने का प्रयास होगा. जिसके बाद धरातल पर कार्य होता दिखाई देगा.

तंवर ने कहा कि किसी भी शहर का विकास तभी पूर्ण होता है, जब उसमें हर क्षेत्र में विकास की स्थिति को मजबूती से खड़ा किया जाए. चाहे वह मेडिकल, शिक्षा या फिर स्पोर्ट्स का हो. गोरखपुर शिक्षा और मेडिकल से तो अपने आप को जोड़ते हुए पहले ही आगे बढ़ रहा है. अब स्पोर्ट्स सिटी में इसको आगे बढ़ने की जरूरत है. जिसके क्रम में स्पोर्ट्स सिटी की परिकल्पना को आगे बढ़ाया जा रहा.

उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स सिटी डेवलप करने से पहले हमने बेंगलुरु, मुंबई और नोएडा में विकसित स्पोर्ट्स सिटी को रिफरेंस के रूप में बहुत बारीकी से देखा और समझा है. वहीं, नोएडा के जेपी ग्रीन स्पोर्ट्स सिटी के सिस्टम को मैंने खुद देखा है. इन जगहों से सारे आइडियाज को लेकर गोरखपुर में विश्वस्तरीय स्पोर्ट्स सिटी बनाने की शुरुआत कर दी है.

उन्होंने कहा कि गोरखपुर विकास प्राधिकरण की कोशिश होगी कि यह स्पोर्ट्स सिटी, देश में बनी सभी स्पोर्ट्स सिटी से साइज और इंफ्रास्ट्रक्चर में भी बड़ी हो. इसी के साथ विश्वस्तरीय सुविधाएं यहां पर विकसित हो. जितने भी देश-विदेश के खेल होते हैं. उसमें गोरखपुर और आसपास क्षेत्र के बच्चे अच्छा प्रतिभाग कर अच्छा प्रदर्शन करे. इन सब उद्देश्यों के साथ इस सिटी की परिकल्पना को धरातल पर उतारने की कोशिश है.


यह भी पढ़ें: मुंबई के काउंटर से बन रहे लखनऊ-गोरखपुर के टिकट, एंटी फ्राड दस्ते ने की छापेमारी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.