गोरखपुर: जिले के खजनी थाना क्षेत्र में सोमवार को पूर्व प्रधान राघवेंद्र को गोली मारी गई थी, जिसकी देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई. एसएसपी दिनेश कुमार पी ने मामले में पुलिस की लापरवाही पाई है, जिसके बाद चौकी प्रभारी समेत 6 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही उनके खिलाफ जांच बैठा दी गई है.
क्या है पूरा मामला
मामला खजनी थाना क्षेत्र अंतर्गत मिश्रौलिया महुआ डाबर का है. सोमवार सुबह पूर्व प्रधान राघवेंद्र उर्फ गिलगिल दुबे व शंभू यादव के बीच चुनाव जुलूस निकालने के दौरान विवाद हुआ था. इस विवाद को चौकी पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया और न ही उच्चाधिकारियों को इस विषय में जानकारी दी. इसके बाद रात साढ़े 10 बजे दोनों पक्षों में विवाद हुआ और शंभू ने गिलगिल दुबे को गोली मार दी.
सोमवार शाम पूर्व प्रधान राघवेंद्र की इलाज के दौरान मौत हो गई, जिससे नाराज ग्रामीणों ने चौकी का घेराव किया. मौके पर पहुंचे पुलिस के आला अधिकारियों ने परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया. ग्रामीणों ने बताया कि राघवेंद्र को इस बात की आशंका थी कि उसके साथ कुछ होने वाला है. राघवेंद्र ने इसकी जानकारी चौकी प्रभारी को दी थी, लेकिन पुलिस ने इस बात की अनदेखी की.
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एसएसपी दिनेश कुमार पी ने मामले की जांच कराई तो इसमें पुलिस की लापरवाही सामने आई. एसएसपी ने महुआडाबर के चौकी इंचार्ज भागवत चौधरी सहित मुख्य आरक्षी शेष कुमार वर्मा, आरक्षी लक्ष्मण प्रसाद, आरक्षी सुनील कुमार, आरक्षी मुकेश खरवार व आरक्षी सौरभ मौर्य को निलंबित कर दिया है. कार्य में लापरवाही के चलते चौकी इंचार्ज समेत 6 पुलिस कर्मियों पर विभागीय जांच भी शुरू करा दी गई है.