ETV Bharat / state

गोरखपुर पहुंची कोरोना वैक्सीन की 28 हजार डोज - गोरखपुर एयरपोर्ट

कोरोना वैक्सीन की पहली खेप गोरखपुर पहुंची. इस खेप में वैक्सीन की 28 हजार डोज हैं. पुलिस की निगरानी में 38 कोल्ड चेन प्वाइंट तक पहुंचायी जाएगी. 16 जनवरी को प्रथम चरण में 20 केंद्रों पर टीकाकरण की प्रक्रिया होगी.

कोरोना वैक्सीन की 28 हजार डोज
कोरोना वैक्सीन की 28 हजार डोज
author img

By

Published : Jan 14, 2021, 4:34 PM IST

गोरखपुर: स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण के लिए कोविड वैक्सीन की 28 हजार डोज बुधवार को गोरखपुर पहुंच गयी हैं. गोरखपुर एयरपोर्ट पर वैक्सीन को चीफ फार्मासिस्ट डीपी सिंह की देख-रेख में रिसीव किया गया. इस वैक्सीन को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के पास बने भंडारण गृह में पुलिस की सुरक्षा और सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रखा गया है. इन टीकों को पुलिस की निगरानी में जिले के अलग-अलग हिस्सों में बने 38 कोल्ड चैन प्वाइंट तक पहुंचाया जाएगा. यह जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय ने बताया कि 16 जनवरी को प्रथम चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को 20 टीकाकरण केंद्रों पर कोविड वैक्सीन दी जाएगी.

पहुंची कोरोना वैक्सीन की पहली खेप.

पहले चरण में 26,000 स्वास्थ्यकर्मियों को दी जाएगी वैक्सीन
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय ने जनपदवासियों से अपील करते हुए कहा कि जब तक कोविड के प्रति संपूर्ण टीकाकरण न हो जाए, तब तक कोरोना से बचाव के प्रयास जारी रखना होगा क्योंकि टीकाकरण चरणबद्ध ढंग से ही होगा. उन्होंने बताया अभी वैक्सीन की पहली डोज जिले भर के करीब 26,000 स्वास्थ्यकर्मियों को दी जाएगी.

पंजीकृत स्वास्थ्यकर्मियों को ही लगेगा टीका
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नीरज कुमार पांडेय को टीकाकरण के संबंध में समुचित प्रबंधन के लिए दिशा-निर्देशित किया जा चुका है. इस कार्य में विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनीसेफ, CHAI और यूएनडीपी के प्रतिनिधि तकनीकी सहयोग देंगे. अभी फिलहाल सिर्फ सरकारी और निजी क्षेत्र के कोविड पोर्टल पर पंजीकृत हो चुके स्वास्थ्यकर्मियों को ही टीका लगेगा. गैर पंजीकृत लोगों को टीका नहीं लगाया जाएगा.

सतर्कता ही एक बेहतर विकल्प
उन्होंने बताया कि शासन से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुसार, आने वाले समय में फ्रंटलाइन कर्मचारी, 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, एचआईवी और कैंसर जैसी बीमारियों से ग्रस्त लोगों का पंजीकरण करने के बाद ही टीकाकरण की सुविधा मिल सकेगी. इसलिए फिलहाल कोविड-19 से बचाव के लिए सतर्कता ही एक बेहतर विकल्प है. डॉ. पांडेय ने बताया कि वैक्सीन की एक खुराक लेने के 28 दिन के भीतर ही दूसरी खुराक भी दी जानी है. कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक प्राप्त करने के दो सप्ताह बाद आमतौर पर एंटीबॉडी का सुरक्षात्मक स्तर विकसित होता है. इसलिए जो स्वास्थ्यकर्मी टीके की पहले खुराक प्राप्त करेंगे उन्हें भी एंटीबॉडी विकसित होने तक सतर्कता का यह व्यवहार जारी रखना होगा. कोविड-19 के मामले लगातार कम हो रहे हैं, बावजूद इसके संपूर्ण प्रतिरक्षण होने तक सभी को सतर्क रहना चाहिए.

अभी नहीं भूलना है यह मंत्र
• अनजान लोगों से दो गज की दूरी बना कर रहें.
• घर के बाहर निकलें तो मास्क जरूर लगाएं.
• खांसते-छींकते समय रूमाल या टीश्यू पेपर का इस्तेमाल करें.
• हाथों को बार-बार साबुन पानी से धुलें या सैनेटाइज करें.
• खुले में इधर-उधर न थूकें.
• आंख, नांक और मुंह को खुले हाथों से न छुएं.
• सर्दी, खांसी, जुकाम के साथ सांस फूलने की दिक्कत हो तो कोविड जांच अवश्य कराएं.
• अगर घर में कोई बाहर से आया सदस्य हो और उसमें कोविड के लक्षण दिखें तो जांच जरूर कराएं.

गोरखपुर: स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण के लिए कोविड वैक्सीन की 28 हजार डोज बुधवार को गोरखपुर पहुंच गयी हैं. गोरखपुर एयरपोर्ट पर वैक्सीन को चीफ फार्मासिस्ट डीपी सिंह की देख-रेख में रिसीव किया गया. इस वैक्सीन को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के पास बने भंडारण गृह में पुलिस की सुरक्षा और सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रखा गया है. इन टीकों को पुलिस की निगरानी में जिले के अलग-अलग हिस्सों में बने 38 कोल्ड चैन प्वाइंट तक पहुंचाया जाएगा. यह जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय ने बताया कि 16 जनवरी को प्रथम चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को 20 टीकाकरण केंद्रों पर कोविड वैक्सीन दी जाएगी.

पहुंची कोरोना वैक्सीन की पहली खेप.

पहले चरण में 26,000 स्वास्थ्यकर्मियों को दी जाएगी वैक्सीन
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय ने जनपदवासियों से अपील करते हुए कहा कि जब तक कोविड के प्रति संपूर्ण टीकाकरण न हो जाए, तब तक कोरोना से बचाव के प्रयास जारी रखना होगा क्योंकि टीकाकरण चरणबद्ध ढंग से ही होगा. उन्होंने बताया अभी वैक्सीन की पहली डोज जिले भर के करीब 26,000 स्वास्थ्यकर्मियों को दी जाएगी.

पंजीकृत स्वास्थ्यकर्मियों को ही लगेगा टीका
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नीरज कुमार पांडेय को टीकाकरण के संबंध में समुचित प्रबंधन के लिए दिशा-निर्देशित किया जा चुका है. इस कार्य में विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनीसेफ, CHAI और यूएनडीपी के प्रतिनिधि तकनीकी सहयोग देंगे. अभी फिलहाल सिर्फ सरकारी और निजी क्षेत्र के कोविड पोर्टल पर पंजीकृत हो चुके स्वास्थ्यकर्मियों को ही टीका लगेगा. गैर पंजीकृत लोगों को टीका नहीं लगाया जाएगा.

सतर्कता ही एक बेहतर विकल्प
उन्होंने बताया कि शासन से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुसार, आने वाले समय में फ्रंटलाइन कर्मचारी, 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, एचआईवी और कैंसर जैसी बीमारियों से ग्रस्त लोगों का पंजीकरण करने के बाद ही टीकाकरण की सुविधा मिल सकेगी. इसलिए फिलहाल कोविड-19 से बचाव के लिए सतर्कता ही एक बेहतर विकल्प है. डॉ. पांडेय ने बताया कि वैक्सीन की एक खुराक लेने के 28 दिन के भीतर ही दूसरी खुराक भी दी जानी है. कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक प्राप्त करने के दो सप्ताह बाद आमतौर पर एंटीबॉडी का सुरक्षात्मक स्तर विकसित होता है. इसलिए जो स्वास्थ्यकर्मी टीके की पहले खुराक प्राप्त करेंगे उन्हें भी एंटीबॉडी विकसित होने तक सतर्कता का यह व्यवहार जारी रखना होगा. कोविड-19 के मामले लगातार कम हो रहे हैं, बावजूद इसके संपूर्ण प्रतिरक्षण होने तक सभी को सतर्क रहना चाहिए.

अभी नहीं भूलना है यह मंत्र
• अनजान लोगों से दो गज की दूरी बना कर रहें.
• घर के बाहर निकलें तो मास्क जरूर लगाएं.
• खांसते-छींकते समय रूमाल या टीश्यू पेपर का इस्तेमाल करें.
• हाथों को बार-बार साबुन पानी से धुलें या सैनेटाइज करें.
• खुले में इधर-उधर न थूकें.
• आंख, नांक और मुंह को खुले हाथों से न छुएं.
• सर्दी, खांसी, जुकाम के साथ सांस फूलने की दिक्कत हो तो कोविड जांच अवश्य कराएं.
• अगर घर में कोई बाहर से आया सदस्य हो और उसमें कोविड के लक्षण दिखें तो जांच जरूर कराएं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.