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मृतक पत्रकारों के परिजनों को 8 महीने बाद भी नहीं मिली मंत्री नंद गोपाल नंदी की आर्थिक मदद

गोरखपुर में दो पत्रकारों के निधन के बाद योगी सरकार के मंत्री नंद गोपाल नंदी ने दिसंबर 2021 में 51-51 हजार रुपये आर्थिक मदद की घोषणा की थी, लेकिन घोषणा के 8 महीने बाद भी रुपये न मिलने पर पीड़ित परिवार ठगा महसूस कर रहा है.

मंत्री नंद गोपाल नंदी.
मंत्री नंद गोपाल नंदी.
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Published : Sep 2, 2022, 3:31 PM IST

गोरखपुर: जिले के दो पत्रकारों के निधन के बाद योगी सरकार के मंत्री नंद गोपाल नंदी द्वारा दिसंबर 2021 में, 51-51 हजार की आर्थिक मदद की घोषणा की गई थी, लेकिन यह घोषणा 8 माह बाद भी पूरी नहीं हो पाई है. मंत्री नंदी ने जब यह घोषणा की थी तो वह कानपुर में आयोजित होने वाले विशाल व्यापारी सम्मेलन को सफल बनाने के लिए गोरखपुर के व्यापारियों की बैठक लेने आए हुए थे, जिसमें बीमारी और दुर्घटना से पत्रकार अजय कुमार श्रीवास्तव, धर्मेंद्र कुमार पांडेय के मौत की जानकारी स्थानीय पत्रकारों ने देकर मदद की गुहार की थी, जिसे मंत्री नंदी ने तत्काल स्वीकार भी कर लिया था और 51-51 हजार रुपये मदद का ऐलान किया.

जानकारी देते मृतक पत्रकारों के परिजन.

गोरखपुर से लौटने के बाद मंत्री के पीआरओ से बात हुई तो उन्होंने दोनों मृतक पत्रकारों के पत्नियों के नाम से प्रयागराज स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का चेक काटकर व्हाट्सएप किया और कहा की बहुत जल्द यह चेक पीड़ित परिवार तक पहुंच जाएगा. इस मामले में सीएम योगी की तरफ से भी मदद परिवार को मिली है, लेकिन मंत्री के चेक का कुछ अता पता नहीं.

पत्रकार स्वर्गीय अजय श्रीवास्तव की पत्नी अनीता श्रीवास्तव ईटीवी भारत से कहा कि जब मंत्री ने घोषणा किया और चेक भी काटा तो उन्हें मदद मिलनी चाहिए थी पर अभी तक मदद नहीं मिली है. उनके परिजन मंत्री के पीआरओ को इसके लिए 2-3 बार फोन से संपर्क किए, लेकिन हुआ कुछ नहीं. इसी प्रकार पत्रकार स्वर्गीय धर्मेंद्र पाण्डेय की बेटी राजश्री कहती है कि वह तो इस मामले को भूल ही गई थीं. एक बार जब उसके पापा के पत्रकार मित्रों ने इस बारे में पूछा तब लगा कि उन्हें तो मंत्री द्वारा घोषित मदद मिली ही नहीं. जब घोषणा हुई और चेक कटा तो मदद के पैसे किसके खाते में गए. यह मंत्री को भी जानना चाहिए.

चेक.
चेक.

इस मामले में ईटीवी भारत ने मंत्री नंदी से उनके मोबाइल नंबर 98396..... पर संपर्क कर उनका पक्ष जानना चाहा तो फोन रिसीव करने वाले ने खुद को बाला जी केसरवानी बताया और कहा की वह मंत्री के मीडिया प्रभारी हैं. समस्या बताइए मंत्रीजी को बता दिया जाएगा. जब मदद की धनराशि अबतक पीड़ितों तक न पहुंचने की बात कही गई तो केसरवानी ने कहा कि बहुत सी बातें मंत्री जी तक पहुंच भी नहीं पाती. फिलहाल मैं दिखवाता हूं कि यह गड़बड़ी कैसे हुई है. अगर घोषणा हुई, चेक कटा और पीड़ित लोग इस पर अपना पक्ष रख रहे हैं तो मामला सही ही होगा, फिर भी वह इसे मंत्री जी के जानकारी में लाएंगे और मदद होनी है तो होगी भी.

इसे भी पढे़ं- यूपी के मंत्री नंद गोपाल नंदी ने फरियादी से की अभद्रता, बोले- दिमाग में कुछ है या एप्लीकेशन ही ले आए हो

गोरखपुर: जिले के दो पत्रकारों के निधन के बाद योगी सरकार के मंत्री नंद गोपाल नंदी द्वारा दिसंबर 2021 में, 51-51 हजार की आर्थिक मदद की घोषणा की गई थी, लेकिन यह घोषणा 8 माह बाद भी पूरी नहीं हो पाई है. मंत्री नंदी ने जब यह घोषणा की थी तो वह कानपुर में आयोजित होने वाले विशाल व्यापारी सम्मेलन को सफल बनाने के लिए गोरखपुर के व्यापारियों की बैठक लेने आए हुए थे, जिसमें बीमारी और दुर्घटना से पत्रकार अजय कुमार श्रीवास्तव, धर्मेंद्र कुमार पांडेय के मौत की जानकारी स्थानीय पत्रकारों ने देकर मदद की गुहार की थी, जिसे मंत्री नंदी ने तत्काल स्वीकार भी कर लिया था और 51-51 हजार रुपये मदद का ऐलान किया.

जानकारी देते मृतक पत्रकारों के परिजन.

गोरखपुर से लौटने के बाद मंत्री के पीआरओ से बात हुई तो उन्होंने दोनों मृतक पत्रकारों के पत्नियों के नाम से प्रयागराज स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का चेक काटकर व्हाट्सएप किया और कहा की बहुत जल्द यह चेक पीड़ित परिवार तक पहुंच जाएगा. इस मामले में सीएम योगी की तरफ से भी मदद परिवार को मिली है, लेकिन मंत्री के चेक का कुछ अता पता नहीं.

पत्रकार स्वर्गीय अजय श्रीवास्तव की पत्नी अनीता श्रीवास्तव ईटीवी भारत से कहा कि जब मंत्री ने घोषणा किया और चेक भी काटा तो उन्हें मदद मिलनी चाहिए थी पर अभी तक मदद नहीं मिली है. उनके परिजन मंत्री के पीआरओ को इसके लिए 2-3 बार फोन से संपर्क किए, लेकिन हुआ कुछ नहीं. इसी प्रकार पत्रकार स्वर्गीय धर्मेंद्र पाण्डेय की बेटी राजश्री कहती है कि वह तो इस मामले को भूल ही गई थीं. एक बार जब उसके पापा के पत्रकार मित्रों ने इस बारे में पूछा तब लगा कि उन्हें तो मंत्री द्वारा घोषित मदद मिली ही नहीं. जब घोषणा हुई और चेक कटा तो मदद के पैसे किसके खाते में गए. यह मंत्री को भी जानना चाहिए.

चेक.
चेक.

इस मामले में ईटीवी भारत ने मंत्री नंदी से उनके मोबाइल नंबर 98396..... पर संपर्क कर उनका पक्ष जानना चाहा तो फोन रिसीव करने वाले ने खुद को बाला जी केसरवानी बताया और कहा की वह मंत्री के मीडिया प्रभारी हैं. समस्या बताइए मंत्रीजी को बता दिया जाएगा. जब मदद की धनराशि अबतक पीड़ितों तक न पहुंचने की बात कही गई तो केसरवानी ने कहा कि बहुत सी बातें मंत्री जी तक पहुंच भी नहीं पाती. फिलहाल मैं दिखवाता हूं कि यह गड़बड़ी कैसे हुई है. अगर घोषणा हुई, चेक कटा और पीड़ित लोग इस पर अपना पक्ष रख रहे हैं तो मामला सही ही होगा, फिर भी वह इसे मंत्री जी के जानकारी में लाएंगे और मदद होनी है तो होगी भी.

इसे भी पढे़ं- यूपी के मंत्री नंद गोपाल नंदी ने फरियादी से की अभद्रता, बोले- दिमाग में कुछ है या एप्लीकेशन ही ले आए हो

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