गोरखपुर: बेटी का निकाह करने कोलकाता से गोरखपुर अपने रिश्तेदारों के साथ आया एक परिवार लॉकडाउन में फंस गया है. इनकी कुल संख्या 30 है. यह सभी रिश्तेदार के घर रुके हुए हैं, जहां वे कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के उपायों के साथ सोशल डिस्टेंसिंग के पालन की भी कोशिश कर रहे हैं. अब तीन मई तक लॉकडाउन बढ़ जाने की वजह से इन्हें अब और ठहरना होगा.
यह सभी जिले के उरुवा ब्लॉक के पुरवा गांव में फंसे हुए हैं, जिनकी मदद गांव वाले और रिश्तेदार कर रहे हैं. प्रधान की भी इन पर निगरानी बनी हुई है. कोलकाता के बाबू बाजार निवासी अब्दुल हैदर अपनी बेटी जीनत खातून का रिश्ता गोरखपुर निवासी कमरुद्दीन से तय किए थे, जिसके लिए वह 10 मार्च को अपने रिश्तेदार के घर उरुवा ब्लॉक पहुंचे थे. उनकी बेटी का निकाह 21 मार्च को संपन्न हो गया, लेकिन इसी बीच प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन की घोषणा कर दी.
30 मार्च को थी परिवार की वापसी
अब्दुल हैदर का परिवार 30 मार्च को गोरखपुर से कोलकाता रवाना होना था, लेकिन सभी ट्रेनों के रद्द होने की वजह से यह लोग कोलकाता नहीं जा सके और गांव में रहकर ही अपना समय काट रहे हैं. प्रधान ने इन लोगों की सूची प्रशासन को उपलब्ध करा दी है, जिसके बाद इनकी व्यवस्था करने में प्रशासन जुटा हुआ है.
तीन मई तक लॉकडाउन बढ़ने से बढ़ीं परिवार की मुश्किलें
पुरवा निवासी नूर मोहम्मद जिनके घर पर यह सभी रिश्ता रुके हुए हैं अपनी क्षमता के अनुसार उनके ठहरने और खाने का इंतजाम कर रहे हैं, जब घर में राशन की कमी हुई तो गांव वालों ने मदद शुरू की. अब लेकिन 3 मई तक लॉक डाउन बढ़ने की वजह से यह लोग प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं.